पाप स्वीकार कार्यक्रम में ईसाई धर्मावलंबी शामिल
बेतिया में सोमवार को महागिरिजाघर में ईसाई समाज ने विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया। इस अवसर पर प्रभु ईसा मसीह के येरुसलम में प्रवेश की याद में पवित्र साक्रामेंत की अराधना की गई। ईसाई समुदाय ने अपने...

बेतिया,हमारे संवाददाता। महागिरिजाघर में सोमवार को ईसाई समाज के लोगों ने विशेष पूजा अर्चना की। ऐसी मान्यता है कि प्रभु ईसा मसीह के द्वारा रविवार को येरुसलम में प्रवेश करने के बाद उन्होंने धार्मिक स्थल में प्रवेश कर उसकी सफाई की। इसी प्रकार हर ईसाई का कर्तव्य है कि वह अपने दिलों को साफ करें और पापों से मुक्त करें। इसी उपलक्ष्य में विशेष प्रार्थना का आयोजन होता है। इस पवित्र साक्रामेंत की अराधना कहा जाता है। शाम में मिस्सा बलिदान के बाद पवित्र साक्रामेंत को बेदी पर रखा जाता है। साक्रामेंत में पवित्र रोटी रखी जाती है और ऐसी मान्यता है कि प्रभु येसु ख्रिस्त इस रोटी में उपस्थित है। इस साक्रामेंत की धूप आरती की जाती है इसके लिए स्तुति की जाती है। यह अराधना लगभग एक घंटे तक चलती है जिसमें ईसाई समाज के लोग अपने पाप को स्वीकार करते हैं। पाप स्वीकार करने के लिए गिरिजाघर में विशेष कन्फेशनल बूथ तैयार किया जाता है। इस जगह पर ईसाई पुरोहित बैठते हैं और ईसाई समाज के लोग बारी बारी वहां जाकर अपने पाप को बताते हैं। इस दौरान पुरोहित उनके पापों को सुनते हैं और उसकी क्षमा के लिए प्रभु ईसा से प्रार्थना करते हैं। इस कार्यक्रम में फादर सिस्टर सहित भारी संख्या में ईसाई समुदाय के लोग उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में फादर हेनरी फर्नार्डो फादर रोबर्ट,फादर फ्रांसिस आदि उपस्थित थे जिन्होंने अराधना एवं पाप स्वीकार कार्यक्रम संपन्न कराया। पाप स्वीकार करने वालों की पहचान गुप्त रखी जाती है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।