कटोरिया बाजार में जाम का झाम, ना पार्किंग, ना प्लानिंग, हर दिन आफत
बोले बांकाबोले बांका प्रस्तुति- कविन्द्र कुमार सिंह बाजार की सड़कों पर रेंगती हैं गाड़ियां, पैदल चलना भी मुश्किल शादी-विवाह के सीजन ने बढ़ाई मु

कटोरिया (बांका), निज प्रतिनिधि। शहर का प्रमुख व्यवसायिक केंद्र कटोरिया बाजार कई वर्षों से अराजक यातायात व्यवस्था और अतिक्रमण की दोहरी मार झेल रहा है। बाजार की सड़कों पर गाड़ियाँ चलतीं नहीं रेंगती हैं। बाजार के सभी मार्ग में हर तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें और ठप यातायात अब आम दृश्य बन चुका है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि बाजार में पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है। शादी-विवाह के सीजन ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। लगभग दो लाख की आबादी पर प्रभाव डालने वाले इस बाजार में हर दिन हजारों लोग खरीदारी के लिए पहुंचते हैं। लेकिन बढ़ती भीड़ और लचर यातायात व्यवस्था ने लोगों का जीवन दूभर कर दिया है। यहां बाजार एवं ग्रामीण इलाकों से लेकर चांदन प्रखंड के सैकड़ों गांव के लोग आकर अपनी रोज़मर्रा की ज़रूरतों का सामान खरीदते हैं। इसके अलावा जाम का दूसरा कारण बाजार में फैला अतिक्रमण का जाल है। बाजार के सड़कों के दोनों ओर कई दुकानदारों ने अपने कारोबार को फैलाये रखा है। इनसब दुकानों को हटाकर प्रशासन द्वारा कई बार अतिक्रमणकारियों पर डंडा भी चलाया गया तथा हिदायत दी गयी कि आगे से कोई अपनी दुकान को सड़क तक नहीं लायें। लेकिन प्रशासन द्वारा दी गयी चेतावनी के बावजूद दुकानदार पुनः जस की तस स्थिति पैदा कर देते हैं। इस सब कारणों से लगने वाली जाम से न केवल राहगीरों को परेशानी होती है, बल्कि आपातकालीन सेवाएं, जैसे एम्बुलेंस और स्कूल बसें भी घंटों जाम में फंसी रहती हैं। इस समस्या ने शहरवासियों का जीवन कठिन बना दिया है और इससे छुटकारा पाने के लिए कोई स्थायी समाधान अभी तक नहीं निकल सका है। बाजार के किसी भी सड़क में दो बड़ी वाहनों के आमने- सामने आते ही जाम की स्थिति बन जाती है। लेकिन लचर व्यवस्थाओं को देख लगता नहीं कि जाम से इतना जल्दी छुटकारा संभव है। स्थानीय बमशंकर वर्णवाल, पंकज चौधरी, जगत आनंद, राजेश कुमार, अशोक यादव, जितेंद्र केशरी, सुनील कुमार, अमित कुमार, प्रदीप सिंह आदि ने जिला प्रशासन से जाम की इस समस्या से निजात दिलाने की मांग है। शादियों का सीजन चल रहा है और कटोरिया बाजार आसपास के सैकड़ों गांवों का मुख्य बाजार है। जिसकी वजह से बाजार में भीड़ उमड़ रही है। बाजार में कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स, किराना व बर्तन की दुकानों से लेकर सर्राफा बाजार में विवाह समारोह की तैयारी के लिए खरीदारों की जमघट देखने को मिल रही है। इसके अलावा भी रोज काफी संख्या में आसपास के इलाकों के ग्रामीण बाजार खरीदारी व अन्य जरूरी कामकाज के लिए आते हैं। जिन्हें भी जाम से काफी परेशानी होती है। बाजार क्षेत्र में न तो कोई सार्वजनिक पार्किंग स्थल है, न ही कोई स्पष्ट निर्देश। लोग अपनी गाड़ियाँ सड़क किनारे खड़ी कर देते हैं, जिससे दो-तरफ़ा ट्रैफिक असंभव हो जाता है। दुकानदार भी मजबूरी में अपनी दुकानों के आगे गाड़ियाँ लगाते हैं, जिससे पैदल चलने वालों को भी दिक्कत होती है। वहीं सबसे ज्यादा सड़कों पर अव्यवस्थित ढंग से लगने वाली ऑटो और बाइक से जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसके अलावा देवघर रोड में बजरंगबली मंदिर के पास, सुईया रोड में दुर्गा मंदिर के पास और बांका रोड में यूको बैंक के पास सड़क पर ही बसों का भी ठहराव होता है। जो की बाजार में जाम लगने का एक मुख्य कारण है। कटोरिया नगर पंचायत के चेयरमैन सपना शिवानी ने कहा कि बाजार में ट्रैफिक जाम और पार्किंग की समस्या को लेकर नगर पंचायत पूरी तरह से गंभीर है। जल्द ही एक सुनियोजित प्लान बनाकर सार्वजनिक पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। हमारी प्राथमिकता है कि लोगों को राहत मिले और बाजार की व्यवस्था सुधरे।
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