बाल सुरक्षा गृह के कैंसर पीड़ित लिपिक की हुई मौत
चैनपुर के बाल सुरक्षा गृह में कैंसर पीड़ित सुखनंदन प्रसाद की शनिवार रात मौत हो गई। उनका इलाज नौ महीने से पटना के महावीर कैंसर संस्थान में चल रहा था। मृतक के दो बेटे और एक बेटी हैं। उनकी पत्नी का निधन...

नौ माह से पटना के महावीर कैंसर संस्थान में चल रहा था इलाज कारा प्रशासन व चैनपुर पुलिस ने सदर अस्पताल में कराया पोस्टमार्टम (पेज तीन) चैनपुर, एक संवाददाता। थाना क्षेत्र के परैया मोड़ के पास स्थित बाल सुरक्षा गृह के कैंसर पीड़ित गृहपति सह लिपिक की मौत शनिवार की रात में हो गई। मृतक 56 वर्षीय सुखनंदन प्रसाद भोजपुर जिला के बड़ेहरा थाना क्षेत्र के रामसागर गांव के निवासी थे। इस घटना की सूचना मिलते ही चैनपुर थाने की पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा किया और रविवार को सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया। बाल सुरक्षा गृह के अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि सुखनंदन कैंसर रोग से पीड़ित था।
पिछले नौ माह से उसका इलाज पटना के महावीर कैंसर संस्थान में चल रहा था। उसके दो बेटे गोलू कुमार, सोनू कुमार व एक बेटी लवली कुमारी है। बेटी ही बड़ी है। तीनों में से किसी की शादी नहीं हुई है। इन बच्चों की मां का निधन वर्ष 2016 में ही हो गया था। हालांकि सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान रघुनंदन के बेटे आए हैं। परिवार के खर्च को बोझ इन्हीं बच्चों के कंधे पर आ गया है। फोटो- 04 मई भभुआ- 3 कैप्शन- बाल सुरक्षा गृह के लिपिक की मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम कराने आए परिजन, अधिकारी व अन्य।
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