Fire in Ramapur Block Threatens Crops and Air Quality खेतों में फसल अवशेष जलाने से गांवों में फैल रहा धुआं, Bhabua Hindi News - Hindustan
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खेतों में फसल अवशेष जलाने से गांवों में फैल रहा धुआं

रामपुर प्रखंड के बेलांव, करौंदा, नौहट्टा, रोदेयां में किसानों ने गेहूं के डंठल को जलाना शुरू कर दिया है। इससे काला धुआं गांवों में फैल रहा है, जो वायु प्रदूषण और मिट्टी की उर्वरा शक्ति को नुकसान...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआTue, 22 April 2025 08:40 PM
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खेतों में फसल अवशेष जलाने से गांवों में फैल रहा धुआं

रामपुर प्रखंड के बेलांव, करौंदा, नौहट्टा, रोदेयां के बधार में लगी थी आग हवा के साथ आग की लपट गांव में पहुंचने पर हो सकता है भारी नुकसान (पेज चार) रामपुर, एक संवाददाता। प्रखंड क्षेत्र में गेहूं फसल की कटनी का काम लगभग पूरा हो गया है। खेतों में अब डंठल दिख रही हैं। खेत को जल्द खाली कर उसमें दूसरी फसल लगाने के लिए कुछ किसान गेहूं के ठंडल में आग लगा दे रहे हैं। रामपुर प्रखंड के बेलांव, करौंदा, नौहट्टा, रोदेयां के बधार में मंगलवार को आग से डंठल जलते देखा गया। उसमें से निकल रहे काला धुआं गांव की ओर फैल रहा था। इससे न सिर्फ वायु प्रदूषण बढ़ने का खतरा बढ़ रहा है, बल्कि खेत की उर्वरा शक्ति को भी हा्रस होने की संभावना बढ़ गई है। इस संबंध में पूछने पर प्रखंड कृषि समन्वयक प्रवीण सिंह ने बताया कि सेटेलाइट से अभी कोई रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने पर संबंधित किसान के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कृषि वैज्ञानिक डॉ. अमित कुमार सिंह ने बताया कि फसल अवशेष जलाने से भारी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड, मिथेन और अन्य ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन होता है। इन गैस के कारण वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता है और ग्लोबल वार्मिंग की समस्या गंभीर होती है। प्रदूषण के कारण स्मॉग बनता है, जिससे शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लोगों की जीवन गुणवत्ता प्रभावित होती है। यह स्थिति स्वास्थ्य समस्याओं को भी जन्म देती है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि फसल अवशेष जलाने से मिट्टी की ऊपरी परत में मौजूद सूक्ष्म जीव और जैविक पदार्थ नष्ट हो जाते हैं। यह सूक्ष्मजीव मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आग से मिट्टी की संरचना खराब हो जाती है, जिससे इसकी जल धारण क्षमता घटती है और फसल उत्पादन में कमी आ सकती है। चिकित्सक डॉ. मंटू सिंह बताते हैं। फसल अवशेष जलाने से निकलने वाला धुआं श्वसन संबंधी बीमारियों को बढ़ावा देता है। यह बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा रोग से पीड़ित लोगों के लिए अत्यधिक हानिकारक होता है। धुएं में मौजूद बारीक कण फेफड़ों और दिल से जुड़ी बीमारियों का कारण बनते हैं। फोटो- 22 अप्रैल भभुआ- 10 कैप्शन- रामपुर प्रखंड के बेलांव बधार में मंगलवार को लगाई गई आग में जलते गेहूं के डंठल व फैलता धुआं।

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