गली बनी पर नाली का नहीं हुआ निर्माण, अब जलजमाव की समस्या
स्थानीय लोगों ने हाटा के वार्ड सात में पूरबी गली में जलनिकासी के लिए अस्थाई नाली का निर्माण किया है। बरसात के दिनों में गंदा पानी रास्ते में बहता है, जिससे दुर्गंध और परेशानी होती है। स्थानीय लोग नगर...

स्थानीय लोग अपनी सुविधा के लिए खुद से अस्थाई जलनिकासी का किया प्रबंध, बरसात के दिनों में होने लगती है परेशानी रास्ते में बहता है पूरबी गली के बने मकान से निकलनेवाला गंदा पानी अस्थाई नाली में जमा पानी से निकल रही दुर्गंध से लोगों को दिक्कत चैनपुर, एक संवाददाता। हाटा के वार्ड सात में पूरबी गली का निर्माण एक दशक पहले कराया गया था। लेकिन, नाली का निर्माण नहीं हो सका था। इस कारण इस गली में निवास करने वाले लोगों के घरों से निकलनेवाला गंदा पानी रास्ते में बहने लगा। इससे गली भी खराब होने लगी। तब स्थानीय लोगों ने श्रमदान कर अस्थाई नाली बनाया। इस गली के 50-60 घरों का गंदा पानी इसी अस्थाई नाली में जमा होता है। लेकिन, इससे जलनिकासी नहीं हो पाती है। पानी इसी में जमा रहता है। इससे निकलनेवाली दुर्गंध लोगों को परेशान करती है। यह गली दुबे के सरैयां मुहल्ले में स्थित है। काफी संकरी होने के कारण बरसात के समय रात में आने-जाने में लोग गिरकर चोटिल होने की आशंका से घिरे रहते हैं। इस कारण मुहल्ले के लोग संभलकर गली को पार करते हैं। लेकिन, बारिश होने पर बच्चे व वृद्ध को आने-जाने में परेशानी होती है। बाजार से सामान खरीदकर घर ले जाने में उन्हें ज्यादा दिक्कत झेलनी पड़ती है। तब रास्ते में कीचड़ भी जमा हो जाता है। अभी तो गर्मी का मौसम है। इसमें थोड़ी राहत है। पर दुर्गंध कम नहीं हुई है। लोग नाक पर रूमाल रख राह तय कर रहे हैं। घरों से निकलनेवाले गंदे पानी की निकासी के लिए नाली निर्माण की मांग को लेकर स्थानीय लोगों द्वारा नगर पंचायत के अधिकारी व जनप्रतिनिधि से गुहार लगाई गई, पर इस दिशा में अभी तक पहल नहीं की जा सकी है। हालांकि कार्यपालक पदाधिकारी का कहना है कि हाटा शहर के वार्डों में गली-नाली का निर्माण कराने के लिए योजनाओं का चयन किया जाएगा। प्राक्कलन के साथ विभाग को भेजा जाएगा। लेकिन, स्थानीय लोगों का कहना है कि यह काम कब होगा, कहना मुश्किल है। तब तक हमलोग इस परेशानी को झेलते रहेंगे। नपं के गठन के बाद जगी थी उम्मीद चैनपुर प्रखंड के हाटा को जब शहर का दर्जा देकर नगर पंचायत का गठन किया गया, तब लोगों में यह उम्मीद जगी थी कि अब उन्हें भी नगरीय सुविधा मिलेगी। लेकिन, अब यहां के लोग यह कहने लगे हैं कि इससे अच्छा हमारा गांव ही था। पंचायत समिति की बैठकें में विकास की योजनाएं चयनित होती थी और उसपर काम होता था। लेकिन, यहां तो कुछ खास काम ही नहीं हो रहा है। जबकि उनसे टैक्स लिया जा रहा है। पूरबी गली दुबे के सरैयां मुख्य सड़क को जोड़ते हुए हाटा-लक्ष्मणपुर पथ तक जाती है। इस गली से होकर शहर की ओर जाने वाले नऊड़ी, लक्ष्मणपुर, रघुबीरगढ़, डीहां, सदावली, सिमरिया आदि गांव के लोग आते-जाते हैं। यह गली दूरी कम करती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गली का कायाकल्प कब होगा, इसका उन्हें इंतजार है। फोटो- 25 मार्च भभुआ- 2 कैप्शन- हाटा नगर पंचायत के वार्ड सात की पूरबी गली में नाली के अभाव में मंगलवार को रास्ते में जमा गंदा पानी।
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