Bihar Faces High Unemployment and Migration Issues Demands Special State Status सुपौल: बिहार में सबसे ज्यादे बेरोजगारी कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल में, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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सुपौल: बिहार में सबसे ज्यादे बेरोजगारी कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल में

बिहार में सबसे अधिक बेरोजगारी कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल में है। सांसद पप्पू यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने 11 वर्षों में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में उद्योग बंद...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरThu, 24 April 2025 06:05 PM
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सुपौल: बिहार में सबसे ज्यादे बेरोजगारी कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल में

सरायगढ़। बिहार में सबसे ज्यादे बेरोजगारी कोसी, सीमांचल और मिथिलांचल में है। बिहारी को रोजगार बंद कर दिया गया है। जिस राज्य में उनकी सरकार है। वहां पर काम करने वाले बिहारियों को पीटा जा रहा है। उक्त बातें पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बुधवार की रात में प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव के आवास पर सरायगढ़ मे पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 11 वर्षों की शासन काल में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया गया। जबकि बिहार को विशेष राज्य की दर्जा देने की लंबे समय से मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि है हाईडैम का सवाल वर्षों से लंबित है। डैम, नदी जोड़ने और नदी से गाद निकालने के लिए सरकार के पास नहीं है। कैनाल का पक्की कारण कार्य नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार के तीन चीनी मिल मधुबनी, सहरसा और दरभंगा में बंद है। एक पेपर मिल दरभंगा का कई सालों से बंद है। वही सहरसा, दरभंगा में दाल और चीनी मिल बंद है। लोगों को रोजगार नहीं मिलने के कारण प्रतिदिन बिहार के लोग पलायन करते हैं। बिहार में बेरोजगारी और पलायन को रोकने के लिए बिहार को विशेष पैकेज की जरूरत है। जो नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मखाना की खेती पूर्णिया मधुबनी, दरभंगा, सुपौल, सहरसा में बड़े पैमाने पर होती है। लेकिन मार्केटिंग के अभाव के कारण किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल पाता है। सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है। जो नहीं उठाया जा रहा है। विश्व में सबसे ज्यादा दूध उत्पादन डेनमार्क के बाद भारत में होता है। लेकिन केंद्र सरकार ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि एम्स के लिए सहरसा में जमीन उपलब्ध है। लेकिन केंद्र सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत लोगों को 400 रूपये दिया जा रहा है। जिसे बढ़ाकर 1500 सौ रुपए कम से कम करनी चाहिए जो सरकार द्वारा नहीं किया जा रहा है। बिहार के विकास को लेकर सरकार को मतलब नहीं है। सिर्फ चुनाव के समय ही बिहार के लोगों की याद आता है। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का नेतृत्व तय करेगा कि कांग्रेस पार्टी को बिहार में अधिक से अधिक सीट मिले और अधिक से अधिक सीटों पर जीत हासिल करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का हमेशा सुपौल जिला पर दबदबा रहा है। इस मौके पर प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव, कांग्रेस जिला अध्यक्ष सूर्य नारायण मेहता, कार्यकारी जिला अध्यक्ष राज नारायण गुप्ता, जितेंद्र यादव, आमोद यादव, रमेश मुखिया, नवीन अरगरिया छोटू कुमार, संतोष कुमार सहित मौजूद थे।

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