Farmers Reluctant to Sell Wheat to PACS Due to Price Discrepancy सुपौल : पैक्स को गेहूं देने में नहीं ले रहे रुचि किसान, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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सुपौल : पैक्स को गेहूं देने में नहीं ले रहे रुचि किसान

वीरपुर के बसंतपुर प्रखंड में किसानों द्वारा गेहूं पैक्स को न बेचने का कारण सरकारी मूल्य और बाजार भाव में बड़ा अंतर है। बाजार में गेहूं की कीमत 2600 से 2800 रूपये प्रति क्विंटल है, जबकि पैक्स में यह...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरFri, 2 May 2025 06:26 PM
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सुपौल : पैक्स को गेहूं  देने में नहीं ले रहे रुचि किसान

वीरपुर, एक संवाददाता। बसंतपुर प्रखंड गेहूं खरीद में फीसड्डी साबित हो रहा है। बसंतपुर प्रखंड के 14 पैक्स में से रतनपुर पैक्स से 4 किसानों से 110 क्विंटल और कोचगामा पैक्स ने एक किसानों से 10 क्विंटल कुल 120 क्विंटल गेहूं कि खरीदारी की गई है। पैक्स के रेट से अधिक है बाजार का भाव पैक्स मे गेहूं खरीद कि सरकारी क़ीमत 2425 रूपये प्रति क्विंटल है जबकि बाजार मे प्रति क्विंटल गेहूं की क़ीमत 26 सौ से 28 सौ तक कि है। ऐसे मे सवाल है कि है, किसान दो सौ से तीन सौ का नुकसान सहकर पैक्स को अपना गेहूं नहीं बेच रहे है।

जानकारी हो कि बसंतपुर प्रखंड अंतर्गत 14 पैक्स है पर गेहूं कि खरीदारी मात्र दो पैक्स कर पाए है। 12 पैक्स खानापूर्ति के लिए भी अपनी रुचि गेहूं कि खरीदारी मे नहीं दिखा रहे। कुछ पैक्स अध्यक्ष ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि विभाग कि ओर से गेहूं कि खरीद के लिए दबाब बनाया जा रहा है क्या करेंगे 5 -7 क्विंटल बाजार से खरीदारी कर हाजरी बना देंगे। क्या कहते है किसान बैजनाथपुर वार्ड 4 निवासी राम नरेश सिंह कहते है कि गेहूं कि क़ीमत तय करते समय बाजार भाव का ध्यान नहीं रखा गया स्थिति यह है कि बाजार भाव के मुकाबले पैक्स कि गेहूं कि कीमत मे काफ़ी अंतर है जिसके कारण किसान पैक्स मे गेहूं बेचने को तैयार नहीं है। भगवानपुर निवासी राजेश मेहता कहते है कि बाजार मे गेहूं डायरेक्ट बेचने से नगद दो से तीन सौ अधिक रूपये मिल जाते है तो किसान क्यों दो सौ से तीन सौ कम क़ीमत पर पैक्स को गेहूं बेचै और भुगतान का सप्ताह दो सप्ताह तक इंतजार करें। पिपराही निवासी दिनेश देव कहते है कि सहकारिता विभाग को गेहूं का मूल्य निर्धारित करने के समय मे बाजार कि भाव का भी घ्यान रखते हुए क़ीमत तय करनी चाहिए, ताकि किसान को बाजार भाव से बेहतर मूल्य पैक्स मे मिले और किसान गेहूं बेचने के लिए पैक्स कि ओर रुख करें। क्या कहते है अधिकारी। प्रभारी बीसीओ बसंतपुर सुनील कुमार देव का कहना है कि पैक्स एवं बाजार भाव में अंतर के कारण किसान पैक्स को गेहूं नहीं बेचना चाहते, इसका असर पैक्स पर दिख रहा है। किसान पैक्स को गेहूं देने से कतरा रहे है।

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