बोले मुंगेर : हाईमास्ट लाइट और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, जलनिकासी की हो व्यवस्था
हवेली खड़गपुर का बाजार, जो 150 वर्ष पूर्व स्थापित हुआ था, आज 100 से अधिक गांवों की जीवनरेखा है। प्रतिदिन 10,000 लोग यहाँ आते हैं और 2,000 व्यवसायी 5 करोड़ का व्यापार करते हैं। लेकिन बदहाल व्यवस्था,...
अंग्रेजों के शासनकाल में लगभग 150 वर्ष पूर्व कुछ दुकानों के साथ स्थापित हवेली खड़गपुर का बाजार, न केवल स्थानीय व्यापार का केंद्र है, बल्कि आसपास के 100 से अधिक गांवों की जीवनरेखा भी है। आज 6 किलोमीटर के दायरे में फैला एक विशाल व्यापारिक केंद्र बन चुका है। इसके बावजूद यह आज बदहाल व्यवस्था और प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार है। प्रतिदिन लगभग 10,000 लोग इस बाजार का रुख करते हैं और लगभग 2,000 व्यवसायी प्रतिदिन लगभग 5 करोड़ रुपए का व्यापार करते हैं। फिर भी व्यापारियों और ग्राहकों को बुनियादी सुविधाओं के अभाव में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
06 किलोमीटर के दायरे में फैले खड़गपुर बाजार में हैं दो हजार व्यापारी 01 सौ गांवों के 10 हजार लोग विभिन्न कार्यों से आते हैं इस बाजार में 05 करोड़ रुपए से अधिक का व्यापार होता है बाजार में प्रतिदिन विकास कार्यों की धीमी रफ्तार की वजह से खड़गपुर बाजार के व्यापारी बेहाल हैं। संवाद के दौरान व्यापारियों ने बताया कि मुंगेर जिले के इस ऐतिहासिक और प्रमुख बाजार में आज तक वेंडिंग जोन का निर्माण नहीं हुआ है। इसके कारण फुटपाथों और सड़कों पर वेंडर अपनी दुकानें लगाने को मजबूर हैं, जिससे बाजार में अतिक्रमण और जाम की स्थिति बनी रहती है। कई स्थानों पर सड़कें पूरी तरह दुकानों में तब्दील हो चुकी हैं, जहां से दोपहिया वाहन भी मुश्किल से गुजर पाते हैं। इससे न केवल व्यापार बाधित होता है, बल्कि आम जनजीवन भी प्रभावित होता है। पेयजल की नहीं है व्यवस्था : व्यापारियों ने यह भी बताया कि भीषण गर्मी के बावजूद बाजार में न तो शुद्ध और ठंडे पेयजल की सार्वजनिक व्यवस्था है, न ही नल-जल योजना का लाभ सभी को मिल रहा है। जहां यह योजना पहुंची भी है, वहां पानी की बर्बादी हो रही है और नगर परिषद इसे रोकने में विफल साबित हो रही है। बरसात में जलजमाव और नालियों का ओवरफ्लो होना आम बात है। नालों की समय-समय पर सफाई नहीं होने के कारण मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। सड़कों की तो कभी-कभार सफाई हो जाती है, लेकिन नालों की सफाई नियमित और समुचित ढंग से नहीं होती है। ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी नियमित नहीं होता है। बाजार में केवल एक शौचालय है, जो सरकारी बस पड़ाव पर स्थित है और अत्यधिक भीड़ के कारण बेहद गंदा और अव्यवस्थित रहता है। महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट जैसी कोई विशेष सुविधा भी उपलब्ध नहीं है, जिससे उन्हें कई बार शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ती है। एक सभ्य एवं प्रगतिशील समाज के लिए यह स्थिति अच्छी नहीं है। जर्जर हैं सड़कें, बारिश में होता है जलजमाव : खड़गपुर बाजार की सड़कें भी जर्जर स्थिति में हैं और हल्की वर्षा में ही जगह-जगह जलभराव हो जाता है, जिससे पैदल चलने वालों को भारी परेशानी होती है। स्ट्रीट लाइटें या तो खराब हैं या 24 घंटे जलती रहती हैं, जिससे बिजली की बर्बादी हो रही है। हाई मास्ट लाइटें वर्षों से खराब पड़ी हैं, जिसके कारण पूरा बाजार रात्रि में अंधेरे में डूबा रहता है। बाजार में पार्किंग की भी कोई व्यवस्था नहीं है। लोग सड़कों पर ही वाहन खड़ा करते हैं, जिससे जाम की समस्या और बढ़ जाती है। यात्री वाहन भी सड़कों पर ही खड़े रहते हैं और वहीं से यात्रियों को चढ़ाया-उतारा जाता है। बाजार में नहीं हैं सीसीटीवी कैमरे : व्यापारियों ने सुरक्षा को लेकर भी गंभीर चिंता जताई। दिन-दहाड़े चोरी और छिनतई की घटनाएं हो रही हैं और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। बाजार में कहीं भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं और रात्रि में रोशनी की व्यवस्था भी नहीं है। पुलिस की निष्क्रियता के कारण अपराधिक तत्व सक्रिय हैं और व्यापारी हमेशा डर के साए में व्यापार करने को मजबूर हैं। व्यापारियों ने कहा कि, चाहे नागरिक सुविधा हो, सुरक्षा हो या विकास हो, सभी से संबंधित समस्याएं एवं मुद्दों को लेकर हमने संबंधित विभागों और अधिकारियों से चर्चा की है और समाधान की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। यह स्पष्ट है कि हवेली खड़गपुर का बाजार प्रशासनिक लापरवाही और बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी से जूझ रहा है। व्यापारी डर और असुविधा के वातावरण में कार्य करने को मजबूर हैं। यदि शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो यह समृद्ध व्यापारिक केंद्र गंभीर संकट में पड़ सकता है। अब समय आ गया है कि, नगर परिषद, प्रशासन और जनता मिलकर इस बाजार की दशा सुधारने के लिए ठोस प्रयास करें। शिकायत 1. खड़गपुर बाजार की फुटपाथों और सड़कों पर अतिक्रमण से लगातार जाम और अव्यवस्था बनी रहती है। 2. बाजार में ठंडे पेयजल, स्वच्छ शौचालय और महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट जैसी सुविधाओं का अभाव है। 3. बाजार में नालों की समय पर सफाई नहीं होने से जलजमाव और मच्छर जनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। 4. सीसीटीवी कैमरों, पर्याप्त प्रकाश एवं समुचित पुलिसिया सुरक्षा की कमी के चलते दिनदहाड़े अपराध की घटनाएं हो रही हैं। 5. बाजार में निर्धारित पार्किंग स्थान न होने के कारण भी सड़कें जाम रहती हैं और यात्रियों को असुविधा होती है। सुझाव 1. अतिक्रमणमुक्त बाजार हेतु समुचित ढांचा विकसित किया जाए। 2. सार्वजनिक प्याऊ और महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट अनिवार्य रूप से स्थापित किए जाएं। 3. नालों की सफाई एवं ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नियमानुसार कराया जाए। 4. बाजार क्षेत्र में निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए। 5. अलग पार्किंग स्थल बनाकर यातायात को सुगम और सुरक्षित बनाया जाए। हमारी भी सुनिए बाजार में आने वाले लोगों के लिए शुद्ध एवं ठंडे पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। इस संबंध में नगर परिषद से कई बार मांग की गई, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। -सौरभ कुमार जलनिकासी की व्यवस्था भी अच्छी नहीं है। बरसात में नालियां ओवरफ्लो हो जाती हैं और हल्की बारिश में भी मुख्य बाजार की सड़कें जलमग्न हो जाती हैं। -पंकज यादव शहर में सुरक्षा की दृष्टि से रोशनी की समुचित व्यवस्था नहीं है। एक तो सभी जगह हाईमास्ट लाइट नहीं लगाई गई हैं, ऊपर से जो लगी हैं उनमें से कई खराब हैं। -रौनक सिंघानिया शहर की सभी सड़कें लगभग जर्जर और अतिक्रमित हो चुकी हैं, जिसका दुष्प्रभाव हमारे व्यवसाय पर पड़ रहा है। -रेखा सिंह चौहान हवेली खड़गपुर के मुख्य बाजार की सड़कों पर अतिक्रमण के कारण यात्रियों को परेशानी होती है, लेकिन स्थानीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। नगर पंचायत के सरकारी बस स्टैंड से लालू एकता पार्क होते हुए कठरा मार्केट से नंदलाल बसु चौक तक की सड़कें अतिक्रमित हैं। -अमित कुमार स्थानीय अधिकारियों की शिथिलता के कारण अतिक्रमण बढ़ा है। प्रशासन कभी-कभी बैठक कर या प्रचार-प्रसार द्वारा अतिक्रमण हटाने की हिदायत देता है, लेकिन उसका कोई असर नहीं होता। -नीरज कुमार यदि स्थानीय प्रशासन सड़क पर दुकान लगाने वालों को वैकल्पिक भूमि उपलब्ध कराए और निर्धारित तिथि के बाद कानूनी कार्रवाई करे, तो अतिक्रमण हट सकता है। -मो. नौशाद अंसारी अतिक्रमण के कारण सड़कें इतनी संकरी हो गई हैं कि लोगों को रेंग कर अपने गंतव्य तक जाना पड़ता है। -मो. चांद हवेली खड़गपुर में सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। यहां शातिर अपराधी दिनदहाड़े चोरी और छिनतई की घटनाओं को अंजाम देते हैं। -अनुराग हवेली खड़गपुर बाजार में जलजमाव की गंभीर समस्या है, जो लोगों के स्वास्थ्य और आवागमन को प्रभावित करती है। -प्रियांशु कुमार नालों की नियमित सफाई और मरम्मत होनी चाहिए। समय-समय पर सफाई अभियान चलाकर जलजमाव को रोका जा सकता है, लेकिन यहां ऐसा नहीं होता। -विनोद कुमार सिंह जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण बरसात में पूरा नगर पंचायत क्षेत्र झील में तब्दील हो जाता है। नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद भी अब तक यह समस्या बनी हुई है। -अजित कुमार कई बार वार्ड प्रशासन का ध्यान जलजमाव की ओर आकृष्ट कराया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। -अंजनी ठाकुर हवेली खड़गपुर बाजार में बिजली कटने की स्थिति में बैंक से निकासी संभव नहीं हो पाती, जिससे व्यापार पर सीधा असर पड़ता है। -कैलाश केशरी उर्फ काशी मुख्य बाजार में फल और सब्जी विक्रेता ठेले लगाकर सड़क को डिवाइडर की तरह अतिक्रमित किए हुए हैं। इसी सड़क से थाना की गाड़ियां बार-बार गुजरती हैं, फिर भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता। -अमित कुमार 18 फीट चौड़ी सड़क अतिक्रमण के कारण 10 फीट की रह गई है। प्रशासन को अतिक्रमण पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। -मो. गुड्डू बोले जिम्मेदार शहर में पार्किंग या शौचालय का निर्माण जगह के अभाव में नहीं कराया जा सका है। अंचलाधिकारी से जगह चिह्नित करने की मांग की गई है, लेकिन अभी तक नहीं दिया गया है। पुरानी हाट को वेंडिंग जोन के रूप में विकसित जाएगा। अनुमंडल पदाधिकारी एवं एसडीपीओ से जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की गई है। जर्जर सड़कों का भी जल्द ही पुनर्निर्माण कराया जाएगा। नालियों की सफाई होती है। सफाई नहीं होने का आरोप सही नहीं है। रोशनी की योजना बनी हुई है। एक सप्ताह के अंदर रंगीन रोशनियों से यहां की सड़कें जगमग करेंगी। खराब हो चुकीं स्ट्रीट लाइटों एवं हाई मास्ट लाइटों भी को ठीक कराया जाएगा। नल जल योजना का कार्य अभी चल रहा है। यह शीघ्र पूरा होगा और सभी को पानी मिलेगा। अन्य जो भी समस्याएं हैं उसे भी नगर परिषद दूर करने का लगातार प्रयास करता रहेगा। -प्रभु शंकर, अध्यक्ष, नगर परिषद, खड़गपुर बोले मुंगेर फॉलोअप पंचायत सचिवों की मांगें अभी तक नहीं हुई पूरी मुंगेर, एक संवाददाता। मुंगेर जिले की विभिन्न पंचायतों में नियुक्त पंचायत सचिव, जिनके कंधों पर पंचायत के विभिन्न कार्यों के संचालन एवं विकास की जिम्मेदारी है, आज अपनी समस्याओं को लेकर परेशान हैं। अपनी समस्याओं का हल नहीं होता देख वे एक बार फिर से आंदोलन के रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए मजबूर हो गए हैं। बीते 25 मार्च को उन्होंने अपनी समस्याओं एवं मांगों को लेकर मुंगेर मुख्यालय स्थित पोलो मैदान में एक आपात बैठक भी की थी। इसके बाद, उन्होंने अपनी 9 सूत्री मांगों से संबंधित एक ज्ञापन मुंगेर के जिला अधिकारी को सौंपा था। उनकी समस्याओं एवं मांगों को 2 अप्रैल को हिन्दुस्तान द्वारा चलाए जा रहे बोले मुंगेर अभियान के तहत हिन्दुस्तान समाचार पत्र में भी प्रमुखता से उठाया गया था। लेकिन, अब तक कोई समाधान नहीं निकला है, उनकी मांगें पूरी नहीं हुई हैं। ऐसे में, इन्होंने एक बार फिर से आंदोलन की राह पकड़ी है। पंचायत सचिव संघ के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि 2 अप्रैल से बिहार राज्य पंचायत सचिव संघ, पटना के नेतृत्व में मुंगेर जिला शाखा के सभी पंचायत सचिव पटना के गर्दनीबाग में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक हम हड़ताल पर बैठे रहेंगे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।