आईटीबीपी ने विश्व की पांचवीं सबसे ऊंची चोटी माउंट मकालू को किया फतह
शब्द : 384 ------------------ - भीषण मौसम के बावजूद मिशन को किया पूरा नई

शब्द : 384 ------------------ - भीषण मौसम के बावजूद मिशन को किया पूरा नई दिल्ली, एजेंसी। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने विश्व की पाँचवीं सबसे ऊँची चोटी माउंट मकालू (8,485 मीटर) पर सफल आरोहण कर एक कीर्तिमान स्थापित किया है। यह किसी भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल द्वारा इस शिखर पर किया गया पहला आरोहण है। आईटीबीपी का एक दल अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोहण अभियान के तहत 21 मार्च को नेपाल के माउंट मकालू (8,485 मीटर) और माउंट अन्नपूर्णा (8,091 मीटर) पर संयुक्त रूप से चढ़ाई के लिए दिल्ली से रवाना हुआ था। उप कमांडेंट (सामान्य ड्यूटी) अनूप कुमार नेगी के नेतृत्व में 12 सदस्यीय दल को दो समूह में विभाजित किया गया था जिसमें से एक दल माउंट मकालू की तरफ बढ़ा जबकि दूसरे दल ने अन्नपूर्णा चोटी की चढ़ाई शुरू की।
आईटीबीपी के अनुसार मकालू दल ने 19 अप्रैल को सुबह सवा आठ बजे 83 प्रतिशत सफलता दर के साथ चोटी पर आरोहण करते हुए अपने मिशन में कामयाबी हासिल की। इस दल में सहायक कमांडेंट संजय कुमार के साथ हेड कांस्टेबल सोनम स्तोबदान, हेड कांस्टेबल प्रदीप पंवार, हेड कांस्टेबल बहादुर चंद व कांस्टेबल विमल कुमार शामिल थे। उप सेनानी (सामान्य ड्यूटी) निहास सुरेश ने इस साहसिक अभियान में उपनेता की भूमिका निभाई। वहीं अन्नपूर्णा दल ने अत्यंत भीषण व प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों के साथ शून्य दृश्यता का सामना करते हुए चोटी पर 7,940 मीटर तक की चढ़ाई करने में सफलता हासिल की। चोटी से मात्र 150 मीटर की दूरी पर दल ने सुरक्षा को देखते हुए उसी दिन दोपहर में वापसी का निर्णय लिया। इस सफल आरोहण के साथ आईटीबीपी अब तक विश्व की 14 में से 6 चोटियों पर विजय प्राप्त कर चुकी है। बल द्वारा अब तक 229 चोटियाँ फतह की जा चुकी हैं, जिनमें माउंट एवरेस्ट, कंचनजंघा, धौलागिरी, ल्होत्से और मनास्लु प्रमुख हैं। बल द्वारा माउंट एवरेस्ट को पाँच बार फतह किया जा चुका है। आईटीबीपी के अनुसार यह उपलब्धि बल के साहस, अनुशासन और दुर्गम परिस्थितियों में अद्वितीय विशेषज्ञता को दर्शाती है। पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता का दिया परिचय आईटीबीपी द्वारा जारी बयान के अनुसार पर्वतारोही दल ने इस अभियान में केवल अपने अदम्य साहस का ही परिचय नहीं दिया बल्कि अपनी पर्यावरण संरक्षण की प्रतिबद्धता को भी निभाया। इस दौरान पर्वतारोहियों ने स्वच्छ हिमालय एवं ग्लेशियर बचाव अभियान के तहत ऊँचाई वाले शिविरों से 150 किलोग्राम अपघटनीय कचरा भी एकत्र किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।