Local Anger Erupts Over Seven-Year Delay in Meeting at Bhimshankar Temple Management Committee सुपौल: लभीमशंकर मंदिर में सार्वजनिक बैठक नहीं होने पर लोगों में गुस्सा, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
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सुपौल: लभीमशंकर मंदिर में सार्वजनिक बैठक नहीं होने पर लोगों में गुस्सा

राघोपुर के धरहरा भीमशंकर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा पिछले सात वर्षों में एक भी कार्यकारिणी बैठक नहीं आयोजित करने पर स्थानीय लोगों में गुस्सा भड़क गया है। लोगों का आरोप है कि समिति द्वारा आय-व्यय का...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरThu, 24 April 2025 04:30 PM
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सुपौल: लभीमशंकर मंदिर में सार्वजनिक बैठक नहीं होने पर लोगों में गुस्सा

राघोपुर, एक संवाददाता। जिले के प्रमुख धरहरा भीमशंकर मंदिर के प्रबंध समिति द्वारा बीते सात सालों से कार्यकारिणी बैठक आयोजित नहीं होने को लेकर सोमवार को स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया। इस दौरान मंदिर परिसर में दर्जनों लोगों ने गठित सदस्यों द्वारा भारी अनियमितता बरते जाने का आरोप लगाते हुए वीरपुर एसडीएम सह मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार को दूरभाष पर जानकारी देते हुए शिकायत किया। स्थानीय निवासी राजेश कुमार यादव, उपेन्द्र यादव, गुणसागर यादव, लालू यादव, अनिल यादव, शिव कुमार यादव, गौरी शंकर यादव, जितेंद्र यादव, प्रभाष यादव सहित अन्य लोगों ने बताया कि साल 2018 में स्थानीय लोगों की सहमति से बीरपुर एसडीएम को भीमशंकर मंदिर का अध्यक्ष मनोनित करते हुए सचिव, कोषाध्यक्ष तय करते हुए एक समिति गठित की गई। इसमें निर्णय लिया गया था कि मंदिर में आय और व्याय का लेखा-जोखा हर साल सार्वजनिक बैठक कर प्रस्तुत करना था। इसके अलावा तीन साल के बाद पुराने कार्यकारिणी को भंग कर नई कार्यकारिणी का गठित होना था।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि बीते सात सालों में गठित समिति द्वारा एक भी बैठक आयोजित नहीं हुई। जिस कारण मंदिर के आय और व्यय का लेखा-जोखा प्रस्तुत नहीं हो सका है । लोगों का आरोप है कि भीमशंकर मंदिर परिसर में पोखर, हाट, दान, धर्मशाला, मुंडन, गाड़ी पूजन के अलावा कई शुभ कार्यों को लेकर मंदिर प्रबंध समिति को भक्तों से आय प्राप्त होती है, लेकिन इस आय का ब्यौरा लोगों के समक्ष प्रस्तुत नहीं होने के कारण मंदिर प्रबंध समिति के लोग इसे आपस में बंदरबाट कर जाते हैं। जिस कारण मंदिर के विकास कार्य अवरुद्ध है। वहीं धर्म के नाम पर प्रबंध समिति में शामिल कुछ लोग अवैध पैसा कमाने का इसे जरिया बना लिया है। लोगों का कहना है कि जल्द मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सार्वजनिक बैठक आयोजित नहीं होने पर वे लोग उग्र आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। बीरपुर एसडीएम नीरज कुमार ने बताया कि मंदिर में सार्वजनिक बैठक नहीं होने को लेकर शिकायत मिली है। जांच पड़ताल कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

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