Photographers in Bhagalpur Struggle for Work Amidst Mobile Photography Boom कैमरे में मुस्कान कैद करने वालों को मिले सरकारी लाभ, Bhagalpur Hindi News - Hindustan
Hindi NewsBihar NewsBhagalpur NewsPhotographers in Bhagalpur Struggle for Work Amidst Mobile Photography Boom

कैमरे में मुस्कान कैद करने वालों को मिले सरकारी लाभ

भागलपुर में पांच सौ से अधिक फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें पर्याप्त काम नहीं मिल रहा है। मोबाइल फोटोग्राफी के चलते स्टूडियो में भीड़ कम हो गई है। फोटोग्राफरों ने सरकार से...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरThu, 17 April 2025 12:31 AM
share Share
Follow Us on
कैमरे में मुस्कान कैद करने वालों को मिले सरकारी लाभ

भागलपुर। जिले में पांच सौ से अधिक फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर काम कर रहे हैं। लेकिन उन्हें जरूरत के अनुसार काम नहीं मिल रहा है। पहले विभिन्न तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा विभिन्न योजनाओं में पासपोर्ट साइज फोटो देने के लिए स्टूडियो में भीड़ लगी रहती थी। लेकिन अब लोग घर बैठे मोबाइल से फोटो खींचकर प्रिंट करा लेते हैं। फोटोग्राफरों और वीडियोग्राफरों की मांग आयोजनों तक ही सीमित होकर रह गयी है। महंगे कैमरे और उपकरणों पर लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद बुकिंग कम हो रही है। बिहार फोटोग्राफर एसोसिएशन भागलपुर के पदाधिकारियों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि सरकार की सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। इसके चलते आर्थिक स्थिति कमजोर होती जा रही है।

बिहार फोटोग्राफर एसोसिएशन के महासचिव विभूति भूषण ने बताया कि संगठन से करीब चार सौ फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर जुड़े हुए हैं। लेकिन फोटोग्राफरों को काम के मुताबिक पारिश्रमिक नहीं मिल रहा है। कार्यक्रम या आयोजन को कवर करने के लिए कोई राशि निर्धारित नहीं है। इवेंट वाले पूरे कार्यक्रम की जिम्मेदारी ले लेते हैं। अब उनके माध्यम से कम राशि में काम करना पड़ता है। साल में शादी-ब्याह या अन्य आयोजनों में चार-पांच महीने ही काम मिल पाता है। बचे समय में कोई काम भी नहीं कर पाते हैं। इसमें सरकार को पहल करनी चाहिए। कला-संस्कृति के माध्यम से फोटोग्राफरों को भी जोड़ना चाहिए। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष धनंजय शर्मा ने बताया कि सरकार फोटोग्राफरों को व्यवसाय करने के लिए आर्थिक मदद दे। बिना ब्याज बैंकों से कर्ज दिलाने की व्यवस्था होनी चाहिए। ताकि फोटोग्राफर बेहतर उपकरणों की खरीद कर सकें। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ फोटोग्राफरों को मिलना चाहिए। इसके तहत 10 लाख रुपये मिल सकता है। इसमें पांच लाख रुपये अनुदान मिलने पर फोटोग्राफरों को काफी राहत मिल सकती है। उन्होंने बताया कि संगठन द्वारा परिचय पत्र जारी किया जाता है। लेकिन उसे प्रशासनिक मान्यता नहीं मिलती है।

बिहार फोटोग्राफर एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष मो. महबूब ने बताया कि ड्रोन चलाने के नियम में सरकार को लचीलापन लाना चाहिए। इससे फोटोग्राफरों को काफी नुकसान हो रहा है। शादी-ब्याह या अन्य बड़े आयोजनों में लोगों द्वारा ड्रोन की मांग की जाती है। प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन का उपयोग वर्जित है। प्रशासन को प्रतिबंधित क्षेत्र की सूची सार्वजनिक करनी चाहिए। ताकि उन क्षेत्रों को छोड़कर ड्रोन का उपयोग फोटोग्राफर कर सकें। प्रतिबंधित क्षेत्र की सूची की जानकारी के अभाव में कहीं भी उसका उपयोग करने पर डर लगता है। कई बार अधिकारियों द्वारा इसके लिए प्रताड़ित किया जाता है। फोटोग्राफरों को ड्रोन का उपयोग करने की सुविधा मिलनी चाहिए। फोटोग्राफरों को प्रशिक्षण देने की व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए। ताकि वह फोटोग्राफी में बेहतर काम कर सकें। उन्होंने बताया कि विवि स्तर पर फोटोग्राफी सीखने की व्यवस्था होनी चाहिए। एसोसिएशन के संयुक्त सचिव देवाशीष कुमार ने कहा कि शादी-ब्याह आदि कार्यक्रमों में देर रात फोटोग्राफर घर लौटते हैं। रास्ते में पुलिस जांच के नाम पर प्रताड़ित करती है। परिचय पत्र दिखाने के बाद भी पुलिस परेशान करती है। इस पर रोक लगनी चाहिए। पुलिस फोटोग्राफरों की जांच करने के बाद घर जाने की इजाजत दे। फोटोग्राफर या अन्य किसी भी व्यक्ति को आपत्तिजनक सामान लेकर जाने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए। लेकिन जांच के नाम पर रोकना अच्छी बात नहीं है। फोटोग्राफर देर रात में कीमती उपकरण लेकर घर लौटते हैं। फोटोग्राफरों को आय कम होती है। फोटोग्राफरों को जीएसटी से मुक्त करना चाहिए। एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष बजरंग शर्मा ने बताया कि फोटोग्राफरों को व्यवसाय करने के लिए बिना ब्याज कर्ज मिलना चाहिए, ताकि बेहतर उपकरण के साथ काम कर सकें। फोटोग्राफरों के पास आय का साधन कम है। सरकार को फोटोग्राफरों को परिचय पत्र देते हुए एक निश्चित राशि पेंशन के रूप में देनी चाहिए। आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं रहने के चलते फोटोग्राफर बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दे पाते हैं। फोटोग्राफरों को ट्रेड लाइसेंस लेने में काफी परेशानी होती है। सरकार को नि:शुल्क ट्रेड लाइसेंस देने की व्यवस्था करनी चाहिए। फोटोग्राफर देर रात तक काम करते हैं। कई बार दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। दुर्घटना में मौत होने पर फोटोग्राफर के आश्रितों को मुआवजा देने का प्रावधान सरकार को करनी चाहिए। शादी समारोह में हर्ष फायरिंग पर सरकार को रोक लगानी चाहिए। फोटोग्राफर भीड़ में जाकर काम करते हैं। हर्ष फायरिंग कभी की जानलेवा साबित हो सकता है।

फोटोग्राफरों को रात में पुलिस प्रशासन का सहयोग मिले

बिहार फोटोग्राफर एसोसिएशन भागलपुर के महासचिव विभूति भूषण ने बताया कि भागलपुर फोटोग्राफर एसोसिएशन का पहचान पत्र रहने के बावजूद देर रात घर लौटते समय जांच के नाम पर पुलिस परेशान करती है। कई बार पूछताछ के दौरान सही जानकारी देने के बाद भी घंटों रोक लिया जाता है। जबकि फोटोग्राफरों के पास कीमती उपकरण होते हैं। जिला प्रशासन को पूछताछ के नाम पर प्रताड़ित करने पर रोक लगानी चाहिए। पुलिस प्रशासन को फोटोग्राफरों को सहयोग करना चाहिए। सामान की जांच करने के बाद घर जाने की इजाजत देनी चाहिए। अगर कोई आपत्तिजनक सामान लेकर जाता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई जरूर होनी चाहिए। देर रात तक काम करने के बाद थके हुए फोटोग्राफर घर लौटते हैं। ऐसे में जांच के नाम पर घंटों रोकने से परेशानी होती है।

②फोटोग्राफरों को आर्थिक मदद दे सरकार

बिहार फोटोग्राफर एसोसिएशन भागलपुर के उपाध्यक्ष धनंजय शर्मा ने बताया कि साल में चार से पांच माह तक उनलोगों का व्यवसाय मंदा रहता है, जिसके कारण आर्थिक रूप से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। विश्वकर्मा योजना या सरकार की अन्य किसी योजना के तहत उन लोगों के लिए रोजगार का अवसर सरकार को देना चाहिए। जिससे फोटोग्राफर परिवार का भरण-पोषण कर सके। कई ऐसे फोटोग्राफर हैं जिनके पास अपना कैमरा या कोई उपकरण उपलब्ध नहीं है। उन्हें दूसरों से किराए पर कैमरा लेकर काम करना करना पड़ता है। फोटोग्राफी के उपकरण भी महंगे हो गये हैं। सरकार से आर्थिक मदद मिलने पर फोटोग्राफर बेहतर उपकरण खरीद सकेंगे।

शादी समारोह में हर्ष फायरिंग पर प्रशासन लगाए रोक

बिहार फोटोग्राफर एसोसिएशन भागलपुर के कोषाध्यक्ष बजरंग शर्मा ने बताया कि कई जगहों पर शादी समारोह में हर्ष फायरिंग देखने को मिलती है। हर्ष फायरिंग में कई बार लोगों की मौत हो जाती है। प्रशासन को हर्ष फायरिंग करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि इस पर रोक लग सके। फोटोग्राफर भीड़ में जाकर काम करते हैं। हर्ष फायरिंग से कभी भी जानमाल को खतरा हो सकता है। किसी समारोह में आर्म्स लेकर जाने की अनुमति भी नहीं होनी चाहिए। ड्रोन से जिला या पु़लिस प्रशासन को किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसके लिए प्रशासन को गाइडलाइन जारी की जानी चाहिए। इससे फोटोग्राफी व्यवसाय से जुड़े लोगों के साथ प्रशासन को भी परेशानी नहीं होगी।

फोटोग्राफरों को मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से जोड़ कर ऋण दिया जाए

बिहार फोटोग्राफर एसोसिएशन भागलपुर के सचिव देवाशीष कुमार ने बताया कि बिहार सरकार को फोटोग्राफरों को मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से जोड़कर व्यवसाय को बढ़ाने या रोजगार करने के लिए 10 लाख रुपये तक ऋण देने की व्यवस्था करनी चाहिए। ताकि फोटोग्राफर महंगे उपकरण खरीद सकें। इस योजना में अनुदान का प्रावधान है। इससे फोटोग्राफरों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। कई बार फोटोग्राफरों को किसी समारोह या कार्यक्रम की फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी का काम पूरा होने के बाद पार्टी के पैसे के लिए लंबे समय तक चककर लगाना पड़ता है। इससे भी उन सभी का व्यवसाय काफी प्रभावित होता है। सरकार को राशि की वसूली करने में सहयोग करना चाहिए।

फोटोग्राफर जब काम करके वापस घर लौटते हैं तो रास्ते में पुलिस कैमरा और उपकरण की जांच के नाम पर प्रताड़ित करती है। कई बार पूछताछ के दौरान घंटों रोक दिया जाता है। चेकिंग के दौरान उपकरण को लेकर तरह-तरह के सवाल किये जाते हैं। इस पर रोक लगनी चाहिए।

अजय कुमार सिंह

ड्रोन का इस्तेमाल करने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा नियम तय कर प्रतिबंधित क्षेत्र की सूची जिला फोटोग्राफी एसोसिएशन को उपलब्ध करानी चाहिए, ताकि फोटोग्राफर प्रतिबंधित क्षेत्र में ड्रोन का परिचालन नहीं करें। वर्तमान में कहीं भी ड्रोन का उपयोग करने पर डर लगता है।

मो. महमूद

जिले में फोटोग्राफरों की संख्या काफी है। लेकिन मोबाइल युग के चलते फोटोग्राफरों को काम कम मिल रहा है। पहले पासपोर्ट फोटो बनवाने के लिए स्टूडियो में भीड़ लगती थी। अब स्टुडियो में लोगों का आना कम हो गया है। इससे फोटोग्राफरों की आर्थिक स्थिति कमजोर होती जा रही है।

मो. खालिद अनवर

अक्सर इवेंट कराने वाले समारोह की पूरी बुकिंग कर लेते हैं। उसी में से कुछ राशि फोटोग्राफरों को भी देते हैं। इसका असर फोटोग्राफर के व्यवसाय पर पड़ता है। फोटोग्राफरों को काम मिलने में परेशानी हो रही है। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।

दीपक राय

फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर रातभर जगकर काम करते हैं। मेहनत के अनुसार फोटोग्राफरों को उचित मेहनताना नहीं मिल पाता है। सरकार द्वारा इसको लेकर न्यूनतम मजदूरी तय करनी चाहिए, ताकि फोटोग्राफर परिवार का भरण-पोषण कर सके।

विजय कुमार

फोटोग्राफ़ी में कई लोगों को प्रेरित करने की शक्ति है और इससे बेहतर बदलाव हो सकता है। लेकिन आज फोटोग्राफरों की स्थिति अच्छी नहीं है। दूसरों का मुस्कुराते हुए फोटो खींचने वाले फोटोग्राफरों की हालत बदहाल है। फोटोग्राफर को आर्थिक रूप से मजबूत करने की जरूरत है।

हर्ष कुमार

सरकार द्वारा लघु उद्योग शुरू करने के लिए अलग-अलग व्यवसाय से जुड़े लोगों को ऋण उपलब्ध कराया जाता है। उसी प्रकार फोटोग्राफरों को भी व्यवसाय बढ़ाने के लिए ऋण उपलब्ध कराना चाहिए। किसी भी शादी समारोह या अन्य कार्यक्रमों में फोटोग्राफरों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

प्रकाश कुमार लाल

समय के साथ तकनीक में बदलाव हो रहा है। फोटोग्राफी के क्षेत्र में नए-नए उपकरण और कैमरा आ गए हैं। इसके कारण प्रतिस्पर्द्धा काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। फोटोग्राफरों को काम मिले। इसकी व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए।

भाष्केंद्र प्रसाद

कला संस्कृति एवं युवा विभाग की योजनाओं से फोटोग्राफरों को भी जोड़ा जाना चाहिए। इससे उनलोगों के लिए रोजगार पैदा होगा। किसी भी सरकारी कार्यक्रम में मान्यता प्राप्त फोटोग्राफर के लिए अवसर तय होना चाहिए। इससे फोटोग्राफरों को आर्थिक लाभ मिलेगा।

रवि शंकर मिश्रा

फोटोग्राफरों को बिना ब्याज का ऋण मुहैया कराया जाना चाहिए, ताकि फोटोग्राफर बेहतर उपकरण खरीद सकेंगे। वर्तमान में बाजार में प्रतिस्पर्धा अधिक हो गयी है। बेहतर उपकरण रहने पर फोटोग्राफरों को काम का अवसर अधिक मिलेगा।

शिवशंकर यादव

फोटाग्राफरों के लिए ट्रेनिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। इससे प्रशिक्षित होकर फोटोग्राफर एवं वीडियोग्राफर काम कर सकेंगे। इससे क्वालिटी के साथ विधा के प्रति आमजनों में सम्मान का भाव बढ़ेगा। युवा वर्ग भी फोटोग्राफी से जुड़ेगा।

विकास कुमार

सरकार को अलग-अलग विभाग में फोटोग्राफरों की नियुक्ति की व्यवस्था की जानी चाहिए, जिससे ट्रेंड और डिग्री होल्डर फोटोग्राफर सरकारी सेवा से जुड़ सकेंगे। इससे फोटाग्राफी के प्रति युवाओं में भी रुचि बढ़ेगी और नौकरी के साथ रोजगार का बेहतर विकल्प साबित होगा।

विपिन कुमार

समस्या

1.काम करके लौटने के दौरान देर रात में पुलिस कैमरा और अन्य उपकरणों की जांच के नाम पर प्रताड़ित करती है। कई बार घंटों रोक दिया जाता है।

2. ड्रोन चलाने को लेकर प्रतिबंधित क्षेत्र की सूची नहीं रहने से परेशानी होती है। इसके चलते अन्य क्षेत्रों में काम करने में भी डर लगता है।

3. शादी या अन्य समारोह में हर्ष फायरिंग के दौरान हादसे हो जाते हैं। फोटोग्राफरों को भी भीड़ में काम करने के दौरान डर लगता है।

4. फोटोग्राफरों को सरकार की किसी योजना का लाभ नहीं मिलता है। इसके चलते फोटोग्राफरों की आर्थिक स्थिति कमजोर होती जा रही है।

5. फोटोग्राफरों को प्रशिक्षण देने की कोई व्यवस्था नहीं है। प्रशिक्षण नहीं मिलने का असर फोटोग्राफी और व्यवसाय पर पड़ रहा है।

सुझाव

1.फोटोग्राफरों को बिहार सरकार की उद्यमी योजना से जोड़कर व्यवसाय बढ़ाने के लिए आर्थिक मदद मुहैया करानी चाहिए।

2. फोटोग्राफी के लिए छायाकारों को कई तरह के कौशल की ज़रूरत होती है। सरकार द्वारा प्रशिक्षण की व्यवस्था की जानी चाहिए।

3 किसी भी समारोह में हर्ष फायरिंग पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए। इससे अप्रिय घटनाओं की संभवना दूर होंगी।

4 डिग्रीधारी फोटोग्राफरों को सरकार द्वारा अलग-अलग विभागों में नियुक्ति की व्यवस्था की जानी चाहिए, जिससे नौकरी का विकल्प तैयार होगा।

5 सरकार के द्वारा र‌जिस्टर्ड फोटोग्राफर का बीमा होना चाहिए। इससे किसी विशेष परिस्थिति में उनके परिवारवालों को लाभ मिल सकेगा।

कोट

इवेंट फोटोग्राफर का टैग लगाना ही गलत है। फोटोग्राफरों को बहुमुखी होना चाहिए। फोटोग्राफी की विभिन्न विधाओं में एक्सपर्ट होना चाहिए। फोटोग्राफरों को नेचर फोटोग्राफी, डॉक्यूमेंट्री फोटोग्राफी, प्रोजेक्ट फोटोग्राफी आदि की जानकारी होनी चाहिए। ताकि समय मिलने पर उन्हें स्वयं काम मिल सके। फोटोग्राफर भी कलाकार होते हैं। अभी राज्य स्तर पर फोटोग्राफरों को भी निबंधित करने की तैयारी हो रही है। इसके लिए https://artistregistration.bihar.gov.in/ पर कलाकारों को स्वयं को निबंधित करना चाहिए। ताकि उन्हें उनकी योग्यता के हिसाब से काम मिल सके।

- अंकित रंजन, जिला कला संस्कृति पदाधिकारी, भागलपुर

प्रस्तुति: वीरेन्द्र कुमार, रविशंकर सिन्हा

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।