बोले मुंगेर : 15 वर्षों से नहीं हुई सड़कों की मरम्मत, गलियों में भर जाता है तीन फीट पानी
मुंगेर नगर निगम क्षेत्र के रेलवे गुमटी नंबर- 2 के निवासी बुनियादी सुविधाओं की कमी और सरकारी योजनाओं के अधूरे क्रियान्वयन से परेशान हैं। जल, सीवरेज, जर्जर सड़कें और जलजमाव जैसे मुद्दे उनकी रोजमर्रा की...
रेलवे गुमटी नंबर- 2, सोनर पट्टी, मुंगेर नगर निगम क्षेत्र का एक ऐसा हिस्सा है, जहां के नागरिक बुनियादी सुविधाओं के अभाव और सरकारी योजनाओं के अधूरे कार्यान्वयन से परेशान हैं। नल-जल योजना, सीवरेज कनेक्शन, जर्जर सड़कें, जलजमाव और भ्रष्टाचार जैसे गंभीर मुद्दे लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर रहे हैं। उनकी समस्याओं के मुद्दे पर अपने हिन्दुस्तान समाचार-पत्र संवाददाता द्वारा रेलवे गुमटी नंबर- 2 के पास यहां के निवासियों के साथ संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें उन्होंने अपनी समस्याओं की जानकारी दी। 15 हजार की आबादी है रेलवे गुमटी नंबर- 2 सोनरपट्टी की 65 सौ है यहां मतदाताओं की संख्या, समस्याओं से हैं परेशान 02 सौ घरों में नहीं पहुंचा है नल-जल योजना का पानी रेलवे गुमटी नंबर 9, सोनरपट्टी की आबादी लगभग 15,000 है, जिनमें से मात्र 6,500 मतदाता हैं।
यह आंकड़ा दर्शाता है कि, यहां का एक बड़ा हिस्सा या तो बाल जनसंख्या में आता है या किसी कारणवश सूचीबद्ध नहीं है और वोटिंग से वंचित है। लेकिन, इससे भी अधिक चिंताजनक स्थिति यह है कि इस वार्ड की बुनियादी समस्याओं का समाधान वर्षों से नहीं हो पाया है। लोगों ने बताया कि, यहां लगभग 200 घर आज भी ‘हर घर नल का जल योजना से वंचित हैं। जिन घरों में नल लगाए भी गए हैं, वहां एक बूंद भी पानी नहीं पहुंचा है। यहां आने वाली पाइपलाइन की लीक है और कनेक्शन की गुणवत्ता सही नहीं है। इसके साथ ही लोगों के घरों में न तो मीटर लगाए गए हैं और न ही नियमित जलापूर्ति हो रही है। लोगों ने कहा कि इस मोहल्ले में इस योजना की इस स्थिति से स्पष्ट है कि, योजना का क्रियान्वयन भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है। सीवरेज व्यवस्था और जलजमाव: लोगों का कहना था कि मोहल्ले में लगभग 150 घर अब भी सीवरेज कनेक्शन से वंचित हैं। वहीं, जिन इलाकों में नाले बने हैं, उनकी सफाई समय पर नहीं होती, जिससे बरसात के दिनों में सड़क पर एवं आसपास के क्षेत्र में 3 फीट तक पानी भर जाता है। यही नहीं मोहल्ले के कई घरों में भी पानी प्रवेश कर जाता है। उन्होंने बताया कि, यहां स्थित काली मंदिर वाली गली में तो सड़क के दोनों ओर आज तक नाले बने ही नहीं हैं। इसके चलते इस गली के करीब 80 परिवारों को वर्षा ऋतु में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। सड़कें बनी जानलेवा: संवाद में लोगों ने बताया कि दो नंबर गुमटी से लेकर मंगल बाजार सोनरपट्टी चौक तक की सड़क वर्ष- 2008 में बनी थी, लेकिन आज तक उसकी मरम्मत नहीं हुई है। सड़क पूरी तरह जर्जर हो चुकी है, जिससे आए दिन ई-रिक्शा पलटने और बच्चों के चोटिल होने की घटनाएं सामने आती हैं। जलजमाव के कारण सड़कें कीचड़ में तब्दील हो जाती हैं। यहां के हालात अत्यंत ही खराब हैं, लेकिन नगर निगम अपनी आंखें मूंद रखा है। नल-जल पाइपलाइन में लीकेज के कारण सड़क पर ही पानी बहने से, सड़क और भी क्षतिग्रस्त होकर खतरनाक होती जा रही है। बिजली व्यवस्था में भी अनियमितता: लोगों ने कहा कि, इस मोहल्ले गालियों में एवं सड़कों पर नई स्ट्रीट लाइटें तो लगाई गई हैं, लेकिन यह सही नहीं है। इससे तो अच्छा पुरानी लाइटें ही थीं। नई लाइटों के नाम पर यहां जमकर भ्रष्टाचार का हुआ है और विकास की योजनाएं सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गई हैं। रेलवे गुमटी नंबर- 2 सोनरपट्टी की समस्याएं वर्षों से ज्यों- की- त्यों बनी हुई हैं। नल-जल योजना, सड़क निर्माण, सीवरेज व्यवस्था और जल निकासी जैसे बुनियादी मुद्दों का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए। नगर निगम प्रशासन को चाहिए कि, वह यहां की जमीनी सच्चाई को समझे और पारदर्शिता के साथ कार्य करे, जिससे जनता को विकास का वास्तविक लाभ मिल सके। शिकायत 1. इस मोहल्ले में नल-जल योजना का क्रियान्वयन पूरी तरह से असफल है। अभी भीलगभग 200 घर योजना से वंचित हैं और जहां कनेक्शन है, वहां पानी नहीं आ रहा है। 2. मोहल्ले में सीवरेज कनेक्शन की स्थिति भी अच्छी नहीं है। करीब 150 घरों में अभी भी सीवरेज की सुविधा नहीं है, जिससे गंदा पानी सड़क पर बहता है। 3. मोहल्ले की सड़कें वर्षों से जर्जर स्थिति में हैं। इनके पुनर्निर्माण की जरूरत है। पिछले 15 वर्षों में मरम्मत तक नहीं हुई है। 4. मोहल्ले में जलजमाव की गंभीर स्थिति है। बरसात में सड़कों एवं गलियों में 3 फीट तक पानी भर जाता है, जिससे घरों में पानी घुसता है और आवागमन ठप हो जाता है। 5. बिजली व्यवस्था में भ्रष्टाचार का आरोप है। नई स्ट्रीट लाइटें लगाई गईं, लेकिन जनता का आरोप है कि, पुरानी लाइटें ही बेहतर थीं, नई लाइटें केवल दिखावा हैं। सुझाव: 1. नल-जल योजना की पुनः तकनीकी जांच और पारदर्शी क्रियान्वयन हो। कनेक्शन, मीटरिंग और जलापूर्ति की स्थिति की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराकर कार्य पूरा किया जाए। 2. सभी घरों को सीवरेज से जोड़ा जाए। इसके लिए विशेष अभियान चलाकर शेष घरों में सीवरेज कनेक्शन उपलब्ध कराए जाएं। 3. यहां के सड़कों की तत्काल निर्माण की आवश्यकता है। प्राथमिकता के आधार पर पुरानी सड़कों का तत्काल सर्वे कराकर पुनर्निर्माण कार्य शुरू किया जाए और गुणवत्ता की निगरानी हो। 4. जल निकासी और नाला सफाई की समयबद्ध व्यवस्था हो। नियमित अंतराल पर नालों की सफाई हो और नए नालों का निर्माण सुनिश्चित किया जाए, विशेष रूप से जलजमाव वाले क्षेत्रों में। 5. स्ट्रीट लाइट परियोजना की जांच हो और जवाबदेही तय किया जाए। लाइटों की गुणवत्ता की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और वार्डवासियों की भागीदारी से पारदर्शी व्यवस्था बनाई जाए। हमारी भी सुनें: जब बारिश होती है तो बच्चे और बुजुर्ग गिरते हैं, गाड़ियां पलटती हैं, लेकिन तब कोई देखने नहीं आता। जब चुनाव आता है, तब नेता वोट लेने आ जाते हैं। जीतने के बाद उनका कोई काम नहीं रहता। -मीनाक्षी गुप्ता 2008 में यहां की सड़कें बनी थीं। अब पूरी सड़क टूट चुकी है। न तो नल-जल योजना का लाभ मिल रहा है और घर में मीटर लगा है। योजना का पाइप लीकेज है और सड़क पर पानी बहता है। -निशा रानी मिश्रा दो नंबर गुमटी से लेकर सोनर पट्टी मोहल्ले तक पिछले 15 वर्षों से सड़क की मरम्मत नहीं हुई है। जर्जर सड़क को लेकर मेयर को आवेदन भी दिया गया, बावजूद इसके अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। -रितेश मिश्रा बरसात के समय सड़क पर तीन फीट तक पानी जमा हो जाता है। नालों की समय पर सफाई नहीं होती। सड़क पर पानी जमा होने से वाहन फंस जाते हैं। -कुंदन राज हमारे यहां पानी की बहुत बड़ी समस्या है। न तो नल का कनेक्शन मिला है और न ही सीवरेज की व्यवस्था हुई है। नगर निगम टैक्स तो पूरा लेता है, लेकिन सुविधाएं देने में पीछे है। -सुनील कुमार सीवरेज के नाम पर सड़क में गड्ढे कर दिए गए और उसे बर्बाद कर दिया गया। सड़क का पत्थर गाड़ियों से उड़कर घरों में आ जाता है। काम अधूरा पड़ा है और पानी की सुविधा भी नहीं मिली। -अमर कुमार हमारे घर के सामने हमेशा जलजमाव की स्थिति बनी रहती है, जिससे दुर्गंध आती है। इतनी आबादी के बावजूद नाला नहीं बनाया गया है। -विनोद राव नगर निगम ने सड़क किनारे दोनों ओर नाले नहीं बनवाए हैं। लोग खुद छोटे-छोटे नाले बनाकर गंदा पानी निकाल रहे हैं। सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। बरसात के समय न सड़क दिखती है और न नाला। -संजय कुमार काली मंदिर गली में घरों का गंदा पानी सड़क पर ही बहता है। नाले का निर्माण होना चाहिए। बरसात में पूरी गली पानी से भर जाती है। -लक्ष्मण साह 2008 में दो नंबर गुमटी से सोनर पट्टी तक सड़क बनी थी। तब से आज तक मरम्मत नहीं हुई। सड़क से पत्थर निकल जाने के कारण छोटे बच्चे चोटिल हो रहे हैं। -कृष्णा कुमार लगभग 200 घरों में अब तक नल-जल योजना का कनेक्शन नहीं पहुंचा है। और जिनमें पहुंचा भी है, वहां एक बूंद पानी तक नहीं मिला। -नवीन कुमार मोहल्ले में नई एलईडी स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं। पुरानी लाइटें बेहतर थीं। शिकायत के बावजूद लाइटें ठीक नहीं की जातीं, जिससे गली में अंधेरा बना रहता है। -सुनील साह हमारे घर में न तो 'हर घर नल जल' योजना का कनेक्शन हुआ है और न ही सीवरेज की पाइपलाइन डाली गई है। पीने का पानी हमें खरीदकर लाना पड़ता है। -प्रताप साह एक तरफ नगर निगम सड़क बनवाता है, तो दूसरी तरफ खुद ही तुड़वा देता है। अब तक गैस कनेक्शन नहीं पहुंचा है। सड़क बन जाने के बाद फिर उसे तोड़कर बर्बाद कर दिया जाएगा। -अनिल मोहल्ले में जल-नल योजना पूरी तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। सीवरेज कनेक्शन में भी लूट मची हुई है। मेरे यहां पानी की सप्लाई ही नहीं होती है। जब कभी सप्लाई होती है, तो लीक होकर सड़क पर ही बह जाती है। जांच हो तो भ्रष्टाचार उजागर हो जाएगा। -रणधीर सिंह पानी का कनेक्शन पूरी तरह फेल है। यह योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। जहां सीवरेज कनेक्शन हुआ है, वहां लूट मची है। मेरे वार्ड में पानी भी नहीं खुलता। -अरविंद बोले सामाजिक कार्यकर्ता मुंगेर में कुछ सड़कों को बार-बार बनवाकर घोटाले किए जा रहे हैं, जबकि कई सड़कें ऐसी हैं जो बीस वर्षों से बदहाल हैं और किसी का ध्यान नहीं है। मोगल बाजार-सोनर पट्टी की सड़क और नाली इसका जीता-जागता उदाहरण है। सड़क और नाली के जीर्ण-शीर्ण होने से नाले का पानी सड़कों पर बहता है और बारिश में बदबूदार पानी घरों में घुस जाता है। -संजय केशरी बोले जिम्मेदार मुंगेर के कई क्षेत्रों में जर्जर सड़क की समस्या है। इनमें से कई सड़कों का टेंडर हो चुका है। इसमें यहां की सड़कें भी शामिल हैं। जल्द ही शहर के अधिकांश वार्डों से यह समस्या दूर होगी। जहां नल-जल का पानी नहीं जा रहा है, वहां से शिकायत आने पर उसे ठीक किया जा रहा है। जिस घर में जल नल का कनेक्शन नहीं पहुंचा है वहां नया कनेक्शन देने का काम सरकार की अनुमति की प्रत्याशा में रुका हुआ है। अनुमति मिलते ही कनेक्शन दे दिया जाएगा। सीवरेज संबंधी शिकायत भी दूर कर दी जाएगी। -कुमकुम देवी, मेयर, मुंगेर
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