बोले मुंगेर : सड़क की खुदाई कर छोड़ दिया, गड्ढे में गिरते हैं मवेशी और बच्चे
मुंगेर के शास्त्री नगर में 15,000 की आबादी में से 6,000 मतदाता हैं, लेकिन नगर निगम की अनदेखी के चलते नागरिक सुविधाओं की कमी है। यहां सीवरेज कनेक्शन और नल जल योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। लोगों को...
मुंगेर शहर का शास्त्री नगर एक ऐसा मोहल्ला है, जिसे सभ्य और शिक्षित कहे जाने के बावजूद यहां के लोगों को कई सुविधाओं के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। लगभग 15,000 की आबादी वाले इस मोहल्ले में लगभग 6,000 पंजीकृत मतदाता हैं, लेकिन वर्षों से नगर निगम की अनदेखी के चलते यहां के लोग कई आवश्यक नागरिक सुविधाओं से वंचित हैं। नियमित सफाई नहीं होती। नाले का काम अधूरा है। नल जल योजना का लाभ नहीं मिल रहा। सरकारी भवनों का अतिक्रमण कर लिया गया है। हिन्दुस्तान के साथ संवाद के दौरान शास्त्री नगर के लोगों ने अपनी समस्या बताई।
15 हजार है शास्त्री नगर की आबादी
06 हजार मतदाता हैं शास्त्री नगर में
04 सौ घरों में नहीं पहुंचा नल का जल
शास्त्री नगर को पढ़े-लिखे लोगों एवं बुद्धिजीवियों का मोहल्ला कहा जाता है, जहां बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी और प्रोफेसर रहते हैं। इसके बावजूद यह क्षेत्र कई समस्याओं से जूझ रहा है। यहां की सबसे बड़ी समस्या सीवरेज, जल आपूर्ति, कचरा प्रबंधन, सड़क निर्माण और सुरक्षा का अभाव शामिल है। इन सब की जानकारी देते हुए संवाद में लोगों ने बताया कि, यहां के लगभग 600 घरों में सीवरेज कनेक्शन नहीं है और गली नंबर- 5 एवं 6 में दो 2 वर्ष पूर्व से ही सीवरेज का काम अधूरा पड़ा हुआ है। वहीं, 'हर घर नल का जल' योजना भी यहां केवल कागजों पर ही है। यहां के लगभग 400 घरों में न तो नल कनेक्शन है और न ही पानी की एक बूंद मिलती है।
खुदाई से क्षतिग्रस्त सड़क हुई खतरनाक :
गली नंबर- 6 में करीब 250 घर हैं, जिनमें 1500 की आबादी रहती है। इन घरों में न तो नियमित पानी की आपूर्ति है, न ही साफ-सफाई की व्यवस्था। सप्ताह में केवल दो दिन कचरा उठाया जाता है और नाले ना तो पक्के हैं और ना ही ढंके हुए, जिससे बीमारियों का खतरा हमेशा बना रहता है। कुछ नाले तो मोहल्लेवासियों ने स्वयं बनाए हैं और स्लैब भी खुद ही डाले हैं। लोगों ने बताया कि इस मोहल्ले में सड़क की स्थिति भी चिंताजनक है। जगह-जगह खुदाई के कारण सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है, जिसमें बच्चे गिरकर चोटिल हो जाते हैं। मोहल्ले के कई घरों में गैस कनेक्शन भी अधूरा है। गलियों में बिजली के खंभों पर लगी एलईडी लाइटें बंद पड़ी हैं और उनका रख-रखाव नहीं हो रहा है। ऐसे में यहां की गलियां अंधेरे में डूबे रहती हैं, जिसका लाभ उठाकर चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं।
नहीं मिल रहा योजनाओं का लाभ :
लोगों ने कहा कि चुनावों के दौरान यह वार्ड हमेशा सक्रिय रहता है। नगर निगम का चुनाव हो या विधानसभा का अथवा लोकसभा का चुनाव हो, सभी चुनावों के लिए यहां 4 बूथ बनाए जाते हैं। इसके बावजूद, यहां सरकारी भवनों की स्थिति जर्जर है, इनका अतिक्रमण कर लिया गया है और प्रशासनिक आवाजाही के बावजूद किसी ने अब तक इनके पुनरुद्धार की कोशिश नहीं की है। यहां सबसे दुखद पहलू यह है कि, योजनाओं के नाम पर बिचौलिए घर-घर जाकर 2000-3000 रुपये तक वसूल रहे हैं और भोले-भाले लोग राशन कार्ड या अन्य सरकारी योजनाओं के लाभ के झांसे में आकर फंस जाते हैं। लेकिन, इसे देखने वाला कोई नहीं है। स्पष्ट है कि, शास्त्री नगर एक ऐसा मोहल्ला है, जो सबसे ज्यादा टैक्स देता है, परंतु सुविधाओं के मामले में सबसे पिछड़ा है। ऐसे में अब आवश्यकता है कि, नगर निगम और प्रशासन इसकी वास्तविक समस्याओं पर ध्यान दें, योजनाओं को जमीनी स्तर पर उतारें तथा बिचौलियों की धोखाधड़ी को रोका जाए। शास्त्री नगर के लोग जागरूक हैं, उन्हें सिर्फ एक ईमानदार व्यवस्था की जरूरत है।
शिकायत
1. मोहल्ले की लगभग 600 घरों में सीवरेज कनेक्शन नहीं है, वहीं 'हर घर नल का जल' योजना के अंतर्गत करीब 400 घरों में पानी की आपूर्ति अभी तक शुरू नहीं हो पाई है।
2. यहां सड़कों की स्थिति बेहद खराब है। जगह-जगह खुदाई कर अधूरा छोड़ दिया गया है, जिससे बच्चों और बुज़ुर्गों के गिरने की घटनाएं आम हो गई हैं।
3. नालों की सफाई समय पर नहीं होती और अधिकतर नाले पक्के नहीं हैं। खुले नालों के कारण बीमारियाँ फैलने का खतरा हमेशा बना रहता है।
4. खंभों पर लगी एलईडी लाइटें बंद पड़ी हैं और उनका रखरखाव नहीं होता, जिससे रात में अंधेरा फैलता है और चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं।
5. योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर बिचौलिए लोगों से 2000-3000 रुपये वसूल कर रहे हैं। भोले-भाले लोग फर्जीवाड़े का शिकार हो रहे हैं।
सुझाव :
1. वार्ड में अधूरे छोड़े गए सीवरेज और जल आपूर्ति परियोजनाओं की जांच कर समयबद्ध ढंग से पूर्ण किया जाए।
2. सड़क की मरम्मत एवं गड्ढों को भरकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुरक्षित पैदल रास्ते बनाए जाएं।
3. नालों को पक्का कर उन पर कवर लगाया जाए और नगर निगम द्वारा नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए।
4. खंभों की लाइटें दुरुस्त कर नियमित रखरखाव हेतु टेंडर और शिकायत निवारण तंत्र विकसित किया जाए।
5. योजनाओं के नाम पर ठगी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, साथ ही लोगों को सीधे पोर्टल या सहायता केंद्रों से जोड़ने के लिए जागरूक किया जाए।
हमारी भी सुनें
शास्त्री नगर में अभी भी लगभग 400 घरों को 'हर घर नल जल' योजना का कनेक्शन नहीं मिला है। शिकायत के बावजूद न तो कनेक्शन मिला और न ही एक बूंद पानी।
-प्रभात कुमार सिन्हा
'हर घर नल जल' योजना का लाभ गली नंबर 5 और 6 में नहीं मिल रहा है। लगभग 400 घरों में कनेक्शन ही नहीं हुआ है, और जहां हुआ है वहां आज तक पानी नहीं पहुंचा है। गैस कनेक्शन के नाम पर सड़क में गड्ढा कर छोड़ दिया गया है, जिससे पशु और बच्चे गिरते रहते हैं।
-कुंवर चंद्रेश, समाजसेवी
शास्त्री नगर में बच्चों के खेलने के लिए कोई पार्क नहीं है। पढ़ाई के साथ-साथ मनोरंजन भी जरूरी है। निगम प्रशासन को यहां पार्क बनवाना चाहिए।
-सुमित कुमार
गली नंबर- 6 में सीवरेज के नाम पर सड़क को बर्बाद कर दिया गया है। आज तक न सीवरेज कनेक्शन हुआ और न ही 'हर घर नल जल' योजना का कनेक्शन मिला है। योजना के नाम पर केवल लूट मची है।
-नीलेंदु पाठक
हमारे घर में न तो 'हर घर नल जल' योजना का कनेक्शन हुआ है और न ही सीवरेज की पाइपलाइन डाली गई है। पीने का पानी खरीद कर लाना पड़ता है।
-पार्वती देवी
मोहल्ले में नई एलईडी स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हैं। पुरानी लाइटें बेहतर थीं। शिकायत के बावजूद लाइटें ठीक नहीं की जातीं, जिससे गली में अंधेरा बना रहता है।
-राहुल
घर के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। कई लोगों ने अपने खर्चे से घर के आगे नाले बनवाए हैं। निगम ने कई गलियों में नाला नहीं बनाया, जिससे जलजमाव और बीमारियों का खतरा बना रहता है।
-कमला देवी
हमारे घर के आगे जलजमाव की स्थिति बनी रहती है, जिससे दुर्गंध आती है। अधिक आबादी के बावजूद नाला नहीं बनाया गया। बड़ा नाला होता तो जलजमाव और बीमारी नहीं फैलती। सफाई भी कभी-कभार ही होती है।
-सीता देवी
शास्त्री नगर की कई कॉलोनियों में एलईडी लाइटें खराब हैं। अंधेरे का लाभ उठाकर असामाजिक तत्वों का जमघट लग जाता है।
-अजय गुप्ता
हमारा वार्ड सबसे अधिक टैक्स देता है, लेकिन विकास से वंचित है। सबसे बड़ी समस्या पानी की है। कुछ घरों में कनेक्शन हुआ भी है तो डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी पानी नहीं पहुंचा।
-सुबोध कुमार शर्मा
'हर घर नल जल' योजना के तहत कई घरों में कनेक्शन मिला है, लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी पानी नहीं मिला। सीवरेज का काम भी अधूरा है।
-सुनील कुमार सिन्हा
नगर निगम द्वारा नाले का निर्माण नहीं कराया गया है। लोग खुद छोटे-छोटे नाले बनाकर अपने घरों का गंदा पानी निकाल रहे हैं। सफाई की भी व्यवस्था नहीं है।
-राजीव कुमार
सीवरेज के नाम पर सड़क में गड्ढे कर उसे बर्बाद कर दिया गया है। काम अधूरा पड़ा है और पानी की सुविधा भी नहीं है।
-नारायण
शास्त्री नगर गली नंबर 6 में पानी की बड़ी समस्या है। न तो नल कनेक्शन हुआ और न ही सीवरेज की व्यवस्था हुई। नगर निगम टैक्स तो पूरा लेता है, पर सुविधा देने में पीछे है।
-सुनील सिन्हा
गैस कनेक्शन के नाम पर सड़क को दो फीट खोदकर छोड़ दिया जाता है। काम के बाद शाम तक उसे घेरा नहीं जाता, जिससे पशु और बच्चे गिर जाते हैं।
-योगेंद्र यादव
नगर निगम की सड़क पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। समय रहते निगम को कार्रवाई करनी चाहिए। बड़ा नाला न होने से पानी जमा रहता है और सफाई भी नहीं होती।
-द्रगपाल यादव
बोले प्रतिनिधि:
सड़क को तोड़कर वैसे ही छोड़ दिया गया है। इस वार्ड में लाइट की जरूरत नहीं थी, लेकिन लूट-खसोट के कारण नगर निगम को पैसे की बर्बादी करनी थी, इसलिए लाइटें लगा दी गईं। जितनी भी नई लाइटें लगाई गई हैं, वे सभी बंद पड़ी हैं। यहां सरकारी बस डिपो है, गोशाला बनी हुई है और चार बूथ हैं। नगर निगम, लोकसभा और विधानसभा के चुनाव यहीं होते हैं। भवन पूरी तरह जर्जर है, सामने अतिक्रमण फैला है और ऑफिस तक में गाय एवं मवेशी बांध दिए जाते हैं। प्रशासनिक अधिकारियों का रोजाना इसी रास्ते से आना-जाना होता है। कोई देखने-सुनने वाला नहीं है।
- विकास यादव, पूर्व वार्ड पार्षद
बोलीं जिम्मेदार
‘हर घर नल का जल’ योजना के तहत कनेक्शन लक्ष्य से अधिक हो चुका है। जहां कनेक्शन हुआ है, वहां मैकेनिकल टीम द्वारा जांच की जा रही है। जिन लोगों को अभी तक पानी नहीं मिला है, वे टोल फ्री नंबर 26344359978 पर शिकायत कर सकते हैं। जहां तक सीवरेज का कनेक्शन सभी जगह नहीं होने की बात है तो, इसकी हम जांच करायेंगे कि, आखिर कनेक्शन क्यों नहीं हुआ है। इसके बाद समुचित कार्रवाई की जाएगी।
- कुमकुम देवी, मेयर
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