पहल : नालंदा के सभी पावर सब स्टेशन जुड़ेंगे रिंग सिस्टम से
पहल : नालंदा के सभी पावर सब स्टेशन जुड़ेंगे रिंग सिस्टम से पहल : नालंदा के सभी पावर सब स्टेशन जुड़ेंगे रिंग सिस्टम से

हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव : पहल : नालंदा के सभी पावर सब स्टेशन जुड़ेंगे रिंग सिस्टम से दो सोर्स से मिलेगी बिजली तो बिना रुकावट आपूर्ति रहेगी बहाल नयी व्यवस्था बहाल करने के लिए 150 किमी 33 केवी लाइन बिछेगी डीपीआर बनाकर भेजी गयी मुख्यालय, स्वीकृति मिलते ही होगा काम शुरू फोटो बिजली : बड़ी पहाड़ी का पावर सब स्टेशन, जिससे शहरी इलाके में मिलती है बिजली। बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि। जिले के सभी पावर सब स्टेशन (पीएसएस) रिंग सिस्टम से जुड़ेंगे। अब दो सोर्स (टू-वे) से बिजली मिलेगी। नयी व्यवस्था बहाल करने के लिए करीब 150 किलोमीटर 33 केवी की नयी लाइन बिछायी जाएगी।
फायदा यह कि एक सोर्स से तकनीकी कारणों के कारण आपूर्ति प्रभावित होगी तो दूसरे सोर्स से पीएसएस को बिजली दे दी जाएगी। इससे शहरी व ग्रामीण इलाकों में बिना रुकावट बिजली बहाल रखने में सहूलियत होगी। सर्वे के बाद डीपीआर तैयार कर मुख्यालय को भेज दी गयी है। स्वीकृति मिलते ही काम शुरू होगा। नालंदा में कुल 20 प्रखंडों को मिलाकर 50 पावर सब स्टेशन हैं, जिनसे शहर और ग्रामीण इलाकों में बिजली मिलती है। इनमें से 30 पावर सब स्टेशन ऐसे हैं, जो पहले से रिंग सिस्टम से जुड़े हैं। शेष पीएसएस को डबल सोर्स से जोड़ने की रणनीति पर विभाग तेजी से काम कर रहा है। राहत यह कि बिहारशरीफ शहरी विद्युत डिविजन के रामचन्द्रपुर और चांदपुरा, बिहारशरीफ ग्रामीण के करण बिगहा और तेतरावां तो राजगीर डिविजन के बेन और सैदपुर को टू-वे से जोड़ने के लिए 33 केवी लाइन बिछाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। पड़ोसी जिले से भी जुड़ेंगे पीएसएस: खास यह भी नयी सुविधा बहाल करने के लिए जरूरत पड़ने पर सीमावर्ती जिले के ग्रिड सब स्टेशन से भी नालंदा के पीएसएस को जोड़ा जाएगा। अस्थावां के सरबहदी पीएसएस को अभी बेनार ग्रिड से बिजली दी जा रही है। बहुत जल्द शेखपुरा के शेखोपुरसराय ग्रिड से भी इसे जोड़ दिया जाएगा। इसी तरह तेतरावां पीएसएस को शेखोपुरसराय से बिजली मिलती है। इसे टू-वे से जोड़ने के लिए नालंदा ग्रिड से नयी लाइन बिछायी जा रही है। सोहसराय पीएसएस को जल्द ही बड़ी ग्रिड से डबल सोर्स से बिजली मिलने लगेगी। 30 पीएसएस को टू-वे से मिल रही बिजली: जिले के 30 पीएसएस को टू-वे सोर्स से वर्तमान में बिजली मिल रही है। इनमें सबसे अधिक बिहारशरीफ ग्रामीण डिविजन के 21 में से 12, राजगीर के 12 में से आठ, एकंगरसराय के 13 में से सात तो बिहारशरीफ शहरी के चार में तीन पीएसएस रिंग से जुड़े हैं। इन्हें आवश्यकता के अनुसार एक सोर्स में खराबी आने पर दूसरे सोर्स से बिजली मिलती है। क्या कहते हैं अधिकारी : जिले के सभी पावर सब स्टेशनों को रिंग सिस्टम से जोड़ने का खाका तैयार कर लिया गया। डीपीआर बनाकर मुख्यालय को भेज दी गयी है। अनुमति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। नयी व्यवस्था बहाल होगी तो शहरी व ग्रामीण इलाकों में बिना रुकावट बिजली बहाल रखने में काफी सहूलियत होगी। सुशील कुमार, अधीक्षण अभियंता, बिजली विभाग मुख्य बातें: 50 पावर सब स्टेशन हैं नालंदा जिले में 30 पावर सब स्टेशन जुड़े हैं रिंग सिस्टम से बॉक्स : अब सुदूर प्रखंडों में भी खुलेंगे स्टोर रूम बिहारशरीफ। बिजली विभाग का मुख्य स्टोर रूम शहर के मोगलकुआं के पास है। यहीं से नालंदा और नवादा को जरूरत के अनुसार बिजली के सामान उपलब्ध कराये जाते हैं। नयी पहल में अब जिले के सुदूरवर्ती इलाकों के पीएसएस में मिनी स्टोर रूम बनाये जाएंगे। वहां पोल, इंश्यूलेटर व अन्य छोटे-छोटे जरूरी सामान रखे जाएंगे। ताकि, किसी भी आपात स्थिति में इन सामान का इस्तेमाल किया जा सके। मुख्यालय आने की जरूरत न पड़े। इससे समय की बचत होगी। साथ ही परेशानी कम उठानी पड़ेगी।
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