CBI caught NHAI GM taking bribe of 15 lakhs 1 crores 18 lakh recovered from General Manager in Patna NHAI के जीएम को 15 लाख की घूस लेते CBI ने पकड़ा, पटना में महाप्रबंधक के पास से 1.18 करोड़ मिले, Bihar Hindi News - Hindustan
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NHAI के जीएम को 15 लाख की घूस लेते CBI ने पकड़ा, पटना में महाप्रबंधक के पास से 1.18 करोड़ मिले

पटना में भ्रष्टाचार के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने बड़ी कार्रवाई की है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के पटना क्षेत्रीय कार्यालय के महाप्रबंधक (GM) को 15 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। 1.18 करोड़ कैश भी बरामद हुआ है।

sandeep हिन्दुस्तान ब्यूरो, पटनाMon, 24 March 2025 05:32 PM
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NHAI के जीएम को 15 लाख की घूस लेते CBI ने पकड़ा, पटना में महाप्रबंधक के पास से 1.18 करोड़ मिले

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) पटना क्षेत्रीय कार्यालय से संबंधित कार्यों का बिल पास कराने व इसके लिए अनुचित लाभ पहुंचाने के आरोपों पर बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी ने इस अवैध कार्य के लिए 15 लाख रुपये रिश्वत लेते एनएचएआई क्षेत्रीय कार्यालय, पटना के महाप्रबंधक रामप्रीत पासवान को घूस लेते गिरफ्तार किया है। वहीं, घूस देने वाली निजी कंपनी मेसर्स राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के जीएम सुरेश महापात्रा को गिरफ्तार किया गया। घूस देने में मदद करने वाले कंपनी के दो निजी कर्मियों चेतन कुमार और बरुण कुमार सहित व एक अन्य को भी दबोचा गया।

गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने सोमवार को आरोपियों के पटना, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, पूर्णिया, रांची और वाराणसी के आवासीय व वाणिज्यिक परिसरों की तलाशी ली, जहां से 1.18 करोड़ रुपये नकद सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज व डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं। इस मामले में पूरे एनएचएआई पटना क्षेत्रीय कार्यालय की भूमिका संदिग्ध पाये जाने पर सीबीआई ने एनएचएआई पटना के सीजीएम वाईबी सिंह सहित वरिष्ठ रैंक के छह लोकसेवकों, निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी के दो जीएम व चार वरिष्ठ प्रतिनिधियों को मिलाकर दर्जनभर लोगों पर केस दर्ज कर जांच शुरू की है।

ठेके के बिल पास कराने का आरोप

सीबीआई ने बताया कि एनएचएआई के आरोपी लोक सेवकों पर आरोप था कि मिलीभगत करके मेसर्स राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के ठेकों से जुड़े बिल को आगे बढ़ाने व इसे अवैध ढंग से पास कराने के लिए रिश्वत का लेन-देन कर रहे थे। मामले के सत्यापन के बाद सीबीआई ने तमाम आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए जांच शुरू की।

अपने आवास पर घूस ले रहे थे जीएम

सीबीआई को जानकारी मिली कि निजी कंपनी के जीएम ने घूस की रकम का इंतजाम करने के बाद एनएचएआई के आरोपी जीएम रामप्रीत पासवान को रिश्वत की रकम पहुंचाने के लिए 22 मार्च को उनके आवास के पास जगह तय की है। इसके बाद सीबीआई ने जाल बिछाया और निजी कंपनी के आरोपी प्रतिनिधि, एनएचएआई के आरोपी जीएम (रिश्वत प्राप्तकर्ता) तथा निजी कंपनी के आरोपी जीएम (रिश्वत देने वाले) को 15 लाख रुपये रिश्वत लेते-देते गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत की राशि पहुंचाने में मदद करने वाले निजी कंपनी के दो अन्य प्रतिनिधियों को भी गिरफ्तार किया गया। मामले की पूरी जांच के लिए केंद्रीय एजेंसी की अलग-अलग टीमों ने पटना सहित सात शहरों में उनके ठिकानों पर छापेमारी की।

इन चार आरोपियों की गिरफ्तारी

राम प्रीत पासवान, जीएम, एनएचएआई, क्षेत्रीय कार्यालय, पटना (रिश्वत प्राप्तकर्ता),

सुरेश महापात्रा, जीएम, मेसर्स राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (घूस देने वाला)

चेतन कुमार और बरुण कुमार, कंपनी के कर्मी

इन पर भी दर्ज हुई प्राथमिकी

वाईबी सिंह, सीजीएम और आरओ, एनएचएआई, क्षेत्रीय कार्यालय, पटना

कुमार सौरभ, डीजीएम, एनएचएआई, परियोजना कार्यान्वयन इकाई, पूर्णिया

ललित कुमार, परियोजना निदेशक, एनएचएआई, परियोजना कार्यान्वयन इकाई, दरभंगा/मुजफ्फरपुर

अंशुल ठाकुर, साइट इंजीनियर, एनएचएआई, परियोजना कार्यान्वयन इकाई, दरभंगा/मुजफ्फरपुर

हेमेन मेधी, ​​एजीएम, लेखा, एनएचएआई, क्षेत्रीय कार्यालय, पटना

अमर नाथ झा, जीएम, मेसर्स राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड

सत्य नारायण सिंह उर्फ ​​पप्पू सिंह, ठेकेदार, मुजफ्फरपुर

मेसर्स राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और अज्ञात अन्य लोक सेवक और निजी व्यक्ति