अमनौर में अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन को लेकर आयोजन समिति घोषित
अमनौर में 4-5 अक्टूबर को अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन का 28वां अधिवेशन आयोजित होगा। आयोजन समिति की घोषणा की गई है, जिसमें डा. संजय प्रकाश मयूख अध्यक्ष और साहित्यकार शिवानुग्रह नारायण सिंह सचिव...

अमनौर। अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन का 28 वां अधिवेशन साहित्य-संस्कृति की उर्वरा धरती अमनौर में आयोजित होनी है। आगामी 4-5 अक्टूबर को आयोजित होने वाले इस राष्ट्रीय भोजपुरी अधिवेशन के आयोजन समिति की घोषणा रविवार को की गई। समिति की घोषणा करते हुए शिक्षक राजन सिंह ने बताया कि आयोजन समिति के अध्यक्ष विधान पार्षद डा. संजय प्रकाश मयूख और सचिव साहित्यकार शिवानुग्रह नारायण सिंह को बनाया गया है। उपाध्यक्ष अम्बिका राय, पप्पू सिंह, प्रियरंजन सिंह युवराज, दीपक राज, संगीता सिंह और बलिराम तिवारी तथा संयुक्त सचिव अमरेन्द्र नारायण ललन, राजीव रंजन, अमरेन्द्र कुमार सिंह, श्वेता कुमारी, शांति भूषण और शशिकांत हैं।
कोषाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह और सतीश कुमार तिवारी को बनाया गया है। कार्यालय सचिव शरदेन्दु कुमार और प्रो. बसंत कुमार सिंह हैं। स्वागताध्यक्ष कमल किशोर सिंह और स्वागत सचिव मनोज सिंह व ब्रजकिशोर सिंह आदि बनाये गये हैं। कला-संस्कृति संयोजक उदय नारायण सिंह, प्रचार प्रकोष्ठ के संयोजक मनोज कुमार सिंह, सफाई प्रकोष्ठ संयोजक राजकुमार सिंह, आईटी प्रकोष्ठ संयोजक कुंदन तिवारी, सुरक्षा प्रकोष्ठ संयोजक गजेन्द्र कुमार सिंह व चिकित्सा प्रकोष्ठ संयोजक डा. धनंजय सिंह को बनाया गया है। आयोजन समिति की यह घोषणा अमनौर हाई स्कूल परिसर में संपन्न बैठक में की गई, जिसकी अध्यक्षता अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के महामंत्री डा. जयकांत सिंह जय ने की। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में देश के विभिन्न भोजपुरी भाषी प्रदेश के साहित्यकार, कवि और कलाकार का जुटान तो होगा ही भोजपुरी भाषी अन्य देशों के भी प्रतिनिधि भी शिरकत करेंगे। आयोजन की सफलता को लेकर बैठक में कई अन्य निर्णय लिए गये। बैठक को मुखिया संघ के प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश राय, डा.रणजीत कुमार,लोजपा नेता आदित्य सिंह टूना, राजेन्द्र प्रसाद सिंह, मनन सिंह, ब्रजकिशोर तिहारी, पूर्व जिला पार्षद विक्रमा माझी व अन्य ने संबोधित किया। --- डीईओ व कार्यालय कर्मियों के खिलाफ 24 मई को प्राथमिक शिक्षक संघ देंगे धरना छपरा, एक संवाददाता। सारण जिला प्राथमिक शिक्षक संघ नेआगामी 20 मई तक राघवेंद्र शर्मा बनाम राज्य सरकार के फलाफल से शिक्षकों को प्रोन्नति का लाभ नहीं दिए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। संघ के प्रधान सचिव दिनेश कुमार सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी व उनके पदाधिकारी तथा कार्यालय कर्मियों के कार्यशैली पर भी सवाल खड़ा किया है और कहा है कि गलत सोच के कारण अबतक नियोजित शिक्षकों के खाते में ईपीएफओ अंशदान की कटौती जमा नहीं किया गया। विशिष्ट शिक्षकों का 5 माह से लंबित वेतन भुगतान, वेतन निर्धारण व वेतन भुगतान में भेदभाव को दूर नहीं किया गया। पथ निर्माण विभाग से प्राप्त दूरी प्रमाण पत्र के आधार पर शहरी आवास भत्ता का लाभ नहीं दिया गया। सभी कोटि के शिक्षकों का वर्षों से लंबित महंगाई भत्ता, आवास भत्ता ,चिकित्सा भत्ता, मातृत्ववकाश व प्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षण की तिथि से अंतर वेतन का लाभ समेत बकाया विपत्र का भुगतान ,यूटीआई पेंशन स्कीम से अच्छादित शिक्षकों को राज्य सरकार द्वारा पेंशन मद में 200 रुपए प्रतिमाह की दर से दी जाने वाली राशि का बकाया का भुगतान अबतक नहीं किया गया।अप्रैल 13 से अगस्त 2020 तक का भुगतान किया जाना है। वहीं वर्ष 2014 से लंबित मृत शिक्षकों के आश्रितों को अनुकंपा का भी लाभ नहीं दिया गया।समस्याओं का निराकरण 20 मई तक नहीं किया गया तो 24. मई को जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के समक्ष विशाल धरना प्रदर्शन किया जायेगा।सारण जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने कहा कि बार-बार अनुरोध के बाद भी जिला शिक्षा पदाधिकारी व उनके कार्यालय के कार्य पद्धति में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।