नौकरी की दौड़ में जोश व जज्बे से 22 की उम्र को मात दे रहे 39 पार के अभ्यर्थी
म्प्स में पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देते जिला पदाधिकारी फोटो 31 जेपीयू कैंपस में शारीरिक जांच में शामिल होने के लिए खड़े अभ्यर्थी नोट- - 100 शब्दों का एक अपडेट भी अभी जाएगा होमगार्ड बहाली पेज...

छपरा, नगर प्रतिनिधि।नौकरी की दौड़ में जोश व जज्बे से 22 की उम्र को 39 साल से पार के अभ्यर्थी मात दे रहे हैं। अधेड़ हो चुके अभ्यर्थियों को उम्मीद है कि बेरोजगारी के दौर में हो सकता है कि उम्र के इस पड़ाव पर ही सरकारी नौकरी लग जाए। हम बात कर रहे हैं होमगार्ड अभ्यर्थियों की। शारीरिक जांच के आधार पर इनको सरकार नौकरी देगी। जिला मुख्यालय के जयप्रकाश विश्वविद्यालय परिसर में अधेड़ उम्र के अभ्यर्थी दौड़-कूद की जांच में पसीना बहाते दिख रहे हैं। लक्ष्य भी तय है। पुरुष अभ्यर्थियों को एक मील यानी 1600 मीटर की दौड़ छह मिनट में पूरी करनी है।
वहीं महिला उम्मीदवारों को 800 मीटर की दौड़ पांच मिनट के अंदर लगानी होगी। जो अभ्यर्थी दौड़ पूरी करने के लिए तय समय सीमा से ज्यादा टाइम लेते हैं, वे दौड़ से असफल हो रहे हैंऔर अगले चरणों में आगे नहीं बढ़ रहे हैं। अगले चरण में शामिल होने के लिए समय सीमा के भीतर दौड़ में पास होना अनिवार्य है। मालूम हो कि होमगार्ड में अभ्यर्थियों की बहाली इस शर्त के साथ की जायेगी कि उम्मीदवार न्यूनतम तीन साल की सेवा गृह रक्षा वाहिनी में देनी होगी। गृहरक्षकों का चयन जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में चयन समिति के स्तर पर किया जाएगा। आधी रात से ही गुलजार हो जा रहा है कैंपस होमगार्ड बहाली को लेकर आधी रात से ही जयप्रकाश विश्वविद्यालय का कैंपस अभ्यर्थियों से गुलजार हो जा रहा है। अभ्यर्थियों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी कैंपस के बाहर काफी संख्या में जुट रहे हैं। सुबह चार बजे रिपोर्टिंग टाइम रखा गया है इसलिए ग्रामीण क्षेत्र से समय से पहले ही अभ्यर्थी कैंपस में पहुंच रहे हैं। अभ्यर्थियों के साथ-साथ जिला प्रशासन के अफसरों की भी परीक्षा हो रही है। वे भी चार बजे सुबह के पहले ही अपने-अपने कर्तव्य स्थल पर पहुंचकर दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। सबसे अधिक परेशानी ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले अधिकारियों की हो रही है। कुछ अधिकारियों ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया के कारण उनका दिनचर्या बुरी तरह से प्रभावित हो रही है लेकिन जिलाधिकारी के आदेश का पालन करना उनका नैतिक कर्तव्य है। इस तरह का मौका बार-बार नहीं आता है, इसलिए वे लोग जिला प्रशासन के साथ हैं। भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए जिला पदाधिकारी अमन समीर पल-पल की अपडेट जानकारी संबंधित पदाधिकारियों से ले रहे हैं। गुरुवार को भी जिला पदाधिकारी ने भर्ती स्थल पर पहुंचकर डीडीडीसी यतेंद्र कुमार पाल, नगर आयुक्त सुनील कुमार पांडेय, बंदोबस्त पदाधिकारी संजय कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद इकबाल, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी रवि प्रकाश को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिये। शोधार्थी भी होमगार्ड बनने के लिए लगा रहे दौड़ बेरोजगारी कहिए या सरकारी नौकरी का क्रेज। होमगार्ड में भर्ती के लिए न्यूनतम योग्यता इंटरमीडिएट रखी गई है लेकिन जयप्रकाश विश्वविद्यालय से रिसर्च कर रहे कई युवा भी शारीरिक जांच में शामिल हो रहे हैं। गुरुवार को शारीरिक जांच में शामिल एक शोधार्थी मनोज कुमार ने बताया कि पीएचडी करने के बाद कोई गारंटी नहीं है कि नौकरी मिल ही जाएगी। इसलिए वह होमगार्ड में भी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। शारीरिक जांच में बेहतर अंक आने की उम्मीद है। ऐसे में उन्हें यह विश्वास है कि मेरिट में वह स्थान बना लेंगे। इस तरह की बात सिर्फ मनोज कुमार ही नहीं बल्कि कई अन्य शोधार्थियों ने भी कहीं। उनका कहना था कि पिछले दिनों विश्वविद्यालय में जिस तरह से केंपस प्लेसमेंट के नाम पर डिलीवरी बॉय का चयन हुआ था उससे तो बेहतर होमगार्ड में चयन होना लग रहा है। होमगार्ड की नौकरी भी अब सम्मानजनक है। परिवार का खर्च चलाने में सहूलियत होगी। कई अभ्यर्थी मैदान में ही करने लगे अभ्यास इसे नौकरी पाने की चाहत कहें या जुनून। यह कि पूर्व से निर्धारित कार्यक्रम को लेकर जयप्रकाश विश्वविद्यालय के ग्राउंड पर पहुंचे कई अभ्यर्थी वहीं पर अभ्यास करना शुरू कर दिए। कोई दौड़ लगाकर अपने को आंक रहा था तो कोई हाई जंप कर अपनी तैयारी को परख रहा था। उनका उत्साहवर्धन अन्य अभ्यर्थी भी कर रहे थे। मैदान में अभ्यास कर रहे अभ्यर्थी संजीव कुमार ने कहा कि फाइनल टच के पहले अभ्यास काफी मायने रखता है। अभ्यास के दौरान यह पता चलता है कि हमें और कितना परिश्रम करना है। बिचौलिया व दलालों से सावधान रहने की अपील होमगार्ड भर्ती में बिचौलियों व दलालों से सावधान रहने की अपील भी जिला प्रशासन के स्तर पर की जा रही है। अभ्यर्थियों से कहा जा है कि वे किसी भी बिचौलिए या दलाल के झांसे में न आएं और अपनी योग्यता पर भरोसा रखें। किसी भी तरह की पैरवी या दलाली में न उलझें। अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए ही भर्ती स्थल पर ही कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जहां अभ्यर्थी बहाली से संबंधित कोई भी जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। वहीं बिचौलियों को धर दबोचने के लिए भी जिला प्रशासन ने रणनीति भी बनाई है। फर्जी अभ्यर्थियों पर नकेल कसने के लिए कई स्तरों पर बायोमेट्रिक ली जा रही है। 16 जून तक केवल पुरुष अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता की जांच शारीरिक जांच की शुरुआत की शुरुआत 19 मई को हुई थी। इसमें 16 जून तक केवल पुरुष अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता की जांच की जायेगी।इसके बाद 17 जून से महिला अभ्यर्थियों के लिए टेस्ट शुरू होगा, जो 21 जून तक चलेगा। पहले दिन सिर्फ 700 अभ्यर्थियों की शारीरिक जांच हुई, उसके बाद प्रत्येक दिन 14 सौ अभ्यर्थियों का फिजिकल टेस्ट हो रहा है।फिजिकल टेस्ट शहर के जयप्रकाश विश्वविद्यालय परिसर स्थित मैदान में हो रहा है। जिला प्रशासन की ओर से फिजिकल टेस्ट को लेकर सभी तैयारियां समय सीमा के पहले ही पूरी कर ली गई थी। होमगार्ड के वरीय जिला समादेष्टा ने बताया कि होमगार्ड भर्ती को लेकर फिजिकल टेस्ट का शेड्यूल जारी किया गया है। शेड्यूल के अनुसार ही भर्ती प्रक्रिया चल रही है। शारीरिक जांच की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी व नियमों के अनुसार हो रही है। ऊंची कूद, लंबी कूद और गोला फेंक में मिले नंबर से बनेगी मेरिट बहाली के लिए दौड़ से लेकर ऊंचाई, सीना की माप, लंबी कूद, ऊंची कूद और गोला फेंक शामिल हैं। इन सभी के अंक निर्धारित किए गए हैं। शारीरिक योग्यता व दक्षता परीक्षा कुल 15 अंको की है। दौड़ व हाइट माप के बाद हाइजंप, लांग जंप और शॉट पुट यानी कि गोला फेंक हो रहा है। इसमें प्रत्येक के लिए पांच- पांच नंबर यानी कुल 15 अंक निर्धारित हैं। इसी तीन जांच में आये अंक पर मेरिट बनेगा। हाइजंप में पुरुष चार फुट पर पास होंगे, तो वहीं महिलाएं तीन फुट पर पास मानी जायेंगी। लंबीकूद में पुरुष अभ्यर्थियों को 12 फुट, तो महिला अभ्यर्थियों को 9 फुट पर पास माना जायेगा। इससे जितनी लंबी कूद लगायेंगे, उतना ही अधिक नंबर मिलेगा। वहीं गोला फेंक में पुरुष अभ्यर्थी 16 पाउंड का गोला 16 फुट फेंक कर पास होंगे। वहीं महिला अभ्यर्थी 12 पाउंड का गोला 10 फुट फेंक कर पास होंगी। कुल रिक्ति के अनुपात में डेढ़ गुना मेधा सूची बनायी जाएगी। पुरुष अभ्यर्थियों की ऊंचाई 162.56 सेंटीमीटर है वहीं सभी वर्गों की महिला अभ्यर्थियों के लिए 153 सेंटीमीटर हाइट होना जरूरी है। जानें, कितने पुरुष और महिला अभ्यर्थी लें रहे हैं भाग पुरुष : 29266 महिला : 6464 थर्ड जेंडर : 02 कुल उम्मीदवार :35732 केस 1 39 वर्षीय रमेश कुमार भौतिकी से पीजी कर चुके हैं। होमगार्ड बहाली के लिए जयप्रकाश विश्वविद्यालय परिसर में दौड़ लगाने के लिए आए थे। उन्होंने बताया कि दौड़ में किसी तरह चयन हो गया लेकिन उम्र के इस पड़ाव में ऊंची कूद नहीं कर पाए इसलिए वह आगे की भर्ती प्रक्रिया से बाहर हो गए। बहुत उम्मीद लगाकर पिछले दो महीने से शारीरिक जांच की तैयारी कर रहे थे। केस 2 40 वर्षीय गौरी शंकर ने बताया कि उम्र के इस पड़ाव में शारीरिक जांच में सफल होना सभी के वश की बात नहीं है। पत्नी के कहने पर होमगार्ड बहाली के लिए उन्होंने फॉर्म भर दिया था। गांव में रहकर तैयारी भी ठीक-ठाक कर रखा था लेकिन कैंपस में आयोजित शारीरिक जांच में सफल नहीं हो पाए। मन- मसोस कर अब घर लौटने को विवश हैं। होमगार्ड में बहाली की तैयारी को लेकर युवा सुबह-शाम बहा रहे पसीना अभ्यर्थियों को बरगलाने के लिए कोचिंग संस्थानों ने भी बुना है जाल पांच लाख रुपया तक की वसूली किए हैं कोचिंग संस्थान के संचालक छपरा, नगर प्रतिनिधि। होमगार्ड में बहाली की प्रक्रिया शुरू होते ही युवाओं में उत्साह देखने को मिल रहा है। शहर सहित ग्रामीण क्षेते के युवा इस मौके को लेकर बेहद गंभीर नजर आ रहे हैं। शहर के राजेन्द्र स्टेडियम, राजेन्द्र कॉलेज खेल मैदान इन दिनों युवाओं की कड़ी मेहनत और जोश का गवाह बना हुआ है। यहां सुबह से लेकर शाम तक शारीरिक दक्षता की तैयारी करते हुए युवा नजर आते हैं। राजेन्द्र कॉलेज के खेल मैदान में प्रतिदिन सैकड़ों युवक पहुंच रहे हैं। फिजिकल फिटनेस के विभिन्न परीक्षणों की तैयारी में जुटे हुए हैं। इनमें मुख्य रूप से हाई जंप, लॉन्ग जंप, गोला फेंक, 1600 मीटर दौड़ जैसे शारीरिक अभ्यास शामिल हैं। मैदान में अलग ही माहौल देखने को मिल रहा है जहां युवाओं का जोश, अनुशासन और मेहनत स्पष्ट झलक रही है। होमगार्ड की तैयारी कर रहे युवा नरेश ने बताया कि, बिहार में बेरोजगारी की स्थिति गंभीर है। ऐसे में सरकार द्वारा जैसे ही होमगार्ड बहाली की अधिसूचना जारी की गयी,सभी युवाओं को एक नई उम्मीद की किरण नजर आयी है। नरेश के साथ-साथ इस तैयारी में रोहित कुमार, गौरव मिश्रा, हार्दिक मिश्रा, रितेश कुमार, गोलू कुमार, अंकित कुमार जैसे कई युवा भी शामिल हैं, जो समर्पण के साथ प्रशिक्षण ले रहे हैं। कई कोचिंग संस्थानों ने फैला रखा है अपना जाल होमगार्ड बहाली की प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही कई कोचिंग संस्थानों के संचालकों ने बहाली के नाम पर अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों को अपने पास जमा कर लिया है।अभ्यर्थी से रुपये की मांग किये जाने की चर्चा है। एक अभ्यर्थी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि पहले दो लाख रुपया एडवांस लिया गया है और उसके बाद मेरिट लिस्ट में नाम आने पर तीन लाख रुपये और देने को कहा गया है। कुछ अभ्यर्थियों का ब्लैंक चेक भी लिया गया है। यह खेल शहर के कई कोचिंग संस्थानों के स्तर पर किया गया है। एक कोचिंग संचालक ने कहा कि यदि 25 अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट जमा कराया गया, उनमें से दो- चार का भी अपने मेरिट के आधार पर चयन हो जाता है तब पर भी उन्हें अच्छी खासी रकम मिलेगी। इसलिए इसमें कोई विशेष रिस्क भी नहीं है। डॉक्यूमेंट व पैसा जमा होने के कारण अभ्यर्थी पैसा लेकर नहीं भागेंगे। कुछ अभ्यर्थियों ने बताया कि पैसा देना उनकी विवशता है क्योंकि उन्हें यह भ्रम है कि इससे पहले बिहार पुलिस में भी कई अभ्यर्थियों का कोचिंग संस्थानों के बल पर ही ब्लूटूथ व डिवाइस के माध्यम से परीक्षा में सेटिंग हुई थी। हालांकि आधिकारिक तौर पर ऐसे तत्वों से बचने और जानकारी मिलने पर सूचना देने की प्रशासन ने अपील की है।
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