सीएम नीतीश ने महिला संवाद रथ किया रवाना, 2 करोड़ महिलाएं होंगी शामिल, आधी आबादी को साधने की कवायद
दो महीने में राज्य के 70 हजार स्थानों पर महिला संवाद होगा। इसमें दो करोड़ से अधिक महिलाएं भाग लेंगी। राज्य के सभी गांवों में महिला संवाद होगा। इसमें गांव की सभी महिलाओं को बुलाया जाएगा। कार्यक्रम में राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए जितने कार्य किए गए हैं, उन सभी बातों की जानकारी दी जाएगी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को महिला संवाद का शुभारंभ किया। सरकार संवाद के माध्यम से महिलाओं का सुझाव और उनकी समस्याओं को जानेगी। आगे किस प्रकार की योजना और नीति की जरूरत है, इस पर महिलाओं से अधिकारी चर्चा करेंगे। सरकार इसके अनुरूप आगे नीति और योजनाएं बनाएगी। साथ ही महिला सशक्तीकरण को लेकर चल रही योजनाओं-कार्यक्रमों के प्रति उन्हें जागरूक करना भी संवाद का मुख्य मकसद है। मुख्यमंत्री ने एक अणे मार्ग से जागरूकता रथ को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिलाधिकारी कार्यक्रम से जुड़े रहे।
अगले दो महीने में राज्य के 70 हजार स्थानों पर महिला संवाद होगा। इसमें दो करोड़ से अधिक महिलाएं भाग लेंगी। 'महिला संवाद कार्यक्रम' को आगामी विधानसभा चुनाव 2025 के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से नीतीश सरकार लगभग 3 करोड़ 72 लाख 57 हजार 477 महिला मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, जो इस साल जनवरी में प्रकाशित संशोधित मतदाता सूची के अनुसार बिहार की कुल मतदाता आबादी 7 करोड़ 80 लाख 22 हजार 933 का 47.75% है।
मालूम हो कि प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा निर्देश दिया गया था कि जिले के सभी गांवों में योजनाओं की स्थिति की जानकरी लेने एवं समस्याओं का निदान करने के लिए वरीय पदाधिकारियों को स्थल पर भेजा जाए। इसी क्रम में महिला संवाद का आयोजन किया जा रहा है, जहां वरीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में समुदाय की समस्याओं पर चर्चा होगी। स्थल पर जाकर वरीय पदाधिकारी वहां की समस्याओं से अवगत होंगे एवं उसका समाधान भी करेंगे। अपने गांवों और टोलों की समस्याओं और आकांक्षाओं को चिह्नित कर उसकी प्राथमिकता निर्धारण करने का अवसर भी महिलाओं को प्रदान किया जाएगा।
समस्याओं का त्वरित समाधान होगा
संवाद के दौरान प्राप्त समस्याओं का विभिन्न स्तरों पर त्वरित समाधान किया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान प्राप्त सुझावों एवं अपेक्षाओं को संकलित किया जाएगा। सुझावों एवं अपेक्षाओं को प्रखंड इकाई द्वारा जिला इकाई को भेजा जाएगा। जो अपेक्षाएं जिला स्तर पर पूर्ण की जा सकती हैं या जिनका समाधान किया जा सकता है, उन्हें तत्काल कार्रवाई के लिए संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा। जिन अपेक्षाओं को विभाग स्तर से पूरा किया जा सकता है, उन्हें संबंधित विभागों को भेजा जाएगा। जो अपेक्षाएं नीतिगत विषय से संबंधित हैं, उन्हें सरकार के समक्ष आवश्यक निर्णय के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।
सभी गांवों में होगा महिला संवाद
राज्य के सभी गांवों में महिला संवाद होगा। इसमें गांव की सभी महिलाओं को बुलाया जाएगा। कार्यक्रम में राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए जितने कार्य किए गए हैं, उन सभी बातों की जानकारी दी जाएगी। सरकार द्वारा किए गए कार्यों को वीडियो फिल्म के माध्यम से भी दिखाया जाएगा। इसके लिए हर कार्यक्रम स्थल पर जागरुकता वाहन तैनात किया जाएगा, जिसमें बड़े टीवी स्क्रीन पर वीडियो फिल्म दिखाई जाएगी। बड़े टेलीविजन के साथ लगभग 600 जागरुकता वाहन का प्रयोग किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने सभी माताओं, बहनों व बेटियों को संबोधित किये गये पत्र का विमोचन भी किया गया।
महिला कल्याण के कार्य बताए जाएंगे
जागरूकता वाहन की चारों तरफ से ब्रांडिंग की गयी है। इससे गांव में कार्यक्रम करने के दौरान या वाहनों के भ्रमण के दौरान सरकार द्वारा महिलाओं के कल्याण से संबंधित किये गये कार्यों के प्रति आम लोगों का ध्यान आकृष्ट कराया जाएगा। संवाद के शुभारंभ के दौरान ग्रामीण विकास के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने महिला संवाद के संबंध में मुख्यमंत्री के समक्ष एक प्रस्तुतीकरण दिया। कार्यक्रम में 'महिला संवाद' से संबंधित एक वीडियो फिल्म प्रस्तुत की गयी।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु शर्मा उपस्थित थे।