सायरन बजते ही छाया अंधेरा, सीएम आवास में भी ब्लैक आउट; पटना में मॉक ड्रिल सफल
नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल के दौरान बिहार के पटना में सायरन बजते ही सभी जगहों पर एक साथ लाइट बंद कर दी गई और अंधेरा छा गया। पूरे शहर में ब्लैक आउट हो गया। जो जहां था, वहीं थम गया। सीएम नीतीश कुमार के आवास में भी अंधेरा रहा।

भारत और पाकिस्तान में जारी तनाव के बीच और ऑपरेशन सिंदूर के बाद बुधवार को देश भर में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ। बिहार की राजधानी पटना में पूर्व निर्धारित समयानुसार शाम ठीक 6.58 बजे हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजना शुरू हो गए। सायरन बजते ही शहर की बिजली सप्लाई बंद कर दी गई। घर, दुकान, बाजार समेत अन्य जगहों पर मौजूद लोगों ने भी अपने स्तर पर लाइट बंद कर दी। ब्लैक आउट के दौरान पूरे शहर में अंधेरा छा गया। यहां तक कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपने आवास की बत्ती बुझा दी। पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन भी 10 मिनट तक पूरी तरह अंधेरे में डूबा रहा।
पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर की बिजली भी आधा घंटे पहले बंद कर दी गई। मंदिर में दर्शन पर एक घंटा रोक लगा दी गई। पौने 7 बजे तक पटना रेलवे स्टेशन की आधी लाइटें बंद कर दी गईं। सायरन बजने के बाद स्टेशन पर पूरा अंधेरा छा गया। शहर के प्रमुख बाजारों में भी दुकानदारों और स्ट्रीट वेंडरों ने मॉक ड्रिल शुरू होने से पहले ही अपने प्रतिष्ठानों की लाइटें बंद करना शुरू कर दिया।
सड़कों पर गाड़ियों के पहिए थमे, लाइट बंद
राजधानी पटना की सड़कों पर मॉक ड्रिल के दौरान गाड़ियों के पहिए थम गए। जैसे ही सायरन बजा, वाहन चालकों ने अपनी गाड़ी रोक दी और उसकी लाइट बंद कर दी। शहर की सभी प्रमुख सड़कों पर अचानक गाड़ियों की कतार लग गई। जो गाड़ी जहां खड़ी थी, वहीं रुक गई। मॉक ड्रिल खत्म होने के बाद ट्रैफिक सुचारू हो गया।
सीएम हाउस में भी छाया अंधेरा, नीतीश 10 मिनट तक बैठे रहे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मॉक ड्रिल के दौरान बुधवार को ब्लैक आउट में रहे। उनके पटना स्थित सीएम के सरकारी आवास में शाम 6.58 बजे से 7.10 तक बिजली बंद कर दी गई। इस दौरान नीतीश लगातार अपने स्थान पर ही बैठे रहे। बत्ती आने पर ही वे अपनी जगह से उठे।

नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल के दौरान पटना में जगह-जगह पुलिसकर्मी और सिविल डिफेंस के लोग मौजूद रहे। ब्लैकआउट के दौरान किसी तरह की आपराधिक घटना न हो, इसके लिए भी एहतियात बरती गई। ज्वेलरी दुकानों के बाहर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई।