किसानों का लागत मूल्य कम करने व आमदनी बढ़ाने की जरूरत: डीएम
लहेरियासराय में खरीफ महाअभियान 2025 के तहत एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। डीएम राजीव रौशन ने किसानों को उन्नत फसलों, गुणवत्तायुक्त बीज और प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने...

लहेरियासराय। लहेरियासराय के नेहरू स्टेडियम स्थित प्रेक्षागृह में कृषि प्रौद्योगिकी अभिकरण (आत्मा), दरभंगा की ओर से गुरुवार को खरीफ महाअभियान 2025 जिला स्तरीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डीएम राजीव रौशन ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि खरीफ फसलों की उन्नत किस्मों, गुणवत्तायुक्त बीज का उपयोग, समय पर बुआई व कृषि में प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग कर ही किसान अच्छी फसल की पैदावार कर सकते हैं। कृषि विभाग की ओर से किसानों को नई-नई तकनीकी की जानकारी दी जाती है। किसान उसका अनुकरण निश्चित रूप से करें, ताकि उन्हें ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि उनका लागत मूल्य कम हो और किसानों की आमदनी बढ़े।
डीएम ने कहा कि यह अभियान इस बात पर जोर डालता है कि कृषि उत्पादक आवश्यकता से अधिक उत्पादन करेंगे तब उसका विपणन व निर्यात भी कर पाएंगे। जब कोई देश और राज्य अपने जरूरत से ज्यादा उत्पादन करता है तो उसकी तरक्की गति, विकास की गति और तेज हो जाती है। उन्होंने कहा कि अच्छी गुणवत्ता के बीज, मिट्टी के अनुरूप, पर्यावरण के अनुरूप है तो उत्पादन अच्छा होगा। बीज का प्रतिस्थापन महत्वपूर्ण अवयव है। उन्होंने कहा कि किसानों को मिट्टी के संबंध में भी जानकारी रहे। खाद उतना ही उपयोग करना है जितनी आवश्यकता है। अधिक प्रयोग करने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है। उत्पादन भी प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए बेहतर तरीके से कार्ययोजना बनाकर काम किया जाना है। जागरूकता के लिए कार्यशाला जिला स्तर के बाद प्रखंड स्तर पर भी आयोजित की जाएगी। कृषि चौपाल के माध्यम से गांव-गांव तक सभी किसानों को जानकारी दी जाएगी। उन्होंने युवा पीढ़ी से वैज्ञानिक तरीके से खेती करने का अनुरोध किया। कार्यशाला में संयुक्त निदेशक, उपनिदेशक और जिला कृषि अधिकारी ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषि कर्मियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सहायक समाहर्ता के परीक्षित, संयुक्त निदेशक शस्य दरभंगा प्रमंडल संजय नाथ तिवारी, जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. सिद्धार्थ, उप निदेशक जनसंपर्क सत्येंद्र प्रसाद, जाले कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. दिव्यांशु शेखर, सहायक निदेशक उद्यान नीरज कुमार झा, डॉ. मो. साजिद हुसैन आदि अधिकारियों ने कृषि एवं जैविक प्राकृतिक खेती से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर कृषि विभाग के पदाधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।
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