पेयजल संकट और जलजमाव की समस्या से त्रस्त कृष्णा नगरवासी
कृष्णानगर के निवासी सरकारी योजनाओं की अनियमितता से परेशान हैं। पेयजल की किल्लत और जलजमाव एक बड़ी समस्या बन गई है। वार्ड पार्षद ने बताया कि बुडको की लापरवाही से नल-जल योजना बाधित है। लोग पानी के लिए...
शहर के कृष्णानगर के निवासी सरकारी योजनाओं में अनियमितता से परेशान हैं। इन लोगों का कहना है कि इससे अपेक्षित सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। उल्टे नई समस्या खड़ी हो जाती है। लोग बताते हैं कि सीएम ग्राम संपर्क योजना से तीन फीट नाला व 12 फीट चौड़ी मुख्य सड़क बनी, जो छह-सात माह में ही जगह-जगह से टूटने लगी। लोगों की शिकायत पर संवेदक एजेंसी ने मरम्मत कार्य किया, पर अब दोबारा सीमेंट झड़ रहा है और सड़क टूट रही है। मोहल्ले के लोग सड़क किनारे बना नाला दिखाकर बताते हैं कि निर्माण के दौरान अधिकतर हिस्से का स्लैब ही नहीं बना। इसके कारण नाला खुला है। इसमें आए दिन आवारा पशु गिर जाते हैं। उन्हें नाले से निकालने में मशक्कत करनी पड़ती है।
मोहल्ले के मैनेजर यादव, शंकर पासवान, रंजीत यादव आदि बताते हैं कि कृष्णानगर में पेयजल किल्लत व जलजमाव बड़ी समस्या है। इसके समाधान के लिए पार्षद-मेयर के साथ अधिकारी तक गुहार लगा चुके हैं। सब समस्या दूर करने का आश्वासन देते हैं, पर वर्षों से स्थिति जस की तस है। रंजीत कुमार उर्फ कन्हैया जी बताते हैं कि गर्मी आते ही अंडरग्राउंड वाटर लेवल गिर जाता है। मई-जून में चापाकल व सामान्य मोटर फेल हो जाते हैं। पेयजल की किल्लत से लोगों की दिनचर्या पटरी से उतर जाती है। मोहल्ले के 60 फीसदी लोग पेयजल के लिए सबमरसेबुल वाले पड़ोसी और नगर निगम के वाटर टैंकर पर निर्भर हो जाते हैं। इसके बावजूद हर घर नल योजना की पाइप तक नहीं बिछी है। उन्होंने बताया कि यही स्थिति बरसात में होने वाले जलजमाव की है। नाला जाम रहने से पानी की निकासी नहीं होती है। जोरदार वर्षा होते ही सड़क-गलियों में घुटनाभर पानी जमा हो जाता है। फिर भी पानी निकासी का प्रबंधन निगम प्रशासन नहीं कर रहा है।
स्थल चयनित होने पर भी नहीं बना पंप हाउस: दरभंगा-समस्तीपुर मुख्य पथ किनारे आबाद कृष्णानगर निगम के वार्ड नंबर 40 का हिस्सा है। यहां सभी तबके के लोग निवास करते हैं। वार्ड पार्षद पूनम देवी बताती हैं कि बुडको की लापरवाही से पूरे वार्ड में नल-जल योजना बाधित है। वाटर पंप हाउस निर्माण के लिए वार्ड 41 स्थित कर्मचारी ऑफिस कैंपस में स्थल चयनित है। 1890 वर्गफीट की भूमि पर निर्माण कार्य के लिए बुडको को एनओसी दिया गया है। इसके बावजूद बुडको न तो पंप हाउस बना रहा है और न ही वाटर सप्लाई पाइप बिछा रहा है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी गर्मी आते ही चापाकल सूखने लगे हैं। जल्द ही सामान्य मोटर पंप जबाव देने लगेगा और पानी के लिए हाहाकार मच जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी वार्ड 40 में नगर निगम प्रशासन को पानी की आपूर्ति टैंकरों से करनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि कृष्णा नगर में जलजमाव की वजह मुख्य नाले पर पसरा अतिक्रमण है। इसे हटवाने के लिए नगर आयुक्त के पास आवेदन दिया गया है, पर पहल नहीं हो रही है। उन्होंने बताया कि इसे लेकर दोबारा नगर आयुक्त के पास आवाज उठाएंगे। बारिश से पहले अतिक्रमण हटाकर वाटरवेज नहर तक पूर्ण उड़ाही की जरूरत है।
बोले जिम्मेदार
कृष्णा नगर में पीने के पानी के लिए बुडको की ओर से पाइपलाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। साथ ही नगर निगम ने पूरे वार्ड में कई जगहों पर सबमरसिबल बोरिंग करवाया है। जलजमाव से निदान के लिए कई नाले और सड़कों का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है।
- रवि अमरनाथ, सिटी मैनेजर
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