तेजस्वी पर कांग्रेस में कलह? सचिन पायलट, अल्लावरू से अखिलेश सिंह असहमत, पार्टी की हैसियत बता दी
- अखिलेश सिंह ना सिर्फ राजद के स्टैंड का सपोर्ट किया है बल्कि, अपनी ही पार्टी के नेताओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं। कहा है कि सीएम फेस के रूप में तेजस्वी यादव के नाम पर किसी को कोई कन्फ्यूजन नहीं होना चाहिए।

2025 के विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए ने सीएम फेस के रूप में नीतीश कुमार का नाम आगे कर दिया है। लेकिन, महागठबंधन में किचकिच जारी है। शुक्रवार को कन्हैया की पदयात्रा के समापन में पटना आए सचिन पायलय(कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव) ने एक बयान देकर इस मुद्दे को और तूल दे दिया कि चुनाव में बहुत मिलने के बाद ही सीएम फेस तय किया जाएगा। बिहार कांग्रेस प्रभारी भी तेजस्वी को हरी झंडी नहीं दे रहे हैं जबकि राजद तेजस्वी के लिए कोई समझौता करने को तैयार नहीं है। इस बीच पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने एक ऐसा बयान दिया जिससे कांग्रेस पार्टी के भीतर चल रही कलह सतह पर आ गई है। अखिलेश सिंह ना सिर्फ राजद के स्टैंड का सपोर्ट किया है बल्कि, अपनी ही पार्टी के नेताओं पर सवाल खड़े कर रहे हैं। अखिलेश सिंह ने यहां तक कहा कि कांग्रेस पार्टी में बिहार में अकेले लड़ने की क्षमता नहीं है।
एक न्यूज चैनल से बात करते हुए अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव ही महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा हैं। इसमें किसी को कंफ्यूजन नहीं होना चाहिए। 2020 विधानसभा चुनाव में भी महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा तेजस्वी थे और इस बार भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा हैं। अभी वे विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता हैं और वही आगे भी चेहरा हैं। यह बात मैंने पहले भी कहा था और अब भी कह रहा हूं। कुछ बयानवीर लोग तरह का बयान दे रहे हैं उन्हें ऐसा करने से बचना चाहिए।
जब उनसे पूछ गया कि पार्टी प्रभारी कृष्णा अल्लावरू और सचिन पायलट ने चुनाव बाद सीएम फेस तय करने की बात कही। इस पर अखिलेश ने तंज लहजे में कहा कि जो लोग राजनीति को नहीं समझते हैं वे ही इस तरह की बात कर सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी जैसी मजबूत पार्टी बिहार में अकेले चुनाव नहीं लड़ती। केंद्र में उनकी सरकार है और विश्व की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा, जदयू, चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी जैसे सहयोगियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ती है। एसे में कांग्रेस अगर अकेले चुनाव लड़ने की बात कहेगी तो आत्मघाती कदम होगा।