बिहार के SKMCH में डॉक्टरों ने महिला को बताया मृत, जांच में चलती मिली धड़कन; खूब हंगामा
परिजनों के हंगामे के बाद मरीज को इमरजेंसी में ईसीजी जांच में लेकर जाया गया। ईसीजी जांच में मरीज की धड़कन और नब्ज चलती मिली। इसके बाद परिजनों का आक्रोश और बढ़ गया। काफी देर तक परिजनों ने इमरजेंसी में हंगामा किया।

बिहार के मुजफ्फरपुर में स्थित एसकेएमसीएच में रविवार सुबह डॉक्टर द्वारा मृत घोषित एक महिला की धड़कन ईसीजी जांच में चलती मिली। इसके बाद मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। खबड़ा की रितु देवी एक हफ्ते पहले आग से झुलस गई थी। गंभीर हालत में उसे एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड में भर्ती किया गया। रविवार सुबह दस बजे एक डॉक्टर ने देखने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन हल्ला करने लगे।
परिजनों के हंगामे के बाद मरीज को इमरजेंसी में ईसीजी जांच में लेकर जाया गया। ईसीजी जांच में मरीज की धड़कन और नब्ज चलती मिली। इसके बाद परिजनों का आक्रोश और बढ़ गया। काफी देर तक परिजनों ने इमरजेंसी में हंगामा किया। ईसीजी करने के बाद मरीज को ऑक्सीजन लगाया गया, लेकिन एक घंटे के बाद मरीज ने दम तोड़ दिया। अधीक्षक डॉ कुमारी विभा ने बताया कि इस मामले की पूरी जानकारी ली जाएगी।
किशोर की मौत पर सर्जरी आईसीयू में हंगामा
उधर, मेडिकल कॉलेज की सर्जरी आईसीयू में रविवार दोपहर मृतक पियर के शिवकुमार साह के 12 वर्षीय सोहन कुमार की मौत के बाद परिजन ने जमकर हंगामा किया। शिवकुमार की आंत आपस में फंसी हुई थी। सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने 1 मई को उसका ऑपरेशन किया था। इसके बाद उसको आईसीयू में शिफ्ट किया गया था, लेकिन उसकी स्थिति नहीं सुधर रही थी।
परिजन मोहन कुमार का कहना था कि रविवार को उसकी तबीयत बिगड़ रही थी। कई बार नर्सिंग स्टाफ को कहने के बावजूद उसने डॉक्टर को नहीं बुलाया। कुछ देर बाद किशोर गंभीर हो गया तब डॉक्टर आए। डॉक्टर के देखने के थोड़ी देर बाद ही उसकी मौत हो गई। इसपर परिजन और नर्सिंग स्टाफ में फिर बहस शुरू हो गई। गार्ड ने दोनों को समझा बुझाकर शांत कराया।