बिहार में चुनाव का ऐलान कब हो सकता है, 3 फेज में सभी सीटों पर वोटिंग की उम्मीद
- पिछली बार कोरोना महामारी के असर के कारण 25 सितंबर 2020 को चुनाव की घोषणा की गयी थी। जबकि, 2015 में विधानसभा चुनाव की घोषणा 9 सितंबर को हुई थी। वर्तमान में राज्य में स्थिति सामान्य है। ऐसे में आयोग तय समय पर चुनाव की घोषणा करने की तैयारी में जुटा है।
चुनाव आयोग सितंबर के प्रथम सप्ताह में बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा कर सकता है। इसको लेकर आयोग ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। निर्वाचन विभाग के सूत्रों के अनुसार पिछली बार की तरह इस बार भी तीन फेज में सभी 243 सीटों पर चुनाव संपन्न होने की संभावना है। चुनाव के एलान के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।
पिछली बार कोरोना महामारी के असर के कारण 25 सितंबर 2020 को चुनाव की घोषणा की गयी थी। जबकि, 2015 में विधानसभा चुनाव की घोषणा 9 सितंबर को हुई थी। वर्तमान में राज्य में स्थिति सामान्य है। ऐसे में आयोग तय समय पर चुनाव की घोषणा करने की तैयारी में जुटा है। मालूम हो कि 2020 में बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को समाप्त हो रहा था जबकि वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर तक है। इसलिए भी चुनाव की घोषणा पहले की जा सकती है।
2020 में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हुआ था। परिणाम 10 नवंबर को घोषित हुआ था। पहले चरण में 28 अक्टूबर को 16 जिलों की 71 सीटों पर वोटिंग हुई थी। दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर को 17 जिलों की 94 सीटों पर हुआ था। तीसरे चरण में 7 नवंबर को 15 जिलों की 78 सीटों पर वोट पड़े थे।
2015 में पांच चरण में हुए थे चुनाव
2015 में बिहार में पांच चरणों में चुनाव कराए गए थे। 8 नवंबर को परिणाम आया था। पहले चरण में 12 अक्टूबर को 10 जिलों बांका, भागलपुर, बेगूसराय, जमुई, खगड़िया, लखीसराय, मुंगेर, नवादा, समस्तीपुर और शेखपुरा की 49 सीटों पर चुनाव कराए गए थे। दूसरे चरण में 16 अक्टूबर को 6 जिलों अरवल, औरंगाबाद, गया, जहानाबाद, कैमूर, रोहतास की 32 सीटों पर चुनाव हुआ था।
तीसरे चरण में 28 अक्टूबर को 6 जिलों भोजपुर, बक्सर, नालंदा, पटना, सारण, वैशाली के कुल 50 सीटों पर मतदान हुआ था। चौथे चरण में एक नवंबर को 7 जिलों गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान की 55 सीटों पर वोट पड़े थे। पांचवें चरण में 5 नवंबर को 9 जिलों अररिया, दरभंगा, कटिहार, किशनगंज, मधेपुरा, मधुबनी, पूर्णिया, सहरसा, सुपौल की 57 सीटों पर वोटिंग हुई थी।