जिले में गेहूं की खरीद की गति धीमी, 94 टन ही हुई खरीदारी
-जिले की सहकारी समितियों में एक अप्रैल से शुरू की गई गेहूं की खरीद

अप्रैल महीना समाप्ति की ओर है। लेकिन, अब तक सरकारी स्तर पर किसानों से जिले में मात्र 94 टन 550 क्विंटल ही गेहूं की खरीद हो पायी है। गेहूं खरीद की गति काफी धीमी रहने के कारण खरीद का निर्धारित लक्ष्य पाना काफी मुश्किल हो सकता है। गेहूं का सरकारी और बाजार मूल्य करीब सामान्य रहने के कारण किसान खुले बाजार में ही व्यापारियों के हाथ गेहूं की बिक्री कर रहे हैं। फतेहपुर नगर पंचायत के पैक्स में एक अप्रैल को गेहूं खरीद के पहले दिन मात्र 25 क्विंटल गेहूं की जो खरीद हुई थी वही मात्रा आजतक है।
पैक्स अध्यक्ष भूषण कुमार सिंह ने बताया कि गेहूं खरीद के लिए किसानों से संपर्क बढ़ाया। लेकिन, बाजार में उन्हें ज्यादा कीमत मिलने से खरीद केंद्र में गए गेहूं नहीं दे रहे हैं, जबकि वे किसानों के आने की आस में पैक्स केंद्र नियमित खोल कर रखते है। बताया गया कि गेहूं की सरकारी कीमत प्रति क्विंटल 24 सौ 25 रुपये है और बाजार भाव करीब 25 सौ रुपये के आसपास है। जिले के करीब 241 पैक्स और 14 वयापार मंडल सहकारी समितियों द्वारा एक अप्रैल से गेहूं खरीद की प्रक्रिया शुरू की गई है जो 15 जून तक संचालित रहेगा। जिले के 24 प्रखंडों में से तीन प्रखंड नीमचक बथानी,परैया व अतरी में अभी तक गेहूं खरीद नहीं हो पायी है। साथ ही सबसे ज्यादा 10 टन गेहूं खरीद करने वाले मानपुर और आमस प्रखण्ड है। सबसे कम मोहनपुर प्रखंड में 100 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है। इस तरह जिले में 24 दिनों में 57 किसानों से 94 टन 550 क्विंटल गेहूं की सरकारी खरीद की गई है। बताया गया कि कीमत में अंतर रहने के कारण व्यापारियों के हाथ किसान अपने गेहूं बिक्री कर रहे हैं।
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