बिहार में मृत टीचर को मिल रही थी सैलरी, शिक्षा विभाग में हड़कंप, चार बीईओ की गर्दन फंसी
सहरसा जिले में शिक्षा विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है। जब मृत शिक्षक के खाते में एक साल से सैलरी जमा होती रही। और प्रशासन को खबर तक नहीं हुई। इस मामले में चार बीईओ को शोकॉज जारी किया गया है।

बिहार में शिक्षा विभाग की लापरवाही का अनोखा मामला सामने आया है। एक मृत सरकारी शिक्षक एक साल से सैलरी ले रहा था। घटना सहरसा जिले की है। मामला का पता तब चला जब 13 मार्च को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) सबिता कुमारी ने इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) को पत्र लिखकर विभाग को मामले की जांच करने को कहा। जिसके बाद मंगलवार को ही मीडिया के संज्ञान में आया। इस अवधि के दौरान प्रखंड में सेवा देने वाले चार प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों (बीईओ) को नोटिस जारी किया गया है।
मृतक महिषी प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय डुमरी में संविदा शिक्षक के रूप में कार्यरत था, जिसकी बाद में पहचान तेलवा (महिषी) निवासी राम प्रसाद रौशन के रूप में हुई, जिसकी 22 दिसंबर 2023 को मौत हो गई। अगले दिन विद्यालय के तत्कालीन प्रधानाध्यापक अजीत राय ने विभाग को मौत की सूचना दी।
सूत्रों ने बताया कि, मृत शिक्षक का वेतन फरवरी 2025 तक खातों में जमा होता रहा। उन्होंने आगे कहा, कि मार्च में बीईओ का पदभार संभालने के तुरंत बाद सबिता कुमारी ने उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर इस संबंध में निर्णय लेने को कहा। विभाग के एक अधिकारी ने एचटी को बताया, कि 13 महीने तक मृत शिक्षक के खातों में वेतन जमा होता रहा और आप यह नहीं कह सकते कि यह केवल लापरवाही थी, यह एक बड़ी भूल थी और यह शिक्षा विभाग की असली तस्वीर बताती है, जो बड़े-बड़े दावे करता रहा है।
जबकि जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) अनिल कुमार ने एचटी के बार-बार किए गए कॉल का जवाब नहीं दिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी (स्थापना) संजय कुमार ने कहा, 13 महीने के दौरान चार बीईओ को इस संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और उनके स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जिन चार बीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, उनमें से तीन पहले ही रिटायर हो चुके हैं।
सत्य प्रसाद सिंह, विद्यानंद तिवारी और संजय कुमार (सभी बीईओ) पहले ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जबकि तत्कालीन डीपीओ रजनीश कुमार झा जो महिषी के बीईओ का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे थे, उनको नोटिस जारी किया गया है। वो फिलहाल सारण में डीपीओ के पद पर पदस्थापित हैं।