फार्मर रजिस्ट्री आईडी सृजन की तकनीकी बाधाओं को दूर करने के लिए दिए गए निर्देश
सत्यापन एवं तकनीकी सहयोग पर दिया जा रहा विशेष जोर, किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में फार्मर रजिस्ट्री की शुरुआत की गई है। इस प्रणाली के तहत प्रत्येक किसान का एक विशिष्ट किसान आईडी (फार्मर...

सत्यापन एवं तकनीकी सहयोग पर दिया जा रहा विशेष जोर कृषि सहायक निदेशक ने जिला स्तरीय तकनीकी दल के साथ की बैठक जहानाबाद, कार्यालय संवाददाता। किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में फार्मर रजिस्ट्री की शुरुआत की गई है। इस प्रणाली के तहत प्रत्येक किसान का एक विशिष्ट किसान आईडी (फार्मर आईडी) बनाया जाएगा। किसानों की फार्मर रिजस्टर आईडी सृजन प्रक्रिया को गति देने एवं तकनीकी अड़चनों के समाधान के लिए बुधवार को कृषि निदेशालय, पटना से सहायक निदेशक (कृषि अभियंत्रण) स्नेहा सिंह एवं सैयद शकील अख्तर ,प्रोग्रामर डीबीटी जहानाबाद पहुंचे। उन्होंने जिला स्तरीय तकनीकी दल के साथ बैठक कर यंत्रीकरण योजनाओं जैसे फार्म मशीनरी बैंक, कस्टम हायरिंग सेंटर आदि की समीक्षा की। साथ ही ऑन-स्पॉट प्रशिक्षण देकर फार्मर रजिस्ट्री आईडी सृजन की तकनीकी बाधाओं को दूर करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर किसानों का पंजीकरण सुनिश्चित कर योजनाओं का लाभ सीधे उनके पास पहुंचाया जा सकता है। इस हेतु ज़िले में तकनीकी दक्षता को बढ़ाने तथा आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) विनय कुमार सिंह ने बैठक में निर्देशित किया कि भूमि सत्यापन, फार्मर रजिस्ट्री आईडी सृजन एवं योजनाओं से संबंधित सभी अभिलेखीय कार्यों को शीघ्रता से निष्पादित किया जाए, ताकि पात्र लाभुकों को योजनाओं का लाभ समय पर मिल सके। फार्मर रजिस्ट्री आईडी एक समेकित डिजिटल डाटाबेस है जिसमें किसानों की व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, पता, संपर्क सूत्र, भूमि विवरण, फसल की प्रकृति आदि दर्ज की जाती है। यह डाटाबेस न केवल योजनाओं के पारदर्शी क्रियान्वयन में सहायक है, बल्कि नीति निर्माण में भी अत्यंत उपयोगी भूमिका निभाता है। इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन, तकनीकी टीम एवं कृषि अभियंत्रण विभाग के समन्वय से फार्मर रजिस्ट्री आईडी सृजन को प्राथमिकता पर पूर्ण किया जा रहा है, ताकि कृषि विकास को नई गति और दिशा मिल सके। इसके प्रमुख उद्देश्य -किसानों को सरकारी योजनाओं एवं सुविधाओं का सीधा लाभ दिलाना। - कृषि नीतियों एवं योजनाओं के निर्माण में तथ्यात्मक सहयोग प्रदान करना। -तकनीकी एवं वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाना। फार्मर रजिस्ट्री के लाभ: पात्र किसानों को पारदर्शी, सटीक एवं त्वरित लाभ सुनिश्चित करना। योजनाओं की निगरानी एवं मूल्यांकन को सशक्त बनाना। कृषि क्षेत्र में अनुदान, बीमा, प्रशिक्षण एवं क्रय आदि के लिए निर्णय प्रक्रिया को वैज्ञानिक बनाना।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।