शहर का बोधवन तालाब बना कूड़े का डंपिग यार्ड
शहर का बोधवन तालाब बना कूड़े का डंपिग यार्ड शहर का बोधवन तालाब बना कूड़े का डंपिग यार्डशहर का बोधवन तालाब बना कूड़े का डंपिग यार्ड

जमुई। कार्यालय संवाददाता जमुई का बोधवन तालाब वर्षों से बदहाल बना हुआ है। पहले यह जमुई की शान हुआ करता था। यह तालाब किसी परिचय का मोहताज नहीं है,जिस तालाब के नाम से इस चौक की पहचान मिली,लोगों की जुबां पर रोजमर्रा की ज़िंदगी में इसका नाम बोलता है आज वही तालाब अपने अस्तित्व को खो रही है। जिसके नाम पर बोधवन तालाब चौक नाम पड़ा आज वही तालाब दम तोड़ती नज़र आ रही है।1967 में अकाल के समय में गिद्धौर महाराज के आदेश पर यह तालाब पशु-पक्षियों के लिए बनवाया गया था। इस तालाब की गहराई और फैलाव बहुत अधिक थी नगर के सारे धोबी और स्थानीय नागरिकों का
जल-स्त्रोत का बड़ा साधन था। आज बोधवन तालाब के पास स्थिति ऐसी है कि यहाँ 2 मिनट खड़ा रहना मुश्किल लगता है। इसमें स्नान करना या जल लेना तो दूर की बात है। चारों ओर पसरी गंदगी और मूत्रालय,शौचालय का अम्बार पसरा है,अचरज की बात है इसके ठीक पूर्व दिशा से सटे चैती दुर्गा मंदिर है और इसके बगल में ही यज्ञशाला! फिर भी वहां स्थित हर दुकान और घर की गंदगी फेंकने की एकमात्र जगह बन गया है। इसे तालाब से ज़्यादा डंपिंग एरिया कह सकते हैं। चारों और से गंदगी का अम्बार लगा रहता है, शौचालय करने की सबसे आसान जगह बन गया है।
दरअसल शहर के बीच बोधवन तालाब कभी रोजमर्रा की ¨जदगी का अहम हिस्सा हुआ करता था। वर्ष 1967 के भीषण अकाल में जब लोग पानी के एक-एक बूंद तरस रहे थे तो मुंबई के एक समाजसेवी द्वारा बोधवन तालाब का निर्माण कराया गया था। वक्त के साथ सब कुछ बदला तो महंगी जमीन को कब्जाने में सब आगे हो गए और धीरे-धीरे तालाब सिमटता जा रहा है। कई बार इसे शहर के सबसे सुंदर तालाब के रुप में विकसित कर इसमें वोटिंग की व्यवस्था के लिए भी प्लान बनाया गया लेकिन वह मूर्त रूप नहीं ले सका।
कहती हैं विधायक
बोधवन तालाब के जीर्णोद्धार के लिए योजना बनी है। यह शहर के महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है। इसका जीर्णोद्धार किया जाएगा। इसके लिए विभाग काम कर रहा है।
श्रेयसी सिंह , विधायक, जमुई
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।