जनसुराज की उद्घोष यात्रा में प्रशांत किशोर ने भागलपुर में पूछे दो सवाल, लोगों को एक सलाह भी दी
- जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने लोगों से 2 सवाल पूछे। प्रशांत किशोर ने लोगों से पूछा कि आप यह सोच कर बताएं कि आपके पीरपैंती में आपके पंचायत में आपके-हमारे बच्चों के लिए बढ़िया पढ़ाई और रोजगार की व्यवस्था होना चाहिए या नहीं?

बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले सभी राजनीतिक दल जनता के बीच जाकर उनसे संवाद करने में जुटे हैंं। जनसुराज पार्टी ने बिहार के भागलपुर जिले के पीरपैंती से उद्घोष यात्रा का आगाज किया। बुधवार को जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पीरपैंती में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान प्रशांत किशोर ने लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के लोगों से वोट लेकर गुजरात में उद्योग लगाए गए और आज बिहार के लोग वहां जाकर काम करते हैं। प्रशांत किशोर ने वहां मौजूद लोगों से 2 सवाल पूछे और उन्हें एक सलाह भी दी।
इससे पहले प्रशांत किशोर ने अपने संबोधन की शुरुआत में 'जय बिहा्र...जय-जय बिहार'के नारे लगवाए। इसके बाद प्रशांत किशोर ने भीड़ के बीच अपना परिचय देते हुए कहा, ‘मेरा नाम प्रशांत किशोर है। हम नेता नहीं हैं बिहार के साधारण परिवार के लड़के हैं। बाबूजी हमारे सरकारी डॉक्टर हैं। ऊपर वाले की कृपा है कि जीवन में कुछ हासिल कर लिए हैं। इतिहास बताता है कि पिछले 10 बरस में हमने जिसका हाथ पकड़ लिया है वो जीत गया। हमने एक दो नहीं बल्कि 10 लोगों को जिताने में कंधा लगाया। लेकिन अब हमने तीन बरस पहले यह काम छोड़ दिया। हमने यह काम इसलिए छोड़ा क्योंकि हमने देखा कि नेता और दल के जीतने से जनता का जीवन नहीं बदलता है। आपको लगता है कि हमारा नेता, हमारा दल या हमारी जात वाला जीत गया तो आपको बता दें कि वो जीत गया वो चला गया। आपका कुछ नहीं बदलता।’
प्रशांत किशोर ने कहा कि हमने सोचा कि बिहार आकर आपको सलाह दें ताकि आपके बच्चे का जीवन सफल हो। हम इस अभियान में वोट नहीं मांगते हैं। हमने गांव-गांव पैदल जाकर लोगों से सीधा संवाद किया। पीके ने आगे कहा कि अगर आप हमपर भरोसा कीजिएगा तो क्या गारंटी है कि हम आपके साथ थोखा नहीं करेंगे? इसलिए हम यहां वोट नहीं मांगने आए हैं। हम आपको गरीबी से निकलने का रास्ता बताएंगे। ठीक लगे तो अपनाइए। प्रशांत किशोर ने कहा कि आपको वोट जिसको मन हो दीजिए...लेकिन जो रास्ता हम बताएंगे उसके आधार पर वोट दीजिएगा तो आपके बच्चों की शिक्षा का इंतजाम यहीं हो जाएगा।
प्रशांत किशोर ने पूछे 2 सवाल
इसके बाद प्रशांत किशोर ने लोगों से 2 सवाल पूछे। प्रशांत किशोर ने लोगों से पूछा कि आप यह सोच कर बताएं कि आपके पीरपैंती में आपके पंचायत में आपके-हमारे बच्चों के लिए बढ़िया पढ़ाई और रोजगार की व्यवस्था होना चाहिए या नहीं? इसके बाद प्रशात किशोर ने अपना दूसरा सवाल पूछा और कहा कि आप बताएं कि आज तक आपने जिन नेताओं को वोट दिया उन नेताओं ने आपके और आपके बच्चों का काम किया है या नहीं? नेता लोग आपका काम किया है कि नहीं?
लालू प्रसाद यादव पर तंज
प्रशांत किशोर ने लोगों से कहा कि आपने नरेंद्र मोदी को पांच किलो अनाज की लालच में वोट दिया, आपने लालू प्रसाद यादव को यह सोच कर वोट दिया कि पिछड़ा-गरीब को सम्मान मिलेगा, आपने जाति के नाम पर भी वोट दिया। लेकिन आप के ही जात के नेताओं ने आपके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था नहीं की है। बिहार में आपने वोट दिया तो मोदी जी ने गुजरात का विकास किया। आपके पैसा ले जाकर वो गुजरात में लगा रहे हैं और आपके बच्चे वहां जाकर नौकरी कर रहे हैं। पीके ने आगे कहा कि अगर आप 5 किलो अनाज के लिए वोट करेंगे तो आपके बच्चों को रोजगार कैसे मिलेगा?
आप जाति के नाम पर वोट करेंगे तो आपके बच्चों के लिए स्कूल-कॉलज कैसे खुलेंगे? लालू प्रसाद यादव पर तंज कसते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बच्चों की चिंता क्या होती है, ये आप लालू जी से सीखिए। लालू जी का बेटा 9वीं पास नहीं है लेकिन वो चाहते हैं कि हमारा लड़का बिहार का राजा बने। आप अपनी दशा देखिए। आपका बच्चा बीए, एमए कर लिया है लेकिन चपरासी की भी नौकरी नहीं।
पीके ने लोगों को क्या सलाह दी…
जनसभा में प्रशांत किशोर ने लोगों को एक सलाह देते हुए कहा कि आपको जिसको वोट देना है आप दें। लेकिन एक बार मेरा सलाह मान लें और अपना वोट अपने बच्चों के लिए दें। प्रशांत किशोर ने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि आपको लालू, नीतीश का राज चाहिए या जनता का राज चाहिए, पांच किलो अनाज चाहिए या अपने बच्चों के लिए रोजगार चाहिए। अपने जात का नेता चाहिए या अपने बच्चों के लिए अच्छी पढ़ाई चाहिए। अगर जनता के लिए राज चाहिए तो एक ही संकल्प लें अगली बार वोट अपने-अपने बच्चों की पढा़ई और रोजगार के लिए दें। तब ही आपके बच्चों का भविष्य बन सकेगा।