Construction of Rail Overbridge in Maheshkhunt Approved at Cost of 49 81 Crore महेशखूंट में 49.81 करोड़ की लागत से रेल ओवरब्रिज का होगा निर्माण, Khagaria Hindi News - Hindustan
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महेशखूंट में 49.81 करोड़ की लागत से रेल ओवरब्रिज का होगा निर्माण

ोज तीन की लीड:महेशखूंट में 49.81 करोड़ की लागत से रेल ओवरब्रिज का होगा निर्माणमहेशखूंट में 49.81 करोड़ की लागत से रेल ओवरब्रिज का होगा निर्माण

Newswrap हिन्दुस्तान, खगडि़याSat, 22 March 2025 02:28 AM
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महेशखूंट में 49.81 करोड़ की लागत से रेल ओवरब्रिज का होगा निर्माण

महेशखूंट में 49.81 करोड़ की लागत से रेल ओवरब्रिज का होगा निर्माण ोज तीन की लीड:

महेशखूंट में 49.81 करोड़ की लागत से रेल ओवरब्रिज का होगा निर्माण

रेलवे ने निर्माण को लेकर दी स्वीकृति

रेलवे ओवरब्रिज निर्माण से लोगों को जाम की समस्या से मिलेगी मुक्ति

रेलवे द्वारा निर्माण की स्वीकृति से लोगों में ख़ुशी

खगड़िया। हिन्दुस्तान टीम

जिले के महेशखूंट में लोहिया चौक स्थित केबिन ढाला 25सी पर 49.81करोड़ की लागत से रोड ओवरब्रिज निर्माण के लिए रेल मंत्रालय से मंजूरी मिली है। महेशखूंट में रोड ओवर ब्रिज निर्माण की मंजूरी मिलते ही महेशखूंट क्षेत्र के लोगों ने में खुशी की लहर दौड़ गई। स्थानीय समाजसेवी बासुदेव बिहारी, पंडित उदकांत ठाकुर आदि ने बताया कि महेशखूंट में ओवरब्रिज निर्माण होने से हजारों लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी। इस रेलवे स्टेशन से सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, पटना, टाटानगर, पंजाब, दिल्ली, झारखंड सहित कई प्रदेशों जाने की यात्रा करने के लिए सैकड़ों यात्रियों आते जाते हैं। इसके बावजूद भी केबिन ढाला 25सी पर ओवरब्रिज का निर्माण नहीं होने से हमेशा जाम लगा रहता है। जानकारी के अनुसार रेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बिहार में में 64 ओवर ब्रिज निर्माण की स्वीकृति दी गई है। जिसमें महेशखूंट में रेल ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति भी शामिल है। महेशखूंट रेल उपभोक्ता संघर्ष समिति के संयोजक पंडित उदयकांत ठाकुर ने बताया कि 49.81करोड़ की लागत से महेशखूंट लोहिया चौक स्थित केबिन ढ़ाला 25सी पर रेल ओवरब्रिज का निर्माण होना है। रेल ओवरब्रिज से लोगों को जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।बता दें कि महेशखूंट रेलवे स्टेशन का निर्माण अंग्रेज शासन काल में ही हुआ था, लेकिन यात्री सुविधाओं का अब अभाव है। महेशखूंट रेलवे स्टेशन के सह संयोजक बासुदेव बिहारी ने बताया चार प्रखंडों व दो राष्ट्रीय राजमार्ग सहित नौ दस लाख आबादी के बीच महेशखूंट स्टेशन के केबिन ढ़ाला 25सी पर प्रस्तावित आरओबी का निर्माण को लेकर वे लोग लगातार आंदोलन कर रहे थे। उन्होंने बताया कि महेशखूंट रेलवे स्टेशन करीब 10 लाख की आबादी के बीच अवस्थित है। कृषि उपज के मामले में भी यह क्षेत्र संपन्न है। यहां केला, मक्का व गन्ना की खेती काफी होती है। इसलिए महेशखूंट स्टेशन पर अब रैक प्वाइंट का निर्माण किया जाना आवश्यक है। अंग्रेज जमाने से महेशखूंट में रैक प्वाइंट था। यहां से रेल द्वारा गन्ना लोडकर हसनपुर चीनी मिल भेजा जाता था, लेकिन साजिशन यहां से रैक प्वाइंट हटा लिया गया।

ओवरब्रिज बनने से लागों का आवागमन होगा सुलभ:

महेशखूंट रेलवे स्टेशन के पश्चिम केबिन ढ़ाला 25सी पर रोड ओवर ब्रिज बनने से आवागमन सुलभ होने के साथ-साथ हजारों लोगों को जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी। पूर्वोत्तर रेल उपभोक्ता संधर्ष समिति के केन्द्रीय संयोजक सुभाषचंद्र जोशी ने बताया कि महेशखूंट में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए ओवरब्रिज निर्माण के लिए दर्जनों बार महेशखूंट रेलवे स्टेशन जन सहयोग से धरना प्रदर्शन किया गया था। रेल विभाग द्वारा ओवर ब्रिज निर्माण की स्वीकृति मिलने से वे काफी खुश हैं। ओवरब्रिज बनने से आवागमन निश्चित रूप से आसान और सुलभ हो जाएगा। निर्बाध लोग आवागमन कर सकेंगे। वही महेशखूंट पंचायत मुखिया मुखिया श्वेता कुमारी ने बताया कि ओवरब्रिज बनने से लोग ससमय अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचेंगे और समय की बचत होगा। वाहन चालक प्रमोद सिंह ने बताया बार-बार केबिन ढ़ाला बंद रहने से घंटों जाम में फसे रहने से पेट्रोल व डीजल ज्यादा खपत होती थी। ओवरब्रिज बनने से पेट्रोल व डीजल का बचत होगी। वही एंबुलेंस को जाम में फंसने की स्थिति भी पैदा नहंी होगी। रेलवे ढाला पर जाम में एंबुलेंस फंसने की स्थिति में मरीजों की जान सांसत में आ जाती है।

बोले सांसद:

रेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा महेशखूंट रेलवे स्टेशन के केबिन ढाला 25सी पर रोड ओवर ब्रिज निर्माण कराने की स्वीकृति मिल गई है। महेशखूंट क्षेत्र के लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी। महेशखूंट में यात्रियों की सुविधाओंं के लिए शीघ्र ही ओवरब्रिज का निर्माण शुरू होगा।

राजेश वर्मा, सांसद, खगड़िया।

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कैप्शन: शुक्रवार को महेशखूंट रेलवे ढाला पर जाम में फंसे लोग।

मुंगेर के लिए भी:

गंगा की उपधार में डूबने से एक बालक का मौत,

परिजनों में मचा कोहराम

ग्रामीणों ने शव को गंगा की उपधार से निकाला बाहर

सीमावर्ती मुंगेर जिले के टीकारामपुर गांव की घटना

खगड़िया। एक प्रतिनिधि

मुंगेर जिले के टीकारामपुर गांव से सटे गंगा की उपधारा में शुक्रवार को नहाने के दौरान डूबने से बालक का मौत हो गई। जिसकी पहचान मुंगेर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के टीकारामपुर गांव निवासी चंदन यादव के पुत्र सोनू कुमार के रूप में की गई। मृतक के परिजन ने बताया कि कुछ साथी के साथ गांव से सटे गंगा की उपधारा में नहाने के लिए गया हुआ ा था। वहीं नहाने के दौरान गहरे पानी में चला गया। जिससे उसकी मौत हो गई। जिसके बाद साथी ने सोनू के परिजन को घटना की जानकारी दी। इसके बाद परिजन व ग्रामीण घटना स्थल पर पहुंचकर कड़ी मशक्कत के बाद पानी से सोनू को अपने स्तर से बाहर निकाल लिया। वहीं परिजन ने सोनू को लेकर खगड़िया सदर अस्पताल इस उम्मीद के साथ लाया कि उसकी जान बच जाए, लेकिन डॉक्टर ने जांच पश्चात उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं मौत की खबर सुनते ही सोनू के परिजन में मातम छा गया। इधर स्थानीय पुलिस ने शव को खगड़िया सदर अस्पताल में पोस्टार्माटम पश्चात शव को मृतक के परिजनों को सौंप दिया। इधर मृतक के मृतक के परिजन ने बताया कि वह दो भाई व दो बहन है। जिसमें मृतक चारों भाई-बहन में मंझला था। घटना के बाद मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

फोटो 1 :

कैप्शन: शुक्रवार को सदर अस्पताल में शोकसंतप्त मृतक के परिजन।

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