तेज आंधी व बारिश से किसानों के टूटी उम्मीदें, फसल देख हो रहे हैं निराश
ोज चार की लीड:तेज आंधी व बारिश से किसानों के टूटी उम्मीदें, फसल देख हो रहे हैं निराशतेज आंधी व बारिश से किसानों के टूटी उम्मीदें, फसल देख हो रहे हैं न

ोज चार की लीड: तेज आंधी व बारिश से किसानों के टूटी उम्मीदें, फसल देख हो रहे हैं निराश
गत12 अप्रैल की देर रात आई तेज आंधी व बारिश से जिले में हुई सर्वाधिक क्षति
कृषि विभाग द्वारा मक्का के फसलों की क्षति का आकलन किया गया शुरू
खेत मे कटी फसलों की तैयारी को लेकर किसान कर रहे हैं धूप का इंतजार
खगड़िया, नगर संवाददाता
जिले के लिए पीला सोना कहे जाने वाले मक्का की फसल इस बार मौसम की मार क ा दंश झेल रहा है। मक्का का फसल अपने परवान पर था लेकिन बीते दिनों आई तेज आंधी व बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। उल्लेखनीय है कि गत 12 अप्रैल की देर रात तेज आंधी के साथ बारिश होने के कारण खेतों में लगे मक्का की फसल गिर कर क्षतिग्रस्त हो गई। जबकि काफी क्षेत्र में मक्का का पेड़ भी टूट गया। इससे स्पष्ट रूप से यह बातें सामने आ रही है कि उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। मक्का के उत्पादन से ही किसान अपने सारे सपने को साकार करते हैं। चाहे बेटी का हाथ पीला करना हो अथवा कोई भी अन्य बड़ा आयोजन। परिवार के भरण पोषण से लेकर बच्चों की पढ़ाई तक जिले के किसान अपने मक्का फसल के सहारे ही पूरी करते हैं। इस माह तीन दिन मक्के की फसल को मौसम के बेरुखी का सामना करना पड़ा। हालांकि नौ व दस मार्च को हुई बारिश ने मक्का उत्पादक किसानों के खेतों में पटवन करने की झंझट से मुक्ति दिलाया था लेकिन क्या पता कि किसानों की यह खुशी महज 24 घंटे बाद ही काफूर हो जाएगी। क्योंकि गत 12 अप्रैल की देर रात तेज आंधी के साथ बारिश ने उम्मीदों पर पूरी तरह से पानी फेर दिया। किसान अपनी खेत तो जाते हैं, लेकिन यह देखने के लिए उनके खेतों में लगे मक्का का फसल कितना नुकसान हुआ है। हालांकि किसान अब सरकारी अनुदान मिलने के लिए आस लगाए बैठे हैं। हालांकि कृषि विभाग द्वारा मक्का के फसल की क्षति का आकलन किा जा रहा है।
60 हजार हेक्टेयर में की गई है मक्का की बुआई: कृषि विभाग से मिले आंकड़े के अनुसार जिले में 60 हजार 176 एकड़ मक्का की फसल की बुआइ र्िकसानों ने की है। इसमें अलौली प्रखंड में 12 हजार 961 हेक्टेयर, बेलदौर में 13 हजार 849 हेक्टेयर, चौथम प्रखंड में 6627 हेक्टेयर, गोगरी प्रखंड में 9524 हेक्टेयर, खगड़िया प्रखंड में 8507 हेक्टेयर, मानसी प्रखंड में 2912 हेक्टेयर व परबत्ता प्रखंड में 5706 हेक्टेयर में मक्का की खेती की गई है।
गेहूं की फसल की तैयारी भी हुई प्रभावित: बेमौसम बारिश के भेंट जिले में गेहूं का फसल भी चढ़ा है। बताया जा रहा है कि जिले में गेहूं की खेती 30 हजार 856 हेक्टेयर में की जाती है। इसमें से चालीस से पचास प्रतिशत गेहूं की कटनी तो हो चुकी है। शेष बचे पचास प्रतिशत का पचास प्रतिशत गेहूं कटकर या तो खेतों में गिराया हुआ है या फिर बोझा बांध कर रखा हुआ है। जबकि आधे खेतों में ही फसल लगे हुए हैं। ऐसे में गेहंू का फसल भी प्रभावित हुआ है।
अधिकारियों द्वारा की जा रही है जांच: बिहार सरकार के निर्देश पर जिला कृषि पदाधिकारी समेत अन्य कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा अलग अलग टीम बनाकर क्षेत्र में मक्का व गेहूं के फसलों की क्षति का आकलन कर रहे हैं। हालांकि अब तक मक्का के फसल के क्षति का आकलन कर रिपोर्ट तयार नहंी किया गया है। इसकी तैयारी की जा रही है। रिपोर्ट के आधार पर ही स्पष्ट हो पाएगा कि किसानों को फसल की क्षति का मुआवजा मिल पाएगा अथवा नहीं। हर किसी को कृषि विभाग के रिपोर्ट पर आस टिकी हुई है।
बोले अधिकारी :
फसलों के क्षति का आकलन करने के लिए टीम गठित की गई है। अलग-अलग टीम द्वारा फसल क्षति का आकलन किया जा रहा है।
अविनाश कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, खगड़िया।
फोटो: 25
कैप्शन: मंगलवार को जिले के मानसी प्रखंड अन्तर्गत सैदपुर बहियार में गेहूं की कटी फसल में धूप लगाते किसान।
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आंधी व बारिश से फसल क्षति मुआवजा को लेकर डीएओ को सौंपा ज्ञापन
खगड़िया, एक प्रतिनिधि
जिले में गत शनिवार की रात आई तेज आंधी व बारिश से हुए नुकसान पर मुआवजा की मांग को लेकर मंगलवार को बिहार किसान मंच ने जिला कृषि कार्यालय में डीएओ को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने के बाद बिहार किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह टुड्डू ने कहा कि गत शनिवार भीषण तूफान व वर्षा ने किसानो के अरमान को तोड़ दिया। उन्होंने कहा भीषण तूफान से जिले में 85 हजार एकड़ मे लगी मक्का की फसल जमीनदोज हो गई। वही खलिहान और खेत में गेहूं की 90 फीसदी फसल बर्बाद हो गई है। उन्होंने अपने ज्ञापन के मध्यम से मांग की कि 50 हजार प्रति एकड़ मक्का, 40 हजार प्रति एकड़ गेहूं, आम व लीची के लिए प्रति वृक्ष 20 हजार रुपये, केला, पान के लिए 80 हजार प्रति एकड़ और उजड़े हुए गरीबों के आशियाना के लिए एक लाख का मुआवजा सरकार देने की मंाग की। डेली गेट में किसान श्री अशोक कुमार यादव, नागेश्वर चौराशिया, वीरेंद्र यादव, ललित कुमार मिश्रा, अरुण मिश्रा, गंगा राम यादव, सिकंदर यादव आदि शामिल थे।
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परबत्ता: क्षतिग्रस्त फसलों की जांच करने दियारा पहुंचे अनुमंडल कृषि पदाधिकारी
परबत्ता, एक प्रतिनिधि
तेज आंधी पानी से क्षतिग्रस्त हुई फसलों की आकलन के लिए मंगलवार को अनुमंडल कृषि पदाधिकारी भरसो दियारा पहुंचे। दियारा क्षेत्र में अधिकारी के आने की सूचना मिलते ही स्थानीय किसानो की भीड़ लग गई। दियारा क्षेत्र में अधिकारी को देख किसानो के आंखों से आंसू निकल आए। हालांकि फसल की क्षति देख अधिकारी भी दंग रह गए। मौक़े पर उपस्थित किसानो को आश्वासन दिलाते हुए अनुमंडल कृषि पदाधिकारी ने कहा कि गत वर्ष की हुई गलतियां नहीं होगी। फसल क्षति हुए किसानों को वाजिब मुआवजा मिलेगा। उपस्थित कृषि सलाहकारों को निर्देश देते हुए कहा कि हर किसानों की खेत पर पहुंचकर फसलों के क्षति का सही आकलन तैयार करें। जिप सदस्य जयप्रकाश यादव ने उपस्थित अधिकारी से किसानों के दर्द से रू-ब-रू कराया। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले बेमौसम बारिश ने जहां गेहूं की फसलों को बर्बाद कर रख दिया है। तेेज हवा के कारण किसानों के खेतों में लगे मक्का, गेहूं, पपीता व केले की फसल को बर्बाद कर रख दी है। आज किसानों के सारे मंसूबे पर पानी फिर चुका है। किसान की स्थिति यह है कि अब जाए तो जाए कहां की स्थिति बनी हुई है। अपने सामने लहलहाते फसलों को बर्बाद होता देख किसान खून के आंसू रो रहे हैं। दिल में संजोये सारे के सारे सपने चकनाचूर होकर रह गया है।
बोले अधिकारी :
फसल क्षति का आकलन किया जा रहा है। किसानों को वाजिब मुआवजा दिया जाएगा।
विपीन कुमार
अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, गोगरी।
फोटो : 22
कैप्शन: परबत्ता प्रखंड के भरसो दियारा में फसलों की जांच करते अनुमंडल कृषि पदाधिकारी व अन्य।
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