महज स्टेबलाइजर खराब रहने से दो वर्षों से बंद है सदर अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट
किशनगंज के सदर अस्पताल में लाखों की लागत से स्थापित ऑक्सीजन प्लांट पिछले दो वर्षों से खराब स्टेबलाइजर के कारण बंद पड़ा है। ऑक्सीजन सप्लाई बाधित होने के कारण मरीजों को सिलेंडर और कन्सेंट्रेटर से...

किशनगंज, एक प्रतिनिधि। इसे लापरवाही कहा जाये या उदासीनता, लाखों की लागत से सदर अस्पताल में लगाये गये ऑक्सीजन प्लांट महज स्टेबलाइजर खराब रहने के कारण करीब दो वर्षों से बंद पड़ा है। लिहाजा, सदर अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पूरा करने के लिए लगाया गया ऑक्सीजन प्लांट दिखावा की वस्तु बन कर रह गयी है। आलम यह है कि सदर अस्पताल में वर्ष 2023 में लगाये गये 500 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता वाले प्लांट में ताला बंद है। उल्लेखनीय है कि वैश्विक महामारी कोरोना काल मे ऑक्सीजन की कमी बड़ी समस्या के समाधान करते हुए पीएम केयर फंड द्वारा सदर अस्पताल परिसर स्थित स्थापित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट खराब पड़ा है। ऑक्सीजन प्लांट में मामूली खराबी की वजह से अगस्त 2023 से यह बेकार पड़ा है। पीएसए ऑक्सीजन प्लांट से सदर अस्पताल के सभी वार्ड के प्रत्येक बेड तक पाइपलाइन से ऑक्सीजन की सप्लाई बंद होने के वजह से सदर अस्पताल प्रशासन की परेशानी बढ़ गईं है। वहीं जरूरतमंद मरीजों को निर्बाध रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए सदर अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर और कन्सन्टेटर से ऑक्सीजन उपलब्ध करना पड़ रहा है। सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अनवर हुसैन ने बताया कि सदर अस्पताल परिसर स्थित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का स्टेबलाइजर खराब होने के वजह से प्लांट चालू नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि जरूरतमंद मरीज को ऑक्सीजन की कमी नहीं हो, इसके लिए सदर अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में बड़ा -छोटा ऑक्सीजन सिलेंडर एवं ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर उपलब्ध है।
चिठ्ठी-चिठ्ठी के खेल में उलझ कर रह गया ऑक्सीजन प्लांट :
मिली जानकारी अनुसार ऑक्सीजन प्लांट को चालू करवाने के लिए सदर अस्पताल प्रशासन द्वारा कई बार स्वास्थ्य विभाग एवं संबंधित कंपनी को पत्रचार किया गया लेकिन नतीजा ढ़ाक के तीन पात वाली साबित होकर रह गयी। लिहाजा, सदर अस्पताल के प्रत्येक बेड तक पाइपलाइन से ऑक्सीजन सप्लाई बाधित है। नतीजतन, कंटेनर व सिलेंडर से मरीजों को ऑक्सीजन दिया जा रहा है। बताते चलें कि कोरोना संक्रमण के सेकेंड वेब में ऑक्सीजन की हुई किल्लत के बाद 2021 में पीएम केयर फंड सेवी सदर अस्पताल में 500 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता वाला पीएसए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया था ताकि आपात स्थिति में जरूरमंद मरीजों को ऑक्सीजन की कमी नहीं हो और बिना किसी रूकावट के जरूरतमंद मरीजों को पाइपलाइन से बेड तक निर्बाध ऑक्सीजन सप्लाई होता रहे।
दो वर्ष में स्टेबलाइजर ठीक नहीं करवा पाया स्वास्थ्य विभाग :
सदर अस्पताल में लाखों की लागत से स्थापित किये गये ऑक्सीजन प्लांट करीब दो वर्ष से बंद पड़ा है। महज स्टेबलाइजर में आइ खराबी के वजह से अगस्त 2023 माह से ऑक्सीजन प्लांट बेकार बन कर रह गया है। आलम यह है कि दो वर्ष में स्वास्थ्य विभाग पत्राचार कर रहा है लेकिन अब तक स्टेबलाइजर ठीक नहीं हो पाया है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर पीएम केयर फंड के लाखों रुपये खर्च कर ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के पीछे उद्देश्य राशि खर्च करना था या फिर मरीजों को इसकी सुविधा दिलाना। बहरहाल, सदर अस्पताल के विभिन्न वार्ड में ऑक्सीजन सिलेंडर की सहायता से जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सीजन आपूर्ति किया जा रहा है।
पीएसए ऑक्सीजन प्लांट में हवा से ऑक्सीजन होता है उत्पादन :
सिविल सर्जन डॉ.मंजर आलम ने कहा कि सदर अस्पताल स्थित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट को चालू करवाने के लिए लगातार पहल जारी है। इस प्लांट के चालू रहने से कम खर्च में सदर अस्पताल में आवश्यकता अनुसार सभी बेड तक ऑक्सीजन सीधे पाइप लाइन से पहुंचाई जा रही थी। हवा से ऑक्सीजन बनाने की अनूठी टेक्नोलॉजी पर आधारित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट में 500 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन हो रहा था। ऑक्सीजन प्लांट खराब रहने के कारण सिलेंडर द्वारा सदर अस्पताल में भर्ती मरीज़ों को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है।
प्लांट खराब रहने से अतिरिक्त आर्थिक बोझ उठा रहा स्वास्थ्य विभाग :
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अनवर हुसैन ने बताया कि पीएसए ऑक्सीजन प्लांट बंद होने की वजह से ऑक्सीजन आपूर्ति को लेकर परेशानी बढ़ी है, लेकिन जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर और कन्सन्टेटर उपलब्ध है। हालांकि ऑक्सीजन सिलेंडर को रिफिलिंग खर्च का अतिरिक्त बोझ बढ़ा है। फिलहाल, सदर अस्पताल के कोरोना वार्ड में 35 ऑक्सीजन कन्सन्टेटर उपलब्ध है। वहीं सदर अस्पताल में डी टाइप 29 एवं बी टाइप 25 सिलेंडर में ऑक्सीजन भरा हुआ है। इसके अलावा सदर अस्पताल के स्टोर रूम में तीन दर्जन से अधिक ऑक्सीजन कन्सन्टेटर उपलब्ध हैं। इन सारे दावे के बीच बड़ा सवाल यह है कि आखिर लाखों की लागत से स्थापित ऑक्सीजन प्लांट फिर से कब चालू हो पायेगा।
क्या कहते हैं सदर अस्पताल उपाधीक्षक :
पीएसए ऑक्सीजन प्लांट का मेंटेनेंस सम्बंधित एजेंसी द्वारा किया जा रहा था, अब राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा मेंटेनेंस किया जाएगा। उम्मीद है सदर अस्पताल स्थित बंद पड़ा पीएसए ऑक्सीजन प्लांट अब जल्द ही चालू हो जाएगा।
-डॉ अनवर हुसैन, सदर अस्पताल उपाधीक्षक
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