प्राथमिक विद्यालय सुंदरपुर कुंदर मुसहरी की स्थिति ठीक नहीं
प्राथमिक विद्यालय सुंदरपुर कुंदर मुसहरी की स्थिति ठीक नहीं

चानन, निज संवाददाता। सरकार शिक्षा के प्रति काफी सजग है, इसका असर भी सरकारी स्कूलों में दिख रहे है। लेकिन अफसोस है कि महादलित टोला में स्थित प्राथमिक विद्यालय सुंदरपुर कुंदर मुसहरी की हालत ठीक नहीं है। वर्ग एक से पांच तक में कुल 51 बच्चें नामांकित है। इस पढ़ाने के लिए दो महिला शिक्षिका के साथ एक स्कूल प्रधान नियुक्त है। शुक्रवार को स्कूल कैंपस में बच्चों को बेहतर शिक्षा दी जा रही है। घड़ी की सुई 10:30 बजे के करीब था, स्कूल में 45 बच्चों को भोजन के लिए बारी-बारी से क्लास के अनुसार कतार में बैठाकर परोसा जा रहा था।
स्कूल में पढ़ रहे छात्र विकास कुमार, अशोक कुमार, राजीव कुमार, रीना कुमारी, मीना कुमारी, आरती कुमारी आदि ने बताया कि मीनू के अनुसार हर दिन खाना दिया जाता है। शौचालय नहीं रहने से होती दिक्कत स्कूल में पूर्व से बने शौचालय की स्थिति ठीक नहीं रहने से महिला शिक्षिकाओं को ज्यादा परेशानी होती है। महिला शिक्षिका विभा भारती ने कहा कि चहारदीवारी व शौचालय नहीं रहने से शिक्षक-शिक्षिका के साथ ही स्कूली बच्चों को रोजना परेशानी होती है। बच्चों को शौच के लिए खेत में जाना पड़ता है। चहारदीवारी नहीं रहने से हमेाा आवारा पशुओं का आना जाना लगा रहता है। बच्चों को पढ़ाने के लिए वर्गवार क्लास भी नहीं है। जो भवन बना हुआ है, उसमें में भी दरार आ गई है। बावजूद विभाग की नजरें इनायत नहीं हो रही है। स्कूल में चाहरदीवारी नहीं रहने से शिक्षक बच्चें को पढ़ाने के साथ ही निगरानी करनी पड़ती है। इधर, स्कूल प्रधान सत्यनारायण कुमार ने कहा कि स्कूल में शौचालय व चाहरदीवारी निर्माण जरूरी है। चाहरदीवारी नहीं रहने से बच्चों पर सख्त निगरानी रखना पड़ता है। वहीं शौचालय नहीं रहने से महिला शिक्षिकाओं को रोजाना फजीहत झेलना पड़ता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।