रिकॉर्ड एचआईवी संक्रमित केस जिले के लिए खतरे का संकेत
विशेष अभियान के दौरान मिले रिकॉर्ड एचआईवी संक्रमित केस जिले के लिए खतरे का संकेत

लखीसराय, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। एचआईवी एड्स संक्रामण जैसे घातक बीमारी के लिहाज से जिले वासियों के लिए बुरी खबर है। जिले में 2008 से संचालित एचआईवी जांच केंद्र से मिली संक्रमित मरीज का कुल आंकड़ा 2025 मार्च तक 906 दर्ज किया गया है। जिसमें 2025 में महज जनवरी से मार्च में आधा दर्जन गर्भवती महिला व एक नाबालिग लकड़ी समेत कुल 22 संक्रमित मरीज की पुष्टि हुई है। ज्ञात हो एचआईवी एड्स बचाव नियंत्रण इकाई पटना के निर्देशानुसार जिले में संक्रमित मरीज की पहचान के लिए जनवरी से मार्च तक तीन महीने का विशेष स्क्रीनिंग अभियान चलाया गया था। यह अभियान विशेष रूप से गर्भवती महिला के लिए चलाया गया था।
इसी बीच मार्च महीने में पांच दिन का आम लोग के लिए भी विशेष जांच अभियान विभिन्न गांव में चलाया गया था। स्थानीय एचआईवी एड्स बचाव नियंत्रण इकाई के डीपीएम अरविंद कुमार राय ने बताया कि अभियान के दौरान जनवरी में 07 फरवरी में 04 एवं सबसे अधिक मार्च में 11 समेत कुल 22 संक्रमित मरीज जिले के विभिन्न क्षेत्र से मिले हैं। संक्रमित मरीज के नाम व क्षेत्र की गोपनीयता बरकरार रखने के नियम का हवाला देते हुए डीपीएम ने बताया कि जिले के लगभग सभी क्षेत्र से संक्रमित मरीज मिले हैं। हालांकि उन्होंने बताया कि अन्य प्रखंड सहित शहरी क्षेत्र के तुलना में सूर्यगढ़ा प्रखंड क्षेत्र में अधिक मरीज मिलने की पुष्टि हुई। जिसमें नाबालिक 14 वर्षीय लड़की भी शामिल है। उन्होंने बताया कि सभी संक्रमित मरीज की विभिन्न जांच के बाद बीमारी की पुष्टि होने के साथ इलाज की सुविधा उपलब्ध करा दिया गया है। संक्रमित गर्भवती महिला का सफलतापूर्वक संस्थागत प्रसव कराया गया व करने की तैयारी की गई है। इसके अलावे जिस घर में संक्रमित मरीज मिलने की पुष्टि हुई है। उनके घर के सभी सदस्य का व विशेष रूप से पति-पत्नी व उनके बच्चों का एचआईवी जांच कराया जा रहा है। डीपीएम की माने तो एक गांव में तीन या उससे से अधिक संक्रमित मरीज की पुष्टि के बाद गांव को की विलेज श्रेणी में शामिल कर गांव के सभी लोगों का एचआईवी जांच कराया जाता है। हालांकि अभी तक किसी भी एक गांव में तीन या तीन से अधिक संक्रमित मरीज मिलने की पुष्टि नहीं है। जो सामूहिक संक्रमण के लिहाज से जिले के लिए राहत की खबर है। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2008 से 31 मार्च 2025 तक जिले में कुल 906 संक्रमित मरीज की पुष्टि हुई है। जिसमें 514 पुरुष, 336 आम महिला एवं 56 गर्भवती महिला शामिल है। जिसमें सभी उम्र वर्ग के महिला पुरुष संक्रमित लगभग 50 पीड़ित की मौत भी हो चुकी है। बच्चे सभी लोगों को इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। इलाज के अलावे सरकार द्वारा 0 से 18 वर्ष उम्र तक के बच्चों को प्रतिमाह 1000 एवं 18 वर्ष पूर्ण होने पर आजीवन 1500 प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
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