पकड़े जाने के डर से सदर में शिफ्ट बदलकर रक्तदान करता था दलाल
मधुबनी में सदर अस्पताल के ब्लड बैंक से एक दलित महिला के परिजनों से दो यूनिट खून के लिए 11500 रुपये की वसूली की गई। दो युवकों ने महिला के परिवार से एक यूनिट 4000 रुपये और दूसरी यूनिट 7500 रुपये में...
मधुबनी, नगर संवाददाता। सदर अस्पताल के ब्लड बैंक से बीते सप्ताह एक दलित महिला से दो यूनिट ब्लड 11500 रुपये देने के मामले में दो युवकों की पहचान हुई हैं। दोनों युवक शहर के अलग-अलग मोहल्ले के रहने वाले हैं। ब्लड बैंक की बुधवार को रिर्काड खंगालने के दौरान कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. कुणाल कौशल ने बताया कि अंकित कुमार झा जो बीते शुक्रवार यानी 11 अप्रैल को ब्लड डोनेट किया था। इसके बदले चार हजार रुपये कथित पर लेने की बात सामने आ रही है। जब इसका पूर्व का रिकार्ड खंगाला गया तो यह पहले 26 मार्च को भी रक्तदान कर चुका था। पकड़े जाने के डर से शिफ्ट बदलकर यह शातिराना अंदाज में ब्लड डोनेट डोनेट करता था। 26 मार्च को यह युवक 9:30 मिनट पर रक्तदान किया था। वहीं 11 अप्रैल को वह शाम के शिफ्ट में करीब तीन से पांच बजे शाम के बीच में रक्तदान किया है। इतना ही नहीं खून के सौदे में पकड़ में नहीं आ जाए इसके लिए वह दोनों बार अपना नंबर बदलकर रक्तदान किया है। ब्ल्ड बैंक के प्रभारी डॉ. कुणाल कौशल ने बताया कि रौशन कुमार नाम का युवक जो दो अप्रैल को रक्तदान किया था। ब्लड बैंक से कार्ड भी बनवा लिया। इस कार्ड पर बीते रविवार को जरूरमंद महिला को एक यूनिट ब्ल्ड उपलब्ध कराया गया। हालांकि जब डॉ. कुणाल कौशल ने रिकार्ड में दिये गये नंबर पर फोन किया तो बताया कि उसका एक दोस्त उससे कार्ड लिया। बतादें कि इसी कार्ड का उपयोग होने के बाद पीड़ित के परिजन से गुगल पे के माध्यम से दो-दो हजार रुपये की तीन किश्तें भेजी गई। हालांकि गुगल पे पर उसका नाम विश्वानी कुमार (रेयान...) आ रहा था। हालांकि खून के दलाल के पास इतनी हिम्मत है कि पैसे नहीं भेजने पर बार-बार कॉल कर धमकाने लगा। कह रहा था कि इसकी 7500 की पर्ची कट चुकी है। इसमें कम नहीं होगा। अगला जो दो यूनिट ब्लड लेंगे वह प्रति यूनिट सात-सात हजार का लगा देंगे।
मजबूर मरीजों का उठाता फायदा: खून के दलाल मजबूर और लाचार मरीजों का फायदा उठाता है। ऐसे मरीज जिनके पास खुद डोनर नहीं होता है, सक्रिय दलाल हावी होकर मरीज के परिजनों से एक यूनिट खून देने के नाम पर सौदा करता है। डील फाइनल हो जाने के बाद वे मरीज के परिजनों को ब्लड उपलब्ध करवाता है।
ब्ल्ड बैंक में जगह-जगह चिपकायी गई सूचना: सदर अस्पताल स्थित ब्ल्ड बैंक में जगह-जगह सूचनाएं चिपकायी गई हैं। ब्लड बैंक पदाधिकारी डॉ. कुणाल कौशल ने बताया कि रक्त के दलालों से सावधान की हेडिंग से सूचना बनाई गई है। इसपर नोट में नीचे लिखा गया है कि खून खरीदना और बेचना दोनों ही कानूनन अपराध है।
क्या है मामला
सदर अस्पताल परिसर स्थित ब्लड बैंक से खून दिलाने के नाम पर बीते चार दिनों में एक दलित महिला के परिजनों से सक्रिय दलालों ने करीब दो यूनिट ब्लड के लिए 11500 रुपये में अलग-अलग सौदा किया। पीड़ित महिला अमरिका देवी रहिका प्रखंड क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली हैं। महिला को अत्यधिक रक्तश्राव हो रहा था। एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन कराने वाली थीं। इसी दौरान एक यूनिट ब्लड 4000 रुपये में और दूसरा यूनिट ब्लड 7500 रुपये में सौदा किया।
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