134th Birth Anniversary of Dr B R Ambedkar Celebrated at Motihari Women s College महिला शक्षिा को अनिवार्य माना था बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने, Motihari Hindi News - Hindustan
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महिला शक्षिा को अनिवार्य माना था बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने

मोतिहारी के डॉ श्री कृष्ण सन्हिा महिला महाविद्यालय में बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती मनाई गई। कार्यक्रम में प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ) पंकज कुमार ने अध्यक्षता की। वक्ताओं ने अंबेडकर के...

Newswrap हिन्दुस्तान, मोतिहारीTue, 15 April 2025 12:36 AM
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महिला शक्षिा को अनिवार्य माना था बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने

मोतिहारी,नप्रि। शहर के डॉ श्री कृष्ण सन्हिा महिला महावद्यिालय में सोमवार को बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती मनाई गई । यह कार्यक्रम आई क्यू ए सी व दर्शनशास्त्र विभाग के तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की फोटो पर माल्यार्पण तथा फूल चढ़ाकर किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता महावद्यिालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ)पंकज कुमार ने किया। डॉ दीपमाला श्रीवास्तव अपने व्याख्यान में कहा कि डॉ आंबेडकर का मानना था कि यदि भारतीय समाज व्यवस्था को वास्तव में समानता व न्यायप्रिय बनाना है तो जाति संबंधी सवालों से सीधे जुझना होगा। हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ . कुमारी रोशनी वश्विकर्मा ने अंबेडकर के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने महिला शक्षिा को अनिवार्य रूप से इसलिए माना ताकि हमारा समाज जागृत हो सके। वे महिलाओं की क्षमता से परिचित हों ,तभी वे आगे बढ़ सकती हैं। । पटना वश्विवद्यिालय से आए डॉ. मायानन्द सन्हिा ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों को पढ़ने , समझने और गुनने की आवश्यकता है । रसायन शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ अमित कुमार ने बाबा साहेब पर व्याख्यान देते हुए कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर स्त्रियों की शक्षिा को लेकर जागरूक थे । क्योंकि समाज तभी तरक्की करता है जब स्त्रियां शक्षिति होती हैं। कार्यक्रम के अध्यक्षता करते हुए महावद्यिालय के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ )पंकज कुमार ने कहा कि बाबा साहब ने अपने कार्यों द्वारा यह बताया कि कोई भी जाति से बड़ा नहीं होता बल्कि वह अपने कर्म से बड़ा होता है । जब तक वह स्त्री को बराबर का दर्जा नहीं दिया जाएगा, तब तक वह समाज आगे नहीं बढ़ सकता । महावद्यिालय की छात्राओं में पलक कुमारी ,सिमरन सलाम ने भी अपने विचार रखे। धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ कुमारी रोशनी वश्विकर्मा ने किया । शक्षिकेत्तर कर्मचारियों में भास्कर गुप्ता ,अभय कुमार, विकास , लवली सिंह ,ज्ञान प्रकाश , अमन कुमार ,प्रकाश कुमार पांडेय ,छात्राओं में चाँदनी , सोनी , आरती , आंचल इत्यादि उपस्थित रहे ।

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