जर्जर सड़क व नाले ने बढ़ाया दर्द लोगों को पेयजल भी नसीब नहीं
हरदिया पटेल नगर की आबादी लगभग 500 है, जहां लोग कृषि करते हैं। नगर निगम में शामिल होने पर लोगों को खुशी हुई, लेकिन तीन सालों में कोई विकास नहीं हुआ। बरसात में जलजमाव, दूषित पानी पीने से बीमारियाँ और...
शहर के वार्ड 31 स्थित हरदिया पटेल नगर की आबादी पांच सौ के करीब है। पटेल नगर के लोगों का मुख्य पेशा कृषि है। जब तुरकौलिया प्रखंड की हरदिया पंचायत को नगर निगम में शामिल किया गया, तो यहां के लोगों के खुशी का ठिकाना नहीं था। लोगों के दिलों में शहरी सुविधाएं मिलने की खुशी साफ दिखती थी लेकिन नगर निगम सरकार के गठन के तीन वर्ष बाद भी वार्ड में विकास का कोई काम नहीं होने से यहां के लोग निराश होने लगे हैं। पटेल नगर के उदय कुमार पटेल, उपेन्द्र पटेल, पप्पू पटेल, आदर्श कुमार, अनिकेत कुमार व लखद्रिं पटेल बताते हैं कि नगर निगम में शामिल होने के बावजूद इस मोहल्ले की दशा व दिशा में कोई सुधार नहीं हुआ। सप्ताह में एक-दो दिन झाड़ू लगने के सिवाय और कोई काम नहीं हुआ। बरसात का मौसम आने वाला है। बरसात के मौसम में पटेल नगर की सड़कें पानी में डूब जाती हैं। यहां तक कि पटेल नगर हरदिया के सामने मोतिहारी-कोटवा बाईपास रोड पर भी दो फीट तक पानी भर जाता है। इसके चलते राहगीरों के साथ-साथ आमलोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ती हैं।
तीन वर्ष पूर्व आंधी में उड़ गयी नल जल की टंकी
पटेल नगर के महेन्द्र पटेल, आयुष पटेल, बृजेश पटेल, लवकुश पटेल, बादल कुमार, लखींद्र पटेल व उदय कुमार पटेल कहते हैं कि पंचायत सरकार द्वारा नलजल का काम कराया गया था। घर-घर नलजल की सप्लाई लाइन दौड़ाई गयी। बमुश्किल एक माह तक नलजल का पानी नसीब हुआ। वर्ष 2022 में तेज आंधी-पानी मे नलजल की टंकी हवा में उड़ गयी, तब से पानी की सप्लाई बंद है। तीन वर्ष में न तो नगर निगम प्रशासन ने इसकी सुध ली और न ही पीएचडी विभाग ने। इनका कहना है कि मोहल्ले के अधिकांश घरों में चापाकल का पानी उपयोग होता है। आयरन व आर्सेनिक युक्त पानी पीकर लोग बीमार पड़ रहे हैं। कई बार पीएचडी विभाग से इसकी शिकायत की गयी, मगर टंकी लगाकर पुनः पानी की सप्लाई शुरू कराने की दिशा में विभाग द्वारा अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। हमलोग नगर निगम को होल्डिंग टैक्स तो दे रहे हैं, पर निगम की सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। मोहल्ले की बड़ी आबादी के पेयजल के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है। अधिकांश घरों में पीने के लिए पानी का जार खरीदा जाता है।
नाले का नहीं हुआ निर्माण
कोटवा-मोतिहारी मुख्य सड़क से पटेल नगर जाने वाली पीसीसी सड़क के दोनों तरफ करीब 80 आवासीय घर हैं। इस मोहल्ले में भी रोज नये मकान बन रहे हैं पर जिस तेजी से आबादी बढ़ रही है, उस अनुपात में विकास नहीं हो सका है। मोहल्ले के नागरिक सड़क, सीवर, स्ट्रीट लाइट व साफ-सफाई से वंचित हैं। पीसीसी सड़क के दोनों किनारे घनी बस्ती है, पर नाला का नर्मिाण नहीं कराया गया है। नाला का नर्मिाण नहीं होने से बस्ती के घरों से निकलने गंदा पानी सड़क पर बहता है। जिससे राहगीरों को परेशानी होती है। जलजमाव, गलियों की टूटी-फूटी सड़कें, नियमित रूप से साफ-सफाई का नहीं होना तथा स्ट्रीट लाइट की कमी जैसी समस्याओं का निराकरण नही होने से मुहल्ले वासी मायूस हैं।
सड़कों पर रात में रहता है अंधेरा
हरदिया पटेल नगर मोहल्ले की सड़क पर रात के समय अंधेरा पसरा रहता है। सड़क किनारे बिजली के किसी भी पोल पर स्ट्रीट लाइट नहीं जलती है। उदय कुमार पटेल, उपेन्द्र पटेल, पप्पू पटेल, आदर्श कुमार, अनिकेत कुमार व लखद्रिं पटेल आदि लोग बताते हैं कि सड़क पर स्ट्रीट लाइट नहीं होने के चलते रात में भय का माहौल रहता है। चोरी-चकारी की वजह से घर के किसी न किसी सदस्य को रतजगा करना पड़ता है। इमरजेंसी में अगर रात के वक्त किसी कारणवश बाहर निकलना पड़े तो साइकिल व पैदल यात्रियों को काफी असुरक्षित महसूस होता है। कुछ लोगों ने अपने घर के सामने रोशनी के लिए बिजली के पोल पर एलईडी बल्ब लगाया है, मगर इसकी संख्या काफी कम है। इससे रात में पर्याप्त रोशनी नही मिल पाती है। पटेल नगर की सड़कों के किनारे कूड़ा-कचरा फैला रहता है।
शिकायतें
1.मोहल्ले में पाइप लाइन से पेयजल की सप्लाई नहीं होने से लोग दूषित पानी का सेवन करने को मजबूर हैं।
2. दूषित पानी पीने से दर्जनों परिवारों में बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग बीमार पड़ते रहते हैं। उल्टी-दस्त व गैस की शिकायत रहती है।
3. स्ट्रीट लाइट नहीं होने से मोहल्ले में रातभर भय का माहौल कायम रहता है। घर वालों को रतजगा करना पड़ता है।
4. पटेल नगर की सड़क पर बरसात में जलजमाव की समस्या रहती है। इससे पैदल जाने वालों को परेशानी बढ़ जाती है।
5. मोहल्ले में नाला का नर्मिाण नहीं होने से बरसात में जलनिकासी की समस्या लंबे समय तक बनी रहती है।
सुझाव
1.दूषित पेयजल से लोग बीमार हो रहे हैं। पाइप लाइन से पानी की सप्लाई हो जाये तो समस्या का समाधान निकलेगा।
2. जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नाला का नर्मिाण जरूरी है। सड़क के साथ स्लैब युक्त नाला की जरूरत है।
3. घरों के आसपास झूल रहे बिजली के तारों को हटाया जाय। सड़क पर भी बिजली का पोल है, जिसे हटाया जाए।
4. पटेल नगर हरदिया की टूटी-फूटी सड़कों की जगह पुनः पीसीसी सड़क का नर्मिाण कराया जाये।
5. मोहल्ले में बिजली के सभी खम्भों पर स्ट्रीट लाइट लगे। इससे रात में अंधेरा दूर हो सकेगा व चोर-उच्चकों से सुरक्षा मिलेगी।
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