पतौरा मोहल्ला के लोगों को चाहिए पक्की सड़क, स्ट्रीट लाइट व सफाई
पतौरा मोहल्ले में नगर निगम में शामिल होने के बाद भी तीन सालों में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। लोग सड़क, सीवर, स्ट्रीट लाइट और साफ-सफाई की कमी से परेशान हैं। नलजल की सप्लाई पिछले तीन वर्षों से बंद है,...
शहर के वार्ड-09 अंतर्गत पतौरा मोहल्ले में करीब दो हजार घर, छह हजार दो सौ वोटर व दस हजार से अधिक की आबादी है। जब मोतिहारी सदर प्रखंड की इस पंचायत को नगर निगम में शामिल किया गया, तो यहां के लोगों के खुशी का ठिकाना नहीं था। लोगों के दिलों में शहरी सुविधाएं मिलने की खुशी थी। पर जल्द ही यह खुशी गायब हो गयी। नगर सरकार गठन के तीन वर्ष बाद भी वार्ड में विकास का कोई बड़ा काम नहीं होते देख यहां के नागरिक निराश हैं। जिस तेजी से आबादी बढ़ रही है, उस अनुपात में विकास नहीं हो सका है।
मोहल्ले के नागरिक सड़क, सीवर, स्ट्रीट लाइट व साफ-सफाई से वंचित हैं। कृषि भूमि पर टैक्स लगने से बढ़ी परेशानी : पतौरा के सत्यम कुमार, प्रमोद कुमार, नरेश प्रसाद, सूरज नारायण पटेल, रामाकांत तिवारी, सोनेलाल साह, भूपेन्द्र दुबे, संजीत कुमार, राकेश कुमार, रामटहल पटेल व पूर्व सरपंच लंगटु महतो कहते हैं कि नगर निगम में शामिल होने से यहां के किसानों को काफी नुकसान हुआ है। होल्डिंग टैक्स के आलावें बंजर व खाली पड़ी जमीन के साथ-साथ कृषि योग्य भूमि का भी अब नगर निगम को टैक्स देना होगा। यहां के लोगों की जीविका कृषि पर आधारित है। किसान खेतीबाड़ी कर मुश्किल से जीवन यापन करते हैं। ऐसे में अधिकतर किसान टैक्स भरने में सक्षम नहीं हैं। इनका कहना है कि कृषि योग भूमि को टैक्स से मुक्त किया जाना चाहिए। पतौरा चौक पर स्ट्रीट लाइट नहीं : वार्ड के सत्यम कुमार, प्रमोद कुमार, सुरेश पाठक, जय नारायण पासवान, जय प्रकाश प्रसाद, रूपेश श्रीवास्तव, राजवीर कुमार, सोनालाल साह, रव्द्रिर तिवारी, राजन कुमार द्विवेदी, अंकित कुमार व मोहन साह कहते हैं कि पतौरा चौक पर पचास से अधिक दुकानें हैं। मोहल्ले के अधिकांश लोग घरेलू उपयोग की वस्तुएं इसी चौक से खरीदते हैं। देर रात तक लोग खरीदारी के लिए चौक पर आते-जाते रहते हैं। देवी स्थान पतौरा चौक वार्ड का प्रमुख स्थान है, बावजूद यहां रात में अंधेरा पसरा रहता है। वार्ड के गलियों की कौन कहे पतौरा चौक पर भी स्ट्रीट लाइट नहीं लग पायी है। इनलोगों का कहना है कि बिजली के खंभों पर स्ट्रीट लाइट लग जाती तो पतौरा चौक की रौनक में चार चांद लग जाते। बाजार आनेजाने में भी लोग खुद को सुरक्षित महसूस करेंगे। पीसीसी सड़क व नाले का नहीं हुआ नर्मिाण : नगर निगम में शामिल होने के बावजूद इस मोहल्ले की दशा व दिशा में कोई सुधार नहीं हुई। सप्ताह में एक-दो दिन झाड़ू लगने के सिवा अभी तक विकास का कोई काम नहीं हुआ है। बरसात के मौसम में पतौरा मोहल्ले की अधिकतर सड़कें पानी में डूब जाती हैं। पतौरा चौक से प्राण टोला जानेवाली खड़ंजा सड़क पर हल्की बारिश में ही जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। मोहल्ले में तेजी से नए मकान बन रहे हैं। अधिकांश कॉलनियों में अभी कच्ची सड़क है। हल्की बरसात में यह सड़क कीचड़ से भर जाती है। जिसके चलते आमलोगों को काफी परेशानियां झेलनी पड़ती है। सड़क के दोनों तरफ घनी आबादी है, पर नाला का नर्मिाण नहीं कराया गया है। नाला का नर्मिाण नहीं होने से बस्ती के घरों से निकलने वाला गंदा पानी सड़क पर बहता है। जिससे राहगीरों को परेशानी होती है। तीन वर्ष से नल-जल से सप्लाई बंद पतौरावासियों का कहना है कि पंचायत सरकार द्वारा लाखों रुपये खर्च कर नलजल का काम कराया गया था। घर-घर नलजल की सप्लाई लाइन दौड़ाई गयी। कुछ दिनों तक लोगों को नलजल का पानी नसीब हुआ, पर पिछले तीन वर्षों से नलजल से सप्लाई बंद है। किसी टंकी का मोटर खराब है, तो किसी का सप्लाई चेन क्षतग्रिस्त हो चुका है। ओलिया टोला पोखरा स्थित नलजल की टंकी काफी दिनों से फूटा हुआ है, परन्तु इसकी मरम्मत नहीं हो रही है। मोहल्ले के अधिकतर घरों में चापाकल के पानी का उपयोग होता है। आयरन व आर्सेनिक युक्त पानी पीकर लोग बीमार पड़ रहे हैं। पीएचइडी विभाग से इसकी कई बार शिकायत की गयी, मगर नलजल की मरम्मत का कार्य कराकर पुनः पानी की सप्लाई शुरू कराने की दिशा में विभाग द्वारा अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। मोहल्ले की बड़ी आबादी के लिए पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है। शिकायतें 1.मोहल्ले में नल जल की रिपेयरिंग नहीं होने से लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। तीन वर्ष से पानी की सप्लाई बंद है। 2.दूषित पानी पीने से दर्जनों बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग बीमार पड़ते हैं। लोगों में उल्टी-दस्त व गैस की शिकायत रहती है। 3.स्ट्रीट लाइट नहीं होने से मोहल्ले में रात भर भय का माहौल कायम रहता है। घरवालों को रतजगा करना पड़ता है। 4.बरसात के मौसम में जलजमाव की समस्या बनी रहती है। जिससे पैदल यात्रियों की काफी परेशानी होती है। 5.नाला का नर्मिाण नहीं होने से बरसात में जल निकासी समस्या बन जाती है। सड़क पर जलभराव की स्थिति बनी रहती है। सुझाव 1.दूषित पेयजल से लोग बीमार हो रहे हैं। नलजल से पानी की सप्लाई हो जाये तो समस्या का समाधान निकलेगा। 2.जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नाला का नर्मिाण जरूरी है। सड़क के साथ स्लैब युक्त नाला का नर्मिाण कराया जाये। 3.घरों के आसपास झूल रहे बिजली के तार को हटाया जाये। सड़क से बिजली का पोल हटाकर सड़क किनारे किया जाये। 4.मोहल्ले में पीसीसी सड़क का नर्मिाण कराया जाये। साथ ही जल निकासी के लिए नाला का नर्मिाण कराया जाये। 5.मोहल्ले में बिजली के सभी खम्भों पर स्ट्रीट लाइट लगे। जिससे रात में अंधेरा दूर हो तथा चोर-उचक्कों से सुरक्षा मिले। बोले जम्मिेदार वार्ड की कई गलियों में पीसीसी सड़क का नर्मिाण कराया गया है। जबकि दर्जन भर से अधिक गलियों में पीसीसी सड़क का नर्मिाण प्रस्तावित है। पतौरा चौक सहित सभी गलियों में स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। ओलिया तालाब के सौंदर्यीकरण, पार्क नर्मिाण व श्मशान घाट के पास मुक्तिधाम का नर्मिाण होना है। नलजल की रिपेयरिंग के लिए पीएचइडी विभाग को लिखा गया है। वार्ड में नियमित रूप से सफाई व कूड़ा उठाव किया जाता है। -हीरालाल साह, वार्ड पार्षद
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