जमालपुर वर्कशॉप को प्रत्येक माह 650 और सालाना 7800 वैगन मरम्मत का मिला नया वर्कलोड,
ड, वर्ष 2025-26 और वर्ष 2026-27 के लिए कुल 15600 वैगन मरम्मत करने का रेलवे बोर्ड ने दिया लक्ष्य वैगन रिपेयर के दम पर बचा है जमालपुर वर्कशॉप का अस्त

जमालपुर। इम्तेयाज आलम एशिया प्रसिद्ध रेल इंजन कारखाना का उम्र 164 साल हो गया है। लेकिन रेलवे बोर्ड ने वर्कशॉप को नया नया वर्कलोड देकर कारखाना को जिंदा रखने की कवायद जारी रखा है। हर साल की तरह इसबार भी वैगन रिपेयर का नया वर्कलोड दिया गया है। रेलवे बोर्ड ने कारखाना को वित्तीय वर्ष 2025-26 और वर्ष 2026-27 के लिए कुल 15600 वैगन पीओएच (मरम्मत) का लक्ष्य दिया है। अब कारखाना प्रशासन को प्रत्येक माह कम से कम 650 वैगन का पीओएच समय सीमा के अंदर करना होगा है, जो चुनौतीपूर्ण कार्य है। वैसे बीते वर्ष की तुलनात्मक वर्कलोड की बात करें तो इसबार वर्कलोड ज्यादा मिला है।
ये है जमालपुर कारखाने के नाम वैगन का नया वर्कलोड
रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली के डायरेक्टर मेक्नीकल इंजीनियर (पी) वन के गौरव कुमार ने देश के विभिन्न कल-कारखानों को नया वर्कलोड वर्ष 2025-26 और वर्ष 2026-27 के लिए दिया है। इसमें टावर कार, डीजल लोको सहित वैगन का मरम्मत कार्य शामिल है। उन्होंने जमालपुर को वर्ष 2025-26 के लिए प्रत्येक माह 650 और सालाना 7800 वैगन का लक्ष्य दिया है। इसी तरह वर्ष 2026-27 के लिए भी 7800 सालाना टारगेट दिया है। जबकि ईस्टर्न रेलवे में लिलुआ वर्कशॉप के लिए वर्ष 2025-26 और 27 के लिए प्रत्यके माह 90 और सालाना 1080 का लक्ष्य दिया है।
तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार ने ही कारखाना को दिया था पहला वैगन रिपयेर का लॉट
रेल इंजन कारखाना जमालपुर में पूर्व से वैगन का रिपेयर कार्य किया जाता रहा है। लेकिन वर्ष 2002 में पहली बार तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार ने जमालपुर वर्कशॉप को वैगन का पीओएच और निर्माण का वर्कलोड दिलाया था। तबसे जमालपुर वर्कशॉप कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। शुरूआती दौर में वैगन रिपेयर का कार्य सीमित दिया गया था। लेकिन यह धीरे-धीरे बढ़कर चार हजार तक सालाना पहुंच गया। वित्तीय वर्ष 2022-23 में जमालपुर ने 7318 वैगन मरम्मत कार डिस्पैच किया था। वहीं इससे पूर्व वित्तीय वर्ष 2021-22 में मात्र 6544 वैगन दर्ज किया। हालांकि रेलवे बोर्ड ने कारखाने को वित्तीय वर्ष 2022-23 में मात्र 6540 वैगन का ही लक्ष्य दिया था। लक्ष्य से ज्यादा मरम्मत कार्य में कारखाना लगातार कुशलता के साथ करता आया है। इसलिए इसबार वैगन की संख्या में 7800 कर दिया गया है। अगर यही रफ्तार रही तो आने वाले दिनों में 10 हजार वैगन पीओएच करने वाला कारखाना बन जाएगा।
क्या कहते है अधिकारी
जमालपुर वर्कशॉप में सबसे ज्यादा कार्य वैगन का है। वर्कशॉप में डब्लूआरएस वन, टू, थ्री, फोर और फाइव शॉप इसी कार्य के लिए विस्तारीकरण किया गया है। आने वाले दिनों में कारखाना का भविष्य उज्ज्वल है।
डिप्तीमॉय दत्ता, इंचार्ज, सीपीआरओ, पूर्व रेलवे कोलकाता
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