कुमारी प्रियंका ने पति गणेश कुमार द्वारा उकसाने पर की थी आत्महत्या
नवादा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि।नवादा वृहद आश्रय गृह (बालिका यूनिट) की अधीक्षक कुमारी प्रियंका की मौत मामले में एक नया मोड़ आ गया है।

नवादा, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। नवादा वृहद आश्रय गृह (बालिका यूनिट) की अधीक्षक कुमारी प्रियंका की मौत मामले में एक नया मोड़ आ गया है। मृतका के भाई राहुल सिंह ने इस मामले में घटना के छह दिनों बाद नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि उसकी बहन कुमारी प्रियंका ने पति गणेश कुमार द्वारा उकसाने पर आत्महत्या की थी। 26 वर्षीय राहुल सिंह यूपी के गोरखपुर के हरपुर थाना क्षेत्र के सोनवर्षा बाबू गांव के ओमप्रकाश सिंह के पुत्र हैं और कुमारी प्रियंका के सगे भाई हैं। 06 अप्रैल को नगर थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में राहुल ने कहा है कि उसकी बहन को उसके बहनोई गणेश कुमार द्वारा पिछले छह माह से प्रताड़ित किया जा रहा था। राहुल के मुताबिक उसकी बहन की शादी सारण जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र के हेजलपुर गांव के श्याम बहादुर सिंह के बेटे गणेश कुमार से 20 नवम्बर 2024 को हुई थी। तकरीबन छह माह पूर्व उसकी बहन ने उसे तथा उसकी मां को फोन पर बताया कि उसके पति का किसी महिला के साथ अवैध संबंध है। बहन द्वारा पति से पूछताछ करने पर उसने स्वीकार किया और विरोध करने पर तलाक की धमकी दी। तीन दिन पूर्व की थी मारपीट भाई का आरोप है कि घटना कि दो-तीन दिनों पूर्व उसकी बहन का पति नवादा आया था और उसकी बहन के साथ बुरी तरह से मारपीट किया था व उसे प्रताड़ित किया था। वह उसकी बहन के वेतन का पूरा पैसा ले लेता था। पति की प्रताड़ना से विवश होकर ही उसकी बहन ने 31 मार्च 2025 को वृहद आश्रय गृह स्थित सरकारी आवास पर फांसी लगा ली थी। घटना से करीब 6-7 माह पूर्व भी उसकी बहन ने आत्महत्या की कोशिश की थी। परंतु पुलिस को जानकारी मिल जाने के कारण वह आत्महत्या नहीं कर सकी। इससे संबंधित सनहा नवादा नगर थाने में दर्ज है। राहुल ने कहा है कि इस घटना से सदमे में आने और यहां से काफी दूर होने के कारण वह विलंब से प्राथमिकी के लिए आवेदन दे रहा है। मामले में दर्ज कांड संख्या-351/25 में बीएनएस की धारा 108 के तहत गणेश कुमार पर आत्महत्या के लिए विवश करने का आरोप है। मिला था सुसाइड नोट, दर्ज था यूडी केस मामला नवादा वृहद आश्रय गृह की अधीक्षक कुमारी प्रियंका की आत्महत्या से जुड़ा है। उसका शव सरकारी आवास पर पंखे से झूलता हुआ पाया गया था। कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया था। जिसमें उन्होंने मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया था। सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा था कि वह अपनी जिंदगी से ऊब चुकी है और मरना चाहती है। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। वहीं मृतका के पति गणेश कुमार ने पत्नी की मौत मामले में आरोप लगाया था कि छुट्टियां नहीं मिलने व इसे लेकर स्पष्टीकरण से उसकी पत्नी अवसाद में थीं। उसके बयान पर इस मामले में नगर थाने में तब अप्राकृतिक मौत (यूडी) का मामला दर्ज किया गया था। डीएम व समाज कल्याण विभाग ने भी की जांच इस मामले में नवादा के डीएम रवि प्रकाश व समाज कल्याण विभाग पटना द्वारा अलग-अलग जांच करायी गयी थी। डीएम द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच टीम ने पूरे मामले की गहनता से वृहद आश्रय गृह जाकर जांच की। कई प्रत्यक्षदर्शियों व कर्मियों के बयान लिये गये। जिसमें अधीक्षक के पति द्वारा उन्हें बुरी तरह से प्रताड़ित किये जाने की बात सामने आयी थी। जिसके कारण उन्होंने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाया। डीएम ने संबंधित पदाधिकारी को उनके पति के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। जांच टीम में वन स्टॉप सेंटर की केन्द्र प्रशासक राजकुमारी तथा महिला एवं बाल विकास निगम की जिला मिशन समन्वयक हिना तब्बसुम शामिल थीं। वहीं समाज कल्याण विभाग, पटना द्वारा भी इस मामले की विभागीय जांच करायी गयी। दो सदस्यीय जांच टीम ने वृहद आश्रय गृह जाकर मामले की जांच की और कर्मियों के बयान दर्ज किये। टीम में विभाग के संयुक्त निदेशक धर्मवीर कुमार सिंह व उप निदेशक राकेश कुमार शामिल थे।
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