2 डॉक्टर की लड़ाई में 3 बार टला मरीज का ऑपरेशन, MP का लेटर भी बेअसर; बिहार के इस सरकारी अस्पताल का हाल
- इन दोनों चिकित्सकों के मनभेद के बीच महिला मरीज के स्पाइन का ऑपरेशन बुधवार को तीसरी बार टल गया। इस मामले में भागलपुर के सांसद ने दो दिन पहले ही अधीक्षक को पत्र लिखकर महिला का ऑपरेशन कराने का आग्रह किया था।

BIhar News: बिहार के भागलपुर स्थित जवाहर लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दो डॉक्टरों की लड़ाई में मरीज पिस रहे हैं। हड्डी रोग विशेषज्ञ और बेहोशी के डॉक्टर के बीच विवाद है। बड़ी बात यह कि इस मामले में सांसद अजय मंडल का पत्र भी बेअसर है। उन्होंने मेडिकल सुपरिन्टेंडें को पत्र लिख कर महिला मरीज का ऑपरेशन कराने का निर्देश दिया था। धरती के भगवान का यह व्यवहार चर्चा कि विषय बन गया है।
जिले के मायागंज अस्पताल में एनेस्थेटिक और हड्डी के डॉक्टरों के बीच मनभेद है। एनेस्थेटिक जहां जनरल एनेस्थीसिया वाली सर्जरी में एनेस्थीसिया देने से इनकार करते हुए आरोप लगाया है कि हड्डी के डॉक्टर ने उन्हें अपशब्द कह दिया है तो वहीं हड्डी के डॉक्टर परिजनों को बता दिया कि एनेस्थीसिया के डॉक्टर के सहयोग न करने से मरीज का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा है। इन दोनों चिकित्सकों के मनभेद के बीच महिला मरीज के स्पाइन का ऑपरेशन बुधवार को तीसरी बार टल गया। इस मामले में भागलपुर के सांसद ने दो दिन पहले ही अधीक्षक को पत्र लिखकर महिला का ऑपरेशन कराने का आग्रह किया था। बावजूद एनेस्थेटिक नहीं आये और तीसरी बार ऑपरेशन टल गया।
अधीक्षक को पत्र लिख एनेस्थेटिक बोले, डॉ. कन्हैया ने कहे अपशब्द
एनेस्थीसिया विभाग के एनेस्थेटिक डॉ. जीतेंद्र प्रसाद सिंह ने आठ अप्रैल दिन मंगलवार को अस्पताल अधीक्षक डॉ. हेमशंकर शर्मा को पत्र लिखा। इस पत्र के जरिए उन्होंने अधीक्षक को बताया कि दो अप्रैल को डॉ. कन्हैया लाल की यूनिट में भर्ती प्रमिला देवी व 11 अन्य मरीजों का मेगा ऑपरेशन किया जाना था। मैंने बताया कि जनरल एनेस्थीसिया में अगर मरीज का ऑपरेशन किया जाता है तो मैं (डॉ. जीतेंद्र प्रसाद सिंह) टिल इंड ऑफ द ऑपरेशन दूसरा ऑपरेशन नहीं कर पाऊंगा। इस बात पर क्रोधित होकर डॉ. केएल गुप्ता ने मुझे अपशब्द कहा और प्रमिला देवी के अटेंडेंट को बताया गया कि मरीज तुम्हारा यह निश्चेतक नहीं करेंगे। उन्हें कुछ आता-जाता नहीं है। अत: मै इस मरीज का ऑपरेशन नहीं करा पाऊंगा।
डॉ. कन्हैया बोले, तीन बार डॉ. जीतेंद्र की वजह से टालनी पड़ रही सर्जरी
इस बाबत डॉ. कन्हैया लाल बोले कि वे जनरल एनेस्थीसिया से जुड़े ऑपरेशन करना ही नहीं चाह रहे हैं। जबकि अगर वे अगर नौकरी करते हैं तो उन्हें मरीज प्रमिला देवी को जनरल एनेस्थीसिया देना चाहिए। मैंने उन्हें सिर्फ यही कहा था कि अगर वे जनरल एनेस्थीसिया नहीं दे सकते हैं तो वे नौकरी छोड़ दें। तीन बार से लगातार प्रमिला देवी की सर्जरी की डेट पड़ रही है और उसे ऑपरेशन थिएटर तक ले जाया जा रहा है। लेकिन एनेस्थेटिक डॉ. जीतेंद्र प्रसाद सिंह जनरल एनेस्थीसिया देने के लिए आ नहीं रहे हैं, जिससे ऑपरेशन टालना पड़ रहा है। ये बात मैंने सांसद के प्रतिनिधि से लेकर मरीज के परिजनों को बता दिया है।
दो माह से भर्ती है मरीज, स्पाइन की होनी है सर्जरी
प्रमिला देवी मायागंज अस्पताल के हड्डी रोग विभाग में डॉ. कन्हैया लाल की यूनिट में बीते दो माह से भर्ती हैं। इस महिला के परिजनों ने बताया कि प्रमिला देवी के स्पाइन का ऑपरेशन होना है और इनका ऑपरेशन आयुष्मान भारत योजना के तहत होना है। तीन बार से प्रमिला देवी को ऑपरेशन थिएटर में ले जाया जा रहा है और ये कहकर फिर से वार्ड में भेज दिया जा रहा है कि बेहोशी का डॉक्टर नहीं है। सांसद अजय कुमार मंडल ने पत्र भी लिखा, बावजूद ऑपरेशन टाल दिया गया।