सेंसर वाला रोबोट करेगा बाथरूम की साफ-सफाई, एमआईटी के छात्रों ने किया कमाल
मुजफ्फरपुर स्थित एमआईटी के छात्रों ने एक ऐसा रोबोट तैयार किया है जो सेंसर के जरिए ऑटोमैटिक बाथरूम की सफाई कर देगा।

मुजफ्फरपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के छात्रों ने एक ऐसा रोबोट तैयार किया है, जो सेंसर पर आधारित है और बिना किसी स्वीच के नियमित अंतराल पर बाथरूम की सफाई कर देगा। यह रोबोट करीब 200 लोगों का काम अकेले करने में सक्षम है। इसे तैयार करने में लगभग 10 हजार रुपये लागत आई। बड़े स्तर पर उत्पादन करने पर इसकी लागत में और कमी आएगी। इसे एमआईटी टीम रोबोट रेनोवेटर्स ने तैयार किया है। टीम में बायोमेडिकल रोबोटिक्स ब्रांच के गौतम कुमार, विवेक कुमार, एलएस कॉलेज के दिव्य प्रकाश और एक अन्य छात्र छोटू शामिल हैं।
गौतम ने बताया कि बाथरूम की सफाई की अब तक कोई ऐसी तकनीक नहीं है जो स्वत: नियमित अंतराल पर सफाई करे। इसे ट्रेन एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इसे या तो समय के आधार पर, या सेंसर से लोगों की संख्या के आधार पर सेट किया जा सकता है। इसे पेटेंट कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है। गौतम ने बताया कि प्रोजेक्ट का चयन बिहार स्टार्टअप के लिए हो गया है। इससे 10 लाख रुपये मिलेंगे। इससे प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारने में मदद मिलेगी।
आइडियाथॉन में टॉप-100 में पाया स्थान
रोबोटिक आर्म को आईआईटी दिल्ली में पांच और छह अप्रैल को आयोजित राष्ट्रीय आइडियाथॉन में टॉप-100 में स्थान मिला है। हालांकि, अंतिम-15 में यह प्रोजेक्ट शामिल नहीं हो सका। बायोमेडिकल रोबोटिक्स ब्रांच के विवेक ने बताया कि उन्हें काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) की ओर से साथ काम करने का ऑफर दिया गया है।
सीएसआईआर के समन्वयक सह सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट नरेंद्र सिंह जस्सल ने इस प्रोजेक्ट को सराहा। साथ ही, इस पर साथ मिल कर काम करने का ऑफर दिया। उन्होंने कहा कि इसे आगे बढ़ाने के लिए 50 लाख रुपये तक का ग्रांट भी दिलाएंगे। सीएसआईआर की ओर से ऑफर मिलने से टीम उत्साहित है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एमके झा समेत विभाग के शिक्षकों ने रोबोट रेनोवेटर्स टीम को बधाई दी है।