जेवर की दुकानें का इलेक्ट्रॉनिक कांटे व बटखरे सत्यापित नहीं
समस्तीपुर में जेवर की दुकानों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन अधिकांश दुकानों के इलेक्ट्रॉनिक कांटे मापतौल विभाग से सत्यापित नहीं हैं। इससे उपभोक्ता घटतौली का शिकार हो रहे हैं और सरकार को राजस्व...

समस्तीपुर। समस्तीपुर में जेवर की दुकानों की संख्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही हैं। कोई रोड ऐसा ना हो जहां दो चार जेवर की दुकाने ना हो। खास बात यह है कि जितनी दुकानें वर्तमान में शहर व आसपास खुली हुई हैं, उनमें अधिकांश के इलेक्ट्रॉनिक कांटे व बटखरे मापतौल विभाग से सत्यापित व मुहरांकित नहीं हैं, फिर भी विभाग की कृपादृष्टि से वे चल रहे हैं। बिना सत्यापन व मुहरांकित के दुकान चलाए जाने से एक तरफ आम उपभोक्ता घटतौली का शिकार तो होते ही हैं, सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है। हैरानी की बात यह है कि मापतौल के अधिकारी ऐसी दुकानों पर समय समय पर औचक निरीक्षण करने व उनके कांटे व बटखरों की जांच करने के बदले कार्यालय में बैठ कर कागजी खानापूर्ति करते रहे हैं। गौरतलब है कि जिन दुकानों के कांटे व वाटों का एक बार सत्यापन व मुहरांकन हो भी जाता है, उनमें कई दुकानें उनका रिन्युअल भी नहीं कराते हैं। फिर भी उनके खिलाफ विभाग कार्रवाई करने के बदले उन्हें मौन समर्थन देते रहते हैं। जानकारों का कहना है कि बिना सत्यापन व मुहरांकण वाली दुकानों के मालिक सरकारी राजस्व का चूना लगा कर तथा उपभोक्ताओं की जेब खाली कर मालामाल हो रहे हैं। उपभोक्ता रमेश कुमार सिंह, शिवेश कुमार, विभा देवी, रेखा सिन्हा, चंदन कुमार चौधरी ने बताया कि जेवर की दूकान में सबसे अधिक कमाई होती है। लगन के समय तो ऐसी दुकानों की कमाई कई गुणा बढ़ जाती है। सालभर की कमाई इस लगन में हो जाती है। ऐसे समय मे आम उपभोक्ता घटतौली के शिकार अधिक होते हैं। खरीददारी करने वालों में अधिक महिलाएं ही हुआ करती हैं। ऐसे उपभोक्ता इतने बिजी होते हैं तथा जेवर बिक्री के नियमों से भी अनभिज्ञ होते हैं। ऐसे उपभोक्ता की जेवें अधिक ढीली होती है। ऐसे समय मे मापतौल विभाग या संबंधित विभाग के अधिकारियों को जेवर की दुकानों की औचक जांच करना चाहिए था लेकिन ये जांच करने जाते ही नहीं हैं। डीएम को भेजी गई मापतौल विभाग समस्तीपुर की रिपोर्ट में 2023 में समस्तीपुर सदर में 3870 सत्यापित सभी तरह की दुकानें दिखाई गई थीं। इसके अलावा पूरे जिले में 8303 सत्यापित दुकानें बताई गई थीं। साथ ही समस्तीपुर सदर में 865, अतिरिक्त में 399, दलसिंहसराय में 854, रोसड़ा में 1263 दुकानों पर निरीक्षण किया गया बताया गया था।
समय समय पर व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की जांच व सत्यापन होता रहता है। रोज नई नई दुकान खुल रही हैं। मापतौल उपकरण व बटखरों का सत्यापन व मुहरांकन कराए बिना दुकान चलाने वालों पर जानकारी मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाती है। गड़बड़ी पकड़े जाने पर विभाग नोटिस के जरिए छापेमारी व अभियोग पत्र दायर कर कानूनी कार्रवाई भी करता रहता है।
प्रभाकर भारती, सहायक नियंत्रक, माप व तौल
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