सफाई एजेंसियों की लापरवाही से इस बार भी डूबने की नौबत
समस्तीपुर में बारिश के मौसम में जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। नगर आयुक्त ने नालों की सफाई के निर्देश दिए थे, लेकिन यह काम धीमी गति से चल रहा है। केवल 10 फीसदी नालियों...

समस्तीपुर। बरसात में शहर में होने वाले जलजमाव से बचाव के लिए अब तक कोई कारगर व्यवस्था नहीं हुई है। ऐसे में हर साल की तरह इस बार भी बरसात में शहर का डूबना तय माना जा रहा है। पिछले दिनों नगर आयुक्त केडी प्रोज्जवल ने सफाई एजेंसियों व अधिकारियों को निर्देश दिया था कि आनेवाले बरसात में शहर में जलजमाव ना हो इसके लिए सभी नालों की सफाई सुनिश्चित करें। लेकिन मोहल्लों में इस निर्देश की अनदेखी हो रही है। नाला उड़ाही का काम काम धीमी गति से हो रहा है। हैरानी की बात यह है कि अभी तक केवल 10 फीसदी नालियों की ही सफाई का काम किया गया है, वह भी आधी-अधूरी।
इन सफाई एजेंसियों ने जिस रफ्तार से काम कर रही है, उसमें बरसात पूर्व सभी नाले साफ नहीं हो सकेंगे। विभिन्न वार्डों के नागरिकों ने बताया कि शहर में सफाई एजेंसियां केवल कूड़ा उठाव का ही काम करती हैं। वह भी कहीं से उठता है तो कहीं कई दिनों तक कूड़ा का उठाव नहीं होता है। सबसे खराब स्थिति पुराने वार्डों की है। बीएड कॉलेज रोड का पानी जाम नाला की वजह से काशीपुर में मुंख्य नाला में नहीं जा रहा है। यह पानी बीएड कॉलेज के मैदान में बहाया जाता है। पंजाबी कॉलोनी में किसी नाले का पानी सही से गंडक नदी या अन्य जगहों तक नहीं जा पाता है। कचहरी रोड व काशीपुर के नाले का पानी जमुआरी नदी तक नहीं जा रहा है। बारह पत्थर के सभी नाले जाम हैं। मारवाड़ी बाजार व अन्य निकट के नालों की काफी समय से सफाई नहीं की गई है। यही हाल अन्य इलाकों की है। इन इलाकों में बरसात में काफी जल जमाव से आम लोगों का जन जीवन अस्त व्यस्त रहता है।
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