ग्राम पंचायत भवनों में सुविधाएं नदारद, प्रखंड का चक्कर लगा रहे ग्रामीण
(पेज चार)पंचायतों में पंचायत सरकार भवनों के निर्माण पर करोड़ों रुपए खर्च किये गए। कार्यों को सुगम बनाने के लिए कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई

प्रतिनियुक्ति के बाद भी पंचायतों में अधिकारियों व कर्मियों के नहीं रहने से आमलोगों को हो रही है परेशानी एक पंचायत में 11 कर्मियों की प्रतिनियुक्ति के बाद भी कार्यपालक सहायक को छोड़ कोई नहीं रहता है उपस्थित करगहर, एक संवाददाता। आमलोगों को सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा कार्यों का निष्पादन करने के लिए ग्राम पंचायतों में व्यवस्था की गई है। इसके तहत ग्राम पंचायतों में पंचायत सरकार भवनों के निर्माण पर करोड़ों रुपए खर्च किये गए। कार्यों को सुगम बनाने के लिए कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई। लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों की अनदेखी की वजह से पंचायतों में कोई सुविधा नहीं मिल रही है।
जिस वजह से लोगों की परेशानी और बढ़ गई है। छोटे-मोटे कार्यों के लिए भी प्रखंड का चक्कर लगाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि जहां पंचायत सरकार भवन नहीं है, वहां पंचायत भवन, सामुदायिक भवन या किसी भी सरकारी भवन में ग्राम पंचायत कार्यालय खोलकर कार्यों का निष्पादन करना है। लेकिन, पंचायत मुख्यालयों में 11 कर्मियों की प्रतिनियुक्ति के बाद भी कार्यपालक सहायक को छोड़कर कोई कर्मी उपस्थित नहीं रहता है। इस वजह से कार्यों का निष्पादन नहीं हो पाता है। बताया कि ग्राम पंचायत भवन में कार्यपालक सहायक, पंचायत सचिव, लेखपाल, जूनियर इंजीनियर, राजस्व कर्मचारी, आवास सहायक, रोजगार सेवक, किसान सलाहकार, विकास मित्र, स्वच्छता कर्मी, कचहरी सचिव आदि की प्रतिनियुक्ति की गई है। बताया 20 ग्राम पंचायतों में कार्यपालक सहायकों की नियुक्ति की गई है। जो विभिन्न कार्यों का डाटा अपलोड करते हैं। लेकिन, कर्मियों की अनुपस्थिति की वजह से ग्रामीणों को प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। बताया कि प्रखंड में मात्र तीन खड़ारी, ठोरसन और बड़हरी पंचायत में पंचायत सरकार भवन का निर्माण किया गया है। अन्य ग्राम पंचायतों में सामुदायिक केंद्रों या अन्य सरकारी भवनों में आरटीपीएस संचालित किया जा रहा है। जहां जन्म , मृत्यु, जाति, आय ,निवास, ओबीसी, ईडब्लूएस, दाखिल खारिज, परिमार्जन, पुनर्गठन आदि काम निष्पादित करना है। लेकिन प्रतिनियुक्त अधिकारियों व कर्मचारियों की अनुपस्थिति की वजह से वहां कोई काम नहीं हो रहा है। इसकी शिकायत कई बार बीडीओ से की गई। लेकिन, कार्रवाई नहीं की गई। बीडीओ अजीत कुमार ने बताया कि कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। अभी कुछ समय से पंचायत सचिव हड़ताल पर चल रहे हैं।
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