हीटवेब की चपेट में बिक्रमगंज, तापमान पहुंचा 41 डिग्री सेल्सियस
(पेज सात की लीड) जबकि हवा का झोंका 15 किमी. प्रति घंटा के हिसाब से आ रही थी। लोगों ने कहा कि रोहतास जिला बुधवार को हीटवेब की चपेट में

बिक्रमगंज, निज संवाददाता। जिले के तापमान में नित्यदिन वृद्धि हो रही है। एक दिन पहले जहां अधिकतम तापमान 39 डिग्री था, वहीं बुधवार को इसमें दो डिग्री की वृद्धि और अधिकतम तापमान 41 और न्यूनतम 28 डिग्री पहुंच गया। गुरुवार को भी तापमान की स्थिति यही रहने की संभावना है। बुधवार को दिन में धीरे-धीरे तापमान बढ़ता गया। शाम में तीन बजे के बाद इसमें गिरावट आनी शुरू हुई। पछुआ हवा की रफ्तार 9-18 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही थी। जबकि हवा का झोंका 15 किमी. प्रति घंटा के हिसाब से आ रही थी। लोगों ने कहा कि रोहतास जिला बुधवार को हीटवेब की चपेट में रहा।
वहीं तीखी धूप व तापमान में वृद्धि होने तथा हवा गर्म बहने के कारण दोपहर में बाजार व सड़कों पर सन्नाटा पसर गया था। शहर के अवारा पशु छाया में विश्राम करते दिखे। पक्षी भी अपने घोसले में चले गए थे। गर्मी से राहत पाने के लिए कई गलियों में कुत्तों को नाली के पानी में बैठे देखा गया। आमलोग व यात्री ठंढई से प्यास बुझाते दिखे। लू-धूप व गर्मी से बचने के लिए सुबह 10 बजे के बाद लोग घरों से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं। बहुत जरूरी होने पर ही वे घर से बाहर निकल रहे हैं। तीखी धूप व गरम पछुआ हवा के कारण सब्जी के पौधों की सिंचाई जल्दी-जल्दी करनी पड़ रही है। किसान अनिल कुमार सिंह, शिवमूर्ति सिंह, मुकेश महतो व रामाशंकर राम ने बताया कि तेज धूप व लू के बीच फसल को बचाने के लिए मोटर पंप चलाना पड़ रहा है। उधर, कृषि मजदूर शंकर पासवान, विजय कुमार गोंड, चंद्रिका राम व बगेदन बिंद ने बताया कि तीखी धूप व लू के कारण हमलोग दिन की बजाय रात में खेत-खलिहानों में काम कर रहे हैं। मजदूरों ने बताया कि तीखी धूप व लू के बीच दिन में काम करने में बीमार पड़ने का भय बना रहता है। फिर भी आवश्यक खर्च के लिए काम करना पड़ रहा है। उधर, जिला प्रशासन व आपदा प्रबंधन विभाग भी लोगों को धूप व लू से बचाव के लिए आवश्यक कार्यों को छोड़कर बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दे रही है। पशु-पक्षी रहे बेहाल, शीतल पेय दुकानों पर लगी भीड़ तीखी धूप व लू के कारण पशु-पक्षी बेहाल रहे। बुधवार दोपहर करीब 12:45 बजे हिन्दुस्तान पड़ताल में बिक्रमगंज की इंटर स्टेट बस पड़ाव बाईपास सड़क से गुजर रही थी। पेड़ के नीचे दर्जनों मवेशी खड़े व बैठे हुए नजर आए। तीखी धूप व लू के कारण पेड़ की छांव में रहने के बाद भी मवेशी हांफ रहे थे। मौके पर मिले पशुपालक रामबाबू प्रसाद यादव व सुदर्शन यादव ने बताया कि हमलोग पेयजल संकट के कारण पहाड़ी क्षेत्रों से मवेशी लेकर आ रहे हैं। तीखी धूप व लू के कारण पेड़ की छांव को छोड़कर मवेशी एक कदम आगे बढ़ने का नाम नहीं ले रहे हैं। जबकि ठंढ़ई की दुकानों पर लोग शीतल पेय पदार्थ पीते नजर आए।
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