जिसका जैसा स्ट्राइक रेट, उसी हिसाब से मिलेंगी सीटें; माले ने बताया महागठबंधन में सीट बंटवारे का फॉर्मूला
भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि महागठबंधन के अंदर सीटों को लेकर कोई तकरार नहीं है। पूर्व के चुनाव में जिन पार्टियों का स्ट्राइक रेट जैसा रहा है, उसी के अनुसार से सीटें भी मिल जाएंगी। जल्द ही सीटों और अन्य चुनावी रणनीति के लिए इंडिया गठबंधन की बैठक होगी।

बिहार में जल्द ही सीटों और अन्य चुनावी रणनीति के लिए इंडिया गठबंधन की बैठक होगी। वर्तमान में महागठबंधन के तहत जिला समन्वय समिति की बैठक चल रही है। बिहार विधानसभा चुनाव इंडिया गठबंधन सभी 243 सीटों पर मजबूती के साथ लड़ेगी। ये बातें शुक्रवार को भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने विधायक आवास पर आयोजित प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में शामिल सभी पार्टियां जनता को भाजपा-जदयू के शासन से मुक्त कराएगी। उन्होंने दावा किया कि बिहार की बहुत सी पार्टियां इंडिया गठबंधन से जुड़कर सत्ता बदलने की तैयारी में है।
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि महागठबंधन के अंदर सीटों को लेकर कोई तकरार नहीं है। पूर्व के चुनाव में जिन पार्टियों का स्ट्राइक रेट जैसा रहा है, उसी के अनुसार से सीटें भी मिल जाएंगी। वहीं, उन्होंने आरोप लगाया कि ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर भाजपा राजनीति कर रही है। उसे चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में जुटी है। पहलगाम में हुई घटना के बाद अभी तक सरकार ने संसद का विशेष सत्र नहीं बुलाया। वहीं, अपराधियों का क्या हुआ, इस संबंध में जवाब नहीं दे रही है। प्रेस वार्ता में सांसद राजाराम सिंह ने प्रधानमंत्री के बिहार दौरे के पर सोन नहर के आधुनिकीकरण समेत कई मांगों पर बात रखने की मांग की। मौके पर राज्य सचिव कुणाल, शशि यादव, धीरेंद्र झा आदि थे।
इससे पहले महागठबंधन में सीएम फेस पर जारी चर्चा के बीच भाकपा माले ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर महागठबंधन को बहुमत आता है, तो सबसे बड़े दल का नेता हमारा सीएम होगा। इस पर कोई संशय नहीं है। हालांकि महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव को सीएम फेस के तौर पर देखा जा रहा है। जिसकी वकालत खुद आरजेडी काफी दिनों से कर रही है। वहीं गठबंधन के एक और सहयोगी वीआईपी चीफ मुकेश सहनी भी कह चुके हैं कि तेजस्वी यादव के ही नेतृत्व में महागठबंधन चुनाव लड़ रहा है, और मुख्यमंत्री का चेहरा तेजस्वी ही है। लेकिन कांग्रेस के बाद अब माकपा माले ने भी चुनाव परिणाम के बाद सबसे बड़े दल के नेता को सीएम बनाने की बात कही है। ऐसे में अब तेजस्वी के सीएम फेस पर महागठबंधन में ही संशय बरकरार है।