बिहार चुनाव को लेकर महागठबंधन की गुरुवार को होने वाली बैठक से पहले सीट-गीत शुरू हो गया है। सीपीआई माले ने जहां 45 सीटों पर अपनी तैयारी की बात कही है। वहीं, मुकेश सहनी ने 60 सीटों की मांग को दोहराया है।
Bihar Assembly Elections 2025: सीपीआई माले ने आगामी बिहार चुनाव में 45 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोका है। महागठबंधन की 12 जून को होने वाली बैठक से पहले लेफ्ट पार्टी ने अभी अपनी डिमांड रखना शुरू कर दी है।
महागठबंधन के घटक दलों की चौथी बैठक 12 जून को होगी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में इंडिया गठबंधन के सभी घटक दलों के नेता शामिल होंगे। को-ऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्यों के साथ ही इस बैठक में सभी उपसमितियों के सदस्य भी मौजूद रहेंगे।
सिताब दियारा से 15 दिन पहले यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर हर सभा में लोगों से कह रहे हैं कि बिहार में बदलाव जरूरी है, नीतीश कुमार को हटाना जरूरी है, पीएम नरेंद्र मोदी कहें तो भी उनको वोट नहीं देना है। लेकिन भाजपा के वोट पर चोट से फायदा किसे होगा?
भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि महागठबंधन के अंदर सीटों को लेकर कोई तकरार नहीं है। पूर्व के चुनाव में जिन पार्टियों का स्ट्राइक रेट जैसा रहा है, उसी के अनुसार से सीटें भी मिल जाएंगी। जल्द ही सीटों और अन्य चुनावी रणनीति के लिए इंडिया गठबंधन की बैठक होगी।
वामदलों की ओर से आहूत 20 मई के बंद को महागठबंधन के सभी घटक दलों ने समर्थन करने का निर्णय लिया गया। इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि इंडिया गठबंधन के लोग मजदूरों के साथ सड़क पर उतरेंगे। इसके पहले 18 मई को समन्वय बनाने को लेकर चर्चा करेंगे।
बिहार चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर रविवार को महागठबंधन की तीसरी बैठक में अहम फैसला लिया गया है। जिसके तहत हर जिले और प्रखंड में संयुक्त कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। तारीखें समन्वय समिति तय करेगी
महागठबंधन में सीएम फेस को लेकर सीपीआई माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने बड़ा बयान दिया है। उन्होने कहा कि गठबंधन को बहुमत मिलने के बाद सबसे बड़े दल का नेता हमारा सीएम होगा।जिसके बाद मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सियासी चर्चा और तेज हो गई है।
जेएनयू छात्रसंघ के चुनाव में बिहार के अररिया जिले के किसान प्रदीप यादव के बेटे नीतीश कुमार ने एबीवीपी को हरा दिया है। वो JNU Students Union में धनंजय कुमार की जगह लेंगे जो बिहार के ही गया के रहने वाले हैं।
भाकपा माले 3 मई को पूरे राज्य में वक्फ संशोधन कानून वापसी की मांग को लेकर प्रदर्शन करेगा। पार्टी राज्य कमेटी की दो दिवसीय बैठक में यह फैसला हुआ है। साथ ही भाजपा-जदयू सरकार के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।