गणित में कमजोर बच्चों को स्वयंसेवक करेंगे शिक्षित
सीतामढ़ी में सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए समर कैंप का आयोजन किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने गर्मी की छुट्टियों के दौरान बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाने का निर्णय लिया है। डेढ़ घंटे की पढ़ाई के साथ, गणित...

सीतामढ़ी। निजी स्कूलों के बच्चों की तरह सरकारी स्कूलों के बच्चे भी गर्मी की छुट्टियों में समर कैम्प में पढ़ाई जारी रखेंगे। गर्मी छुट्टियों का सदुपयोग करने के लिए शिक्षा विभाग ने समर कैंप लगाने का फैसला लिया है। कैंप का आयोजन प्रथम एवं शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया जाएगा। इसके तहत गर्मी की छुट्टी के दौरान बच्चों को डेढ़ घंटे तक खेल खेल में स्वयंसेवकों द्वारा पढ़ाया जायेगा। इसके लिए गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित एमपी हाईस्कूल के सभाकक्ष में मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में प्रथम संस्था के प्रशिक्षक प्रिजेंद्र कुमार ने मास्टर ट्रेनरों को लॉगिन करने, वॉलेंटियर रजिस्ट्रेशन कराने, कमजोर बच्चों की पहचान, बेसलाइन सर्वे फॉर्मेट फाइलिंग, केंद्र संचालन की तकनीक पर विस्तृत जानकारी दी।
माध्यमिक शिक्षा डीपीओ रिशु राज सिंह ने बताया कि कक्षा 5 - 6 तक की शिक्षा में गुणवत्ता में सुधार के लिए समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में लगभग डेढ़ हजार वॉलिंटियर तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है,जो बच्चों को खेल खेल में पढ़ाएंगे और उनके गणितीय स्तर मे सुधार करेंगे। एसआरपी संजय कुमार मधु ने बताया कि समर कैम्प के दौरान कक्षा 5 एवं 6 में अध्ययनरत वैसे छात्र-छात्राए, जो सरल गणित करने की दक्षता में अपेक्षाकृत रूप से कमजोर हैं, उनके लिए प्रथम संस्था के सहयोग से गणितीय समर कैम्प का आयोजन ग्रीष्मावकाश के दौरान किया जायेगा । यह समर कैम्प गाव व टोला स्तर पर दो से 20 जून तक आयोजित किया जाएगा। प्रत्येक कैम्प में 10 से 15 छात्र-छात्राए शामिल हो सकेंगे। यह कैम्प पूर्णतः समुदाय स्तर पर संचालित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कोई भी बच्चा कहीं भी किसी भी कैंप में जा सकता है। अगर कोई बच्चा छुट्टी के दौरान अपने रिश्तेदारों के यहां गया हुआ है और वहां समर कैंप लगा है तो वह वहां भी पढ़ाई कर सकता है। वॉलिंटियर अपने हिसाब से जगह का चयन करेंगे यह उन पर छोड़ दिया गया है। समर कैंप में बच्चों को खेल भी कराया जाएगा और डेढ़ घंटे तक पढ़ाई करवाई जाएगी। एक वॉलिंटियर पर अधिकतम 15 बच्चों की जिम्मेदारी दी जाएगी। इस कैंप से बच्चों की भाषा और गणित पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, इससे बच्चे आगे के क्लास में सही हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि हम लोग इसका चयन कर रहे हैं कि कौन सा बच्चा गणित में कमजोर है। समर कैंप के लिए कोई अतिरिक्त राशि खर्च नहीं की गई है। वॉलिंटियर अपनी स्वेच्छा से फ्री में समर कैंप में सेवा देंगे। स्वयंसेवकों को वीडियो के माध्यम से डिजिटल जानकारी प्रथम संस्था की ओर से दी जाएगी। कैम्प में काम करने वाले स्वयंसेवक को प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। प्रशिक्षण में साक्षरता के सभी केआरपी एवं चिन्हित शिक्षा सेवकों ने भाग लिया।
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