गर्मी बढ़ते ही अस्पतालों में बढ़ी भीड़, बच्चे व बूढ़े हो रहे अधिक प्रभावित
सीतामढ़ी में गर्मी के बढ़ने से सरकारी अस्पतालों और निजी नर्सिंग होम में मरीजों की संख्या बढ़ी है। खासकर बच्चे और बुजुर्ग अधिक प्रभावित हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लू और अन्य बीमारियों के बढ़ने की...

सीतामढ़ी। गर्मी के बढ़ते असर के साथ ही सरकारी अस्पतालों और निजी नर्सिंग होम में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। सदर अस्पताल में भी गर्मी बढ़ते प्रभाव के कारण मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। खासकर बच्चे और बुजुर्ग गर्मी और धूप से अधिक प्रभावित हो रहे हैं। इन परस्थितिियों में स्वास्थ्य विभाग ने त्वरित उपायों को लागू करते हुए एक अलर्ट जारी किया है और मौसम जनित बीमारियों से बचाव के लिए गाइडलाइन्स जारी की हैं। गर्मी और लू से प्रभावित मरीजों का बढ़ता आंकड़ा: जिले के सरकारी अस्पतालों और नर्सिंग होम में गर्मी से संबंधित मरीजों की संख्या में काफी वृद्धि हो गई है।
विशेष रूप से बच्चे और बुजुर्ग जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है, वे धूप और गर्मी के कारण अधिक प्रभावित हो रहे हैं। शनिवार को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लू व गर्मी से प्रभावित कई मरीज लद कर आते देखे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लू और अन्य गर्मी जनित बीमारियों के बढ़ने की आशंका को देखते हुए पहले ही अधिकारियों को सतर्क कर दिया है। इस संदर्भ में एक वस्तिृत गाइडलाइन्स जारी की गई है ताकि इस मौसम में लोग सुरक्षित रह सकें। स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट: जिला स्वास्थ्य समिति के तहत स्वास्थ्य विभाग ने सभी स्वास्थ्य संस्थानों को अलर्ट किया है। इसके तहत नागरिकों को प्राथमिक उपचार में अधिक एंटीबायोटिक का सेवन न करने और उपयुक्त दवाओं का सेवन करने की सलाह दी गई है। साथ ही गर्मी के मौसम में बच्चों को धूप में न निकलने की सख्त हिदायत दी गई है और उन्हें खाली पेट सोने से मना किया गया है। शक्षिण कार्यक्रम के तहत दिया जा रहा प्रशक्षिण: स्वास्थ्य विभाग ने जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय में जिले के स्वास्थ्य कर्मियों को एक प्रशक्षिण कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी, चिकत्सिक और कर्मियों को मौसम जनित बीमारियों, मस्तष्कि ज्वर (चमकी) की पहचान और प्राथमिक उपचार के बारे में जानकारी दी गई। जिला भी बीडी नियंत्रण पदाधिकारी, डॉ. रवद्रिं कुमार यादव ने जिले के अतिरक्ति स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी सीएचओ को विशेष तौर पर मस्तष्कि ज्वर के बारे में जागरुक करने का प्रयास किया। खिलाओ, जगाओ, अस्पताल ले जाओ का संदेश: प्रशक्षिण में सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार ने खिलाओ, जगाओ और अस्पताल ले जाओ के तीन महत्वपूर्ण संदेशों के साथ जन जागरुकता बढ़ाने का आह्वान किया। चमकी बुखार की शुरुआत में संकेतों पर ध्यान देना आवश्यक है, ताकि समय रहते मरीज को उचित इलाज मिल सके।
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